Friday, June 15, 2012

सुलतानपुर में संघ शिक्षा वर्ग प्रथम वर्ष का समापन


आंतरिक व बाह्य संकटों से घिरा है भारत: कन्नन 

 सुलतानपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह के.सी. कन्नन ने कहा कि आज देश आंतरिक एवं बाहरी संकटों से घिरा हुआ है। इसके लिए सबकुछ सरकार ही करें, ऐसा सोच कर बैठे रहना हमारा काम नहीं है। समाज में परिवर्तन की जरूरत है। देश चारों तरफ की सीमाओं पर दुश्मनों से घिरा हुआ है। जिसमें चीन सबसे बड़ी भूमिका निभा रहा है। सीमाओं पर दुश्मन तो देश के अन्दर भ्रष्टाचार व घोटाले का घुन लगा हुआ है। तमाम संकटों में संघ ने राष्ट्र रक्षा के लिए काम किया है और आगे भी करता रहेगा।  
उक्त बातें उन्होंने सुलतानपुर नगर के विवेकानन्दनगर स्थित सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय विवेकानन्दनगर परिसर में पिछले 21 मई से चल रहे काशी प्रान्त के प्रथम वर्ष संघ शिक्षा वर्ग का आज समापन था। इस अवसर पर आयोजित समारोह में श्री कन्नन ने स्पष्ट रूप से कहा कि चीन भारत के खिलाफ लड़ने का मौका तलाश रहा है। देश की सीमा कराची पोस्ट व दक्षिण सीमा पर आना शुरू हो गया है। चीन कई बार भारत की सीमा में घुस चुका है। भारत सरकार कुछ भी नकी करती है। पाकिस्तान जन्मजात दुश्मन है। अब तालिबान के पास भी अणुबम हो गया है। जिसका खतरा सबसे ज्यादा भारत के लिए है। ऐसी परिस्थिति में सबकुछ सरकार पर छोड़ देना ठीक नहीं है। हम देश के जिम्मेदार नागरिकों को जागरूक होकर आगे आना होगा। 
उन्होंने कहा कि देश के अन्तर की स्थिति भी कम नहीं है। देश में भ्रष्टाचार व घोटाला अपने चरम पर है। जिसके लिए आन्दोलन भी चल रहे है किन्तु यह सब कानून बनाने से खत्म होने वाला नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह कानून बनाने के विरोधी नहीं हैं किन्तु देश मंे कानून की कमी नहीं है। भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए लोगों में मानसिक परिवर्तन की जरूरत है। इसके लिए शिक्षा में सबसे ज्यादा सुधार की जरूरत है। आज भी हम पाश्चात्य संस्कृति के पीछे चल रहे हैं। हमें अपने देश के त्यागी व गौरवपूर्ण गाथाओं को शिक्षा में लाना होगा। चुनावी प्रक्रिया पर भी प्रतिक्रिया करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव में भी सुधार की जरूरत है। आज सांसद व विधायक करोड़ों खर्च करके जनप्रतिनिधि बन रहे हैं इसी कारण वह सत्ता में आते ही अपना हिसाब बराबर करने में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे है। उन्हीं के कारण उपर से नीचे तक भ्रष्टाचार है। उन्होंने जम्मू कश्मीर की स्थिति पर भी चिंता व्यक्त करते हुए नागरिकों को झकझोरने का प्रयास किया। 
श्री कन्नन ने कहा कि संघ का एकमात्र उद्देश्य भारत को परमवैभव तक ले जाना है। इसलिए सम्पूर्ण हिन्दू समाज सका संगठन करना है। संघ एक सोसियो साइकोथेरिपी है। संघ सुधारवादी, राष्ट्रवादी संगठन है। केरल के एक कट्टर माक्र्सवादी प्रोफेसर ने सुधार के लिए अपने बेटे को भेजा जहाॅं वह सुधार गया। शाखा ने मलेशिया में होनी वाली आत्महत्या समाप्त होगी। यह बड़ा परिवर्तन मलेशिया ने डब्ल्यू एच ओ को बताया। भारत में संघ का सबसे बड़ा टेªड यूनियन भारतीय किसान संघ है। 
समारोह की अध्यक्षता कर रहे प्रख्यात चिकित्सक डाॅ0 आर0ए0 वर्मा ने कहा कि आज देश की सीमाएं जिस तरह से दुश्मनों से घिरी पड़ी हैं, उसमें हमें ऐसे नवजवानों की जरूरत है। जो राष्ट्रसेवा के लिए काम कर सके। 
इसके पहले वर्गाधिकारी नरेन्द्र बहादुर सिंह ने वर्ग का वृत्त प्रस्तुत करते हुए बताया कि प्रथम वर्ष का संघ शिक्षा वर्ग देश के कुल 41 प्रान्तों में प्रान्त सह नियोजित है और काशी प्रान्त के कुल 24 जिलों (12 शासकीय जिलों) से कुल 446 स्वयंसेवक सुदूर दक्षिण के वनांचल (सोनभद्र) से लेकर सुलतानपुर तथा कौशाम्बी से लेकर गाजीपुर तक के स्वयंसेवक अपने खर्च पर पूर्ण गणवेश की तैयारी कर, अपना-अपना यात्रा एवं अन्य शुल्क वहन कर प्रशिक्षण प्राप्त किया। यह प्रशिक्षण वर्ग 21 मई से प्रारम्भ होकर 10 जून 2012 को पूर्ण हुआ। इन तरुण स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण देने हेतु कुल 50 शिक्षक एवं लगभग 50 व्यवस्था के अन्य लोग दिन-रात अपनी सेवायें प्रदान किये। जिसमें 406 विद्यार्थी तथा 40 गैर विद्यार्थी भाग लिये। स्वयंसेवकों की दिनचर्या प्रातः 4.00 बजे जागरण से प्रारम्भ होकर रात्रि 10.00 बजे दीप विसर्जन के साथ पूर्ण होती है। इस अत्यधिक व्यस्त दिनचर्या में योजनानुसार 2.30 घण्टे प्रातः एवं 1.30 घण्टे सायं, कुल 4 घण्टे का विभिन्न शारीरिक कार्यक्रम जिसमें योग, दण्डयोग, समता एवं आसन आदि का प्रशिक्षण देकर चुस्त, दुरूस्त, अनुशासित कार्यकर्ता का निर्माण किया जा रहा है। शारीरिक के साथ-साथ स्वयंसेवकों के अन्दर राष्ट्रभाव को पुष्ट करने हेतु विभिन्न बौद्धिक कार्यक्रम जैसे 1 घण्टे का बौद्धिक, चर्चा, प्रवचन आदि होता है। इन सम्पूर्ण कार्यक्रमों को स्वयंसेवकों ने बडे़ ही मनोयोग के साथ आत्मसात किया, कुछ का प्रदर्शन आप स्वयं देख सकते हैं। 
कार्यक्रम में प्रान्त संघचालक विश्वनाथ लाल निगम, प्रान्त प्रचारक अभय जी, प्रान्त व्यवस्था प्रमुख जय प्रकाश, प्रान्त शारीरिक प्रमुख रत्नाकर, सह प्रान्त कार्यवाह बांकेलाल, वर्ग कार्यवाह डाॅ0 रमाशंकर पाण्डेय, वर्ग बौद्धिक प्रमुख डाॅ0 सत्य पाल तिवारी, विभाग प्रचारक धनंजय, मनोज, सुभाष सहित संघ के तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। 
प्रस्तुति: सत्य प्रकाश गुप्ता, सुलतानपुर।

No comments:

Post a Comment