Tuesday, November 30, 2021

स्वत्व को जागृत करने का अभियान है अमृत महोत्सव - रमेश जी

  • भारत कालजयी और मृत्युंजय राष्ट्र है
  • स्वाधीनता से स्वतंत्रता की ओर बढ़ने का लोगों ने लिया संकल्प

प्रतापगढ़ (काशी प्रान्त)| अमृत महोत्सव आयोजन समिति, प्रतापगढ़ द्वारा भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया| इस अवसर पर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, काशी प्रांत प्रचारक रमेश जी ने कहा कि अमृत महोत्सव के आयोजन के क्रम में हम गांव-गांव घर-घर जाकर लोगों को जगाने का उनके अंदर के स्वत्व को जागृत करने का कार्य कर रहे हैं| स्वतंत्रता का अर्थ होता है स्वभाषा, स्वभूषा, स्व तंत्र| आज भारत में स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर हम अमृत महोत्सव मना रहे हैं| इस अवसर पर हम सब को स्वाधीनता से स्वतंत्रता की ओर बढ़ने का संकल्प लेना है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 1947 को देश स्वाधीन हुआ था, स्वतंत्र नहीं| स्वाधीनता आंदोलन में 1498 से लेकर 1947 तक के कालखंड में अनेक भारत मां के वीर सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत के गौरव को स्थापित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जिनके गौरव गाथा को जानने समझने और जन-जन के बीच में पहुंचाने के लिए यह अमृत महोत्सव सहायक सिद्ध होगा। पूर्व के कालखंड में ऐसा सिद्ध करने का प्रयास किया गया जैसे आजादी किसी एक परिवार की देन है।

उन्होंने कहा कि आजादी एक परिवार की नहीं समाज के प्रत्येक वर्ग के संघर्ष के परिणामस्वरुप है| यह किसी एक व्यक्ति या एक परिवार के कारण नहीं मिली है| स्वाधीनता के संघर्ष में छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, रानी लक्ष्मी बाई, तात्यां टोपे, बाल गंगाधर तिलक, चंद्र शेखर आजाद, भगत सिंह,  वीर सावरकर, सुभाष चंद्र बोस,  दुर्गा भाभी, बिरसा मुंडा जैसे अनेक ज्ञात-अज्ञात वीर महापुरुषों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है| भारत कभी भी पूर्ण रूप से गुलाम नहीं रहा है| भारत कालजयी और मृत्युंजय राष्ट्र है। आइए हम सब संकल्प लें कि भारत को गौरवशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के लिए और स्वाधीनता से स्वतंत्रता की ओर बढ़ने के लिए और अंत में पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए हम जन-जन को जागृत करने के इस महाअभियान के नाते भागीदार बने| इसके पश्चात विभिन्न रथों के समक्ष भारत माता की आरती संपन्न हुई और उत्साह के साथ तिरंगा यात्रा आरंभ हुई|

तिरंगा यात्रा में आगे के रथ पर भारत माता और वीरांगनाओं के वेशभूषा में बालिकाएं थी| उसके पीछे पीछे तिरंगा लिए हुए भारत मां के पुत्र थे| साथ ही भारत माता पूजन के रथ चल रहे थे|  यात्रा के क्रम में अनेक स्थानों पर पुष्पवर्षा के द्वारा यात्रा का स्वागत हुआ और सभी के अंदर राष्ट्रभक्ति का अपार ज्वार उत्पन्न हुआ| इस अवसर पर  घंटाघर पर दिव्य पुष्प वर्षा और भारत मां की आरती के द्वारा पूरा वातावरण भक्ति-राष्ट्रभक्ति से पूर्ण हो गया| चारों ओर भारत माता की जय के नारे लगे| इस क्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक रमेश ने मार्ग पर पड़ने वाले विभिन्न चौराहों पर स्थित भारत माता के वीर सपूतों की मूर्तियों पर माल्यार्पण करने के साथ-साथ तिरंगा अर्पित किया|

