शिरषादी क्वाथ, अश्वगंधा चूर्ण, गिलोय घनवटी और आयुष काढ़ा को कोरोना संक्रमण से निपटने में सहायक माना जा रहा है. आयुष मंत्रालय से अनुमति मिलते ही काशी हिन्दू विश्विद्यालय के आयुर्वेदिक फार्मेसी में इसका निर्माण शुरू किया जा चुका है. प्रत्येक सप्ताह घनवटी की लगभग एक लाख टेबलेट तैयार की जा रही है. रस शास्त्र विभग के अध्यक्ष और फार्मेसी के अधीक्षक प्रोनंद चौधरी के अनुसार गिलोय घनवटी का उपयोग इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है. अश्वगंधा संक्रमण रोकने में सहायक है. वहीँ, शिरिषादी क्वाथ सर्दी,खांसी और बुखार को कम करता है. इसलिए इन औषधियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से भी निपटने में सहायक माना गया है. उन्होंने बताया की कोरोना वायरस जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है, उन्हें ज्यादा प्रभावित करता है. इसलिए आयुष, अमृतादी काढ़ा भी लोगों को दिया जा रहा है. बीएचयू अस्पताल में यह औषधि आयुर्वेद संकाय की ओपीडी में बने काउंटर पर उपलब्ध है.
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