Wednesday, February 12, 2020

पीड़ितों की निशुल्क सेवा करने विदेश की नौकरी छोड़ भारत लौटें डॉ एरन

पद्म सम्मान -२०२० पद्मश्री डॉ. एरन
पद्म सम्मान -2020 में पद्मश्री की सूची में एक ऐसा नाम शामिल किया गया है जो गरीब पीड़ितों के लिए अपनी नौकरी छोड़ अमेरिका से वापस अपने देश भारत आ गए देहरादून  के डॉक्टर योगी एरन जैसे चिकित्सक अभी इस देश में लोगों की सेवा कर रहे हैं इस वर्ष पद्म पुरस्कारों की घोषणा में जब डॉक्टर एरन का नाम पद्मश्री के लिए घोषित हुआ तो उत्तराखंड और विशेष रूप से देहरादून में खुशी की लहर दौड़ पड़ी डॉक्टर एरन की निष्काम साधना को देखते हुए उन्हें पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया 

उत्तराखंड के देहरादून मसूरी मार्ग पर डॉ  एरन का जंगल मंगल क्लीनिक उन लोगों के लिए आशा की एक किरण है, जो जानवरों के काट लेने या जलने पर कुरूप  का जीवन बिताने के लिए मजबूर हो जाते थे अपने सहयोगियों के साथ डॉक्टर एरन इन गरीब पीड़ितों का निशुल्क इलाज करते हैं डॉक्टर एरन आज तक हजारों ऑपरेशन कर चुके हैं और आज भी उनके यहां देशभर के मरीजों की प्रतीक्षा सूची लंबी है

१९८४ में अमेरिका छोड़ भारत वापस आ गए डॉ एरन 
1973  के आसपास वे दून के अस्पताल में डॉक्टर थे जहां प्लास्टिक सर्जरी की अच्छी सुविधाएं न होने के कारण वे अमेरिका चले गए और वहां के प्रसिद्ध डॉक्टर मिलार्ड के साथ काम किया 1984 में गरीबों की सेवा की ललक उन्हें वापस लाई और उन्होंने जंगल मंगल नामक क्लीनिक की स्थापना की और गरीब मरीजों का निशुल्क रहने और इलाज का काम शुरू किया आज भी उनके पास पीड़ितों की लंबी कतार लगी होती है और आज भी वे ऐसे मरीजों से पैसे नहीं लेते हैं उनकी निशुल्क सेवा करते हैं

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