इस क्रम में वीर चंद्र शेखर आजाद, स्वामी विवेकानंद, सरदार भगत सिंह, डॉ राम मनोहर लोहिया, पंडित मुनीश्वर दत्त उपाध्याय, सरदार वल्लभभाई पटेल,  डॉक्टर भीमराव अंबेडकर और छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण का कार्यक्रम यात्रा के साथ-साथ संपन्न हुआ| यात्रा राजकीय इंटर कॉलेज से आरंभ होकर चौक घंटाघर, निर्मल चौराहा, भगवा चुंगी चौराहा, ट्रेजरी चौराहा, सरदार पटेल चौराहा, अंबेडकर चौराहा से होकर शिवाजी चौराहा होते हुए राजकीय इंटर कॉलेज में पहुंची, जहां वंदेमातरम के गायन के साथ तिरंगा यात्रा का समापन हुआ|


इस अवसर पर रमेश चंद्र त्रिपाठी, चिंतामणि दुबे, प्रतोष कुमार, हरीश कुमार, डॉ. सौरभ पांडेय, वीके द्विवेदी, डॉक्टर रंगनाथ शुक्ल, रमेश पटेल, अमित देव, संजय तिवारी, डॉ धर्मेंद्र सिंह, शिशिर खरे, अजीत सिंह, दिनेश गुप्ता, कृष्ण कांत मिश्र, शिव शंकर सिंह, बिंदेश्वरी तिवारी, लक्ष्मी मिश्रा, अनीता पांडेय, आदि उपस्थित रहे| संयोजन रमेश पटेल और प्रभा शंकर पांडेय एवं संचालन डॉक्टर पीयूष कांत शर्मा ने किया|

Monday, November 29, 2021

अनेकों देश भारत के मित्र, किसी देश को चीन पर विश्वास नहीं - कैप्टन ओमकार नाथ

  • तिरंगामय हुई काशी, उत्तर एवं दक्षिण भाग में निकली तिरंगा यात्रा
  • काशी उत्तर भाग में 75 चौराहों से होकर गुजरी तिरंगा यात्रा

काशी| रविवार को काशी में भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया| काशी उत्तर एवं दक्षिण भाग में विभिन्न स्थानों पर तिरंगा यात्रा निकालकर लोगों ने स्वाधीनता से स्वतंत्रता की ओर कदम बढाया| महानगर में उत्साह और हर्षोल्लास के साथ स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मनाया गया| काशी उत्तर भाग के अमृत महोत्सव आयोजन समिति द्वारा बारह स्थानों से बाइक रैली निकालकर तिरंगा यात्रा सम्पन्न किया गया| इस भव्य यात्रा के दौरान भारत माता की जय और वन्देमातरम का गगनभेदी उद्घोष कर रहे लोगों में देशभक्ति का उत्साह दिखा|

सभी बारह स्थानों से निकली तिरंगा यात्रा भारत माता मंदिर पहुंची| इस दौरान मुख्य वक्ता अमृत महोत्सव आयोजन समिति के संयोजक प्रो.आनंद शंकर सिंह ने कहा कि यह देश हजार वर्षों तक बाहर से आए आक्रांताओं के आगमन के बाद सदैव संघर्षरत रहा। समूचा भारतवर्ष कभी भी पराधीन नहीं रहा। कला, औषधि, शास्त्र, ज्ञान, पराक्रम और विश्वबन्धुत्व का श्रेष्ठ आधार भारत में विराजमान है। भारत सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की संकल्पना करता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कैप्टन ओमकार नाथ दूबे ने कहा कि अनेकों देश भारत के मित्र तो है लेकिन चीन कभी भी विश्वसनीय देश नहीं रहा। उसने हमेशा भारत को छला है, हमें सावधान रहना है। सेना के शौर्य और सुसज्जित हथियारों एव जवानों हौसले का विस्तार से वर्णन किया। सेना के आत्मबल की सबसे बड़ी ताकत उसके देश की जनता है। रूस के साथ मित्रता को विश्वसनीय बताय।

   

