जम्मू-कश्मीर. जम्मू कश्मीर में आतंकियों व अलगाववादियों की
पकड़ ढीली पड़ रही है, और इसी कारण बौखलाए हुए हैं. बौखलाहट का ही परिणाम है कि
स्थानीय नेताओं, कार्यकर्ताओं, व आम नागरिकों पर लगातार हमले कर रहे हैं. आतंकियों ने गत 6 माह में
जम्मू-कश्मीर के करीब 15 से अधिक स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या की है.
जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान परस्त आतंकी लोकतंत्र की हत्या
कर रहे हैं. उन्हें डर है कि पंच-सरपंच और राष्ट्रीय विचार लेकर लोग अगर स्थानीय
स्तर पर कार्य करेंगे तो घाटी में बहुत जल्द आतंक का सफाया हो जाएगा. इसलिए आतंकी
अपना प्रभाव बनाए रखने के लिए लगातार स्थानीय नेताओं और नागरिकों को निशाना बना
रहे हैं.
बीते गुरुवार की रात भी कुलगाम में अज्ञात आतंकियों ने
भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मारे गये भाजपा नेताओं
की पहचान कुलगाम बीजेपी युवा मोर्चा के महासचिव फिदा हुसैन, उमर राशिद बेग और
उमर हजाम के तौर पर हुई है. गोली मारने के बाद अज्ञात आतंकी मौके से फरार हो गये
थे, सुरक्षाबलों
द्वारा आतंकियों की तलाश की जा रही है. इसके अलावा आतंकी घाटी में दोबारा दहशत
फैलाने के लिए आम कश्मीरी नागरिकों को भी निशाना बना रहे हैं. इन सभी आतंकी घटनाओं
के लिए अलगाववाद और पाकिस्तान परस्त आतंकी जिम्मेदार हैं.
पिछले 6 माह में आतंकियों ने 15 से अधिक स्थानीय
नागरिकों, नेताओं की हत्या की
·
6 जून – सोपोर के अदीपोरा बोमाई इलाके में आतंकियों ने घर में घुसकर
इश्फाक अहमद नजार की हत्या कर दी थी.
·
8 जून – कश्मीरी हिंदू सरपंच अजय पंडिता की गोली मारकर हत्या कर दी
थी.
• 10 जून – शोपियां में आतंकियों ने कश्मीरी नागरिक तारिक अहमद पॉल को
अगवा करके उसकी हत्या कर दी थी.
·
15 जून – आतंकियों ने सोपोर की महिला सरपंच जाहिदा को अगवा किया था.
जिसके बाद आतंकियों ने बंदूक के बल पर उन्हें इस्तीफा देने की धमकी दी और कहा
इस्तीफा नहीं देने पर वह उनकी हत्या कर देंगे.
·
8 जुलाई – बांदीपोरा में आतंकियों ने बीजेपी के जिला प्रधान वसीम बारी, उनके पिता और भाई
की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
·
4 अगस्त – कुलगाम जिले के मीरबाजार इलाके में आतंकियों ने बीजेपी पंच
पीर आरिफ अहमद शाह पर आतंकी हमला किया था.
·
6 अगस्त – आतंकियों ने कुलगाम में बीजेपी सरपंच सज्जाद अहमद की गोली
मारकर हत्या कर दी थी.
·
9 अगस्त – बडगाम में आतंकियों ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) बीजेपी
मोर्चा के ज़िला अध्यक्ष अब्दुल हमीद नजार की गोली मारकर हत्या की.
·
15 अगस्त – पुलवामा ज़िले के कंगन इलाके में आतंकियों ने विकलांग
सिविलियन आज़ाद अहमद डार की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
·
28 अगस्त – शोपियां के दंगम इलाके में सुरक्षाबलों को बीजेपी के संरपंच
निसार अहमद भट का शव
मिला था. अज्ञात आतंकियों ने निसार अहमद की हत्या करके उनके
शव को फेंक दिया था.
·
23 सितंबर – आतंकियों ने खाग ब्लॉक बडगाम के बीजेपी बीडीसी भूपिंदर सिंह
की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
·
24 सितंबर – श्रीनगर में आतंकियों ने एडवोकेट बाबर कादरी के घर के बाहर
उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी.
·
28 सितंबर – शोपियां ज़िले के निलडूरा गांव में आतंकियों ने सरकारी
कर्मचारी सब्ज़ार अहमद नाइकू की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
·
6 अक्तूबर – गांदरबल में आतंकियों ने बीजेपी के जिला उपप्रधान गुलाम
कादिर और उनके अंगरक्षक (पीएसओ) पर गोलीबारी की थी. जिसमें पीएसओ अल्ताफ हुसैन भट
ने गुलाम कादिर की जान बचाते हुए एक आतंकी को मार गिराया और खुद शहीद हो गए.
·
11 अक्तूबर – पुंछ जिले के बालाकोट इलाके में आतंकियों ने बीजेपी नेता
जुलिफ्फकार पठान के घर पर फायरिंग की थी. हालांकि हमले में किसी तरह का नुकसान
नहीं हुआ था.
·
29 अक्तूबर – कुलगाम में आतंकियों ने कुलगाम बीजेपी युवा मोर्चा के
महासचिव फिदा हुसैन और कार्यकर्ता उमर राशिद बेग, उमर हजाम की गोली
मारकर हत्या कर दी.
श्रोत- विश्व संवाद केन्द्र, भारत
No comments:
Post a Comment