उन्होंने अपने शौर्य चक्र तथा नौ मेडल्स भी दिखाए। स्वयं सोलह गोलियां सीने पर खाकर भी शत्रुओं के छक्के छुड़ा दिया| विशिष्ठ अतिथि वरिष्ठ समाज सेवी एवं विधि विशेषज्ञ डॉ वीरेंद्र जी ने कहा जो देश सोने की चिड़िया थी आज कहाँ हैं इसके कारणों को समझना महत्वपूर्ण है। हमारी मातृभूमि से अलग दो अन्य देशों को विश्व ने भले ही मान्यता दे दी पर आज भी वे गुलाम हैं। देश को शिखर पर ले जाने के लिए विरोध करने वाले तब भी जयचंद और मिर्जा जयसिंह के रूप में थे और आज भी उनकी संख्या पर्याप्त है। समाज को, अर्थव्यवस्था को छोटा-बड़े और जातियों में बांटने का कुत्सित प्रयास किया और यही नहीं देश को हिन्दू और मुस्लिम में बांटने का षडयंत्र कर रहे हैं| इसके पूर्व सभी स्थानों से निकली बाइक रैली के हजारों लोगों ने भारत माता मंदिर पहुंचकर एक साथ पदयात्रा निकाली| जो इंग्लिशिया लाइन, मलदहिया चौराहा, फातमान रोड, सिगरा थाना, आईपी मॉल, साजन चौराहा होते हुए पुनः भारत माता मंदिर पहुंची| तत्पश्चात भारत माता मंदिर परिसर में भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि तथा दीप प्रज्वलित करने के बाद संस्कार भारती के कलाकारों द्वारा नाट्यमंचन तथा देशभक्ति गीत किया गया| कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत वन्देमातरम से किया गया|

कार्यक्रम में शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी वीरेंद्र गुप्ता जी, शिक्षक डॉ आशीष जी, रजत जी, समाजसेवी राजेश विश्वकर्मा जी,  व्यवसायी दीपक जी, चिकित्सक डॉ मनोज श्रीवास्तव, डॉ पंकज सिंह के साथ डॉ. अमर, रामेश्वर योगी, डॉ अजय,  हरिओम वर्णवाल, कार्यक्रम के संयोजक प्रदीप जायसवाल प्रमोद जायसवाल अमृत महोत्सव काशी उत्तर भाग के संयोजक सुरेंद्र जी के साथ अनेक बन्धु व भगिनी आज के कार्यक्रम में उपस्थित रहें|

इन स्थानों से निकली तिरंगा यात्रा

     पहला- चितरंजन पार्क से

     दूसरा- टाउन हॉल मैदान मैदागिन से

     तीसरा- राजघाट काशी स्टेशन से

     चौथा- भरत मिलाप मैदान नाटी इमली से

     पांचवा- लहुराबीर पुष्पांजलि होटल के पीछे से

     छटा - नदेसर विवेकानंद जी की मूर्ति से

     सातवां - बेचू महादेव मंदिर महमूरगंज से

     आठवां- शिवपुर रेलवे क्रॉसिंग दुर्गा कंपलेक्स

     नौवां- चांदमारी स्टेट बैंक से

     दसवां- लमाही से

     ग्यारहवां- पहाड़िया चौराहा से

     बारहवां- गौरा कला से

काशी दक्षिण भाग

काशी दक्षिण भाग में गंगा नगर के मलहिया, मदरवां बस्ती के जनमानस एवं सेवा भारती बाल संस्कार केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में कार्यक्रम आयोजित किया गया| शहीद भगत सिंह के चित्र पर माल्यार्पण एवं  दीप प्रज्वलन करके विशाल तिरंगा यात्राका आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता श्रीमान राधेश्याम द्विवेदी जी (वि.हि.परिषद, सदस्य- मार्गदर्शक मंडल अमृत महोत्सव समिति ) ने आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम पर प्रकाश डाला। महोत्सव में उपस्थित,उत्साहित सेवाभारती विद्यालय के बच्चो ने भारत माता की जय, वन्देमातरम और जय हिंद के नारों से पूरे बस्ती को गुंजायमान कर दिया, तिरंगा यात्रा में सेवा बस्ती के प्रमुख निवासियो ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम में दिनेश जी, अनिल जी, मिथिलेश जी, कामदनाथ जी, प्रणव जी, रवि जी,  सुमंत जी, मनोज जी एवं अभय जी इत्यादि उपस्थित रहें। अध्यक्षता श्रीमान अरविंद सिंह, मंच संचालन अनिल तिवारी ने किया।

केशव नगर के महामनापुरी में भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस कार्यक्रम में राष्ट्रगान के बाद अमृत महोत्सव के संबंध में पाथेय कार्यक्रम संयोजक दयाशंकर मिश्र ने दिया। यात्रा महामना पार्क से जंगमपुर से हैदराबाद गेट होते हुए नाशिरपुर, विवेकनगर, विवेकानंद नगर से महामना पार्क में समापन हुआ। अंत में वंदेमातरम गाकर कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम में जगदीश पांडेय, शिवाशंकर जी, अनिल दूबे, प्रो.सदाशिव दि्वेदी, अनिल सिंह, डॉ ओ पी राय आदि ने अपना योगदान दिया।

 

दक्षिण भाग के खोजवां में भी भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गयी। तिरंगा यात्रा में शंकुल धारा पोखरा संस्कृत विद्यालय के बटुकों ने भी भाग लिया। यह यात्रा आदर्श पुस्तकालय से गांधी चौक, नवाबगंज, गुरुधाम, काश्मीरीगंज,  शंकुल धारा होते हुए वापस आदर्श पुस्तकालय पर समाप्त हुई। यात्रा में अ.भा.ग्राहक पंचायत के प्रांतीय संगठन मंत्री प्रदीप चौरसिया, पार्षद श्री राजेश केशरी, ज्योति प्रकाश  जी, राकेश, धर्मेश, वेदप्रकाश जी उपस्थित थे।समाज के विभिन्न वर्गों की महिलाओं पुरुषों सहित बच्चों ने भाग लिया।

इसी क्रम में कामाख्या नगर के अपना पार्क निवासियों ने भव्य तिरंगा यात्रा निकाली। तिरंगा यात्रा कैलाश मठ से गैबी चौराहा, सुदामा पुर, विनायका कालोनी, कमच्छा, रथयात्रा बिरदोपुर होते हुए कैलाश मठ पर समाप्त हुई। यात्रा के अंत में वेद प्रकाश जी ने अमृत महोत्सव के बारे में विस्तार से जानकारी दी। तिरंगा यात्रा का पूरा मार्ग भारत माता की जय एवं वन्दे मातरम के नारों से गूंजता रहा। यात्रा में अपना पार्क के अमित जी, संतोष जी, अजय जी, अनूप जी, क्रांति पल्ली के संजय जी, अंशु जी एवं समाज के विभिन्न वर्गों की महिलाओं पुरुषों सहित बच्चों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन विशाल जी ने किया।

  

लहरतारा क्षेत्र के विवेकानंद नगर में भारत माता और रानी लक्ष्मी बाई के तैल चित्र कर आरती उतारी गयी| तिरंगा यात्रा के दौरान भारत माता की जय और वंदे मात्रम का गगन भेदी नारा लगता रहा| यात्रा के संयोजक राकेश जायसवाल जी एवं राकेश कुमार पांडेय जी, संचालन आरुणी चंद्र सिन्हा जी ने किया| इसके अतिरिक्त कबीर नगर क्षेत्र में भी तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया|

रामनगर में सायर माता मंदिर (काली माता मंदिर) पर भारत माता पूजन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से हुआ। इसके उपरांत उपस्थित लोगों ने भारत माता के चित्र का पूजन किया और रंगोली के सुंदर सजावट से भारत माता का चित्र बनाकर उनकी आरती उतारी। इस अवसर पर वक्ता राजेश रंजन जी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए आजादी के महत्व को बताया और आजादी में बनारस राज के योगदान का उल्लेख किया| समापन वंदेमातरम से किया गया। कार्यक्रम में संयोजक अशोक गुप्ता, रमेश पटेल, कमलेश तिवारी,  भगवान स्वरूप बघेल, ओम प्रकाश, संतोष गुप्ता, उतकर्ष जी, फेकू लाल जी समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे|