Wednesday, July 27, 2022

यह कैसे हो सकता है, बाबा अमरनाथ हमारे पास और मां शारदा पीओजेके में हो – राजनाथ सिंह

जम्मू. जम्मू कश्मीर के इतिहास में पहली बार 1947 से लेकर आज तक बलिदान होने वाले प्रदेश के लगभग दो हजार जांबाजों को सामूहिक श्रद्धांजलि देने के साथ बलिदानियों के परिजनों को सम्मानित किया गया. रविवार को स्वतंत्रता के 75 वर्ष एवं कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में जम्मू कश्मीर पीपुल्स फोरम द्वारा गुलशन ग्राउंड, गांधीनगर में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले वशिष्ट अतिथि और देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि थे. समारोह में बलिदानियों के परिवारों, पूर्व सैनिकों, अर्द्ध सैनिक बलों के पूर्व जवानों और अधिकारियों, पूर्व सैन्य अधिकारियों, जम्मू कश्मीर पुलिस के पूर्व कर्मियों और अधिकारियों सहित अन्य लोग सम्मिलित हुए.

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अब भारत विश्व का एक ताकतवर देश है. देश का अहित चाहने वाली विदेशी ताकतों को कड़ा सबक सिखाया जाएगा. अगर युद्ध होता है तो दुश्मन को मिट्टी में मिला दिया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को अब विश्व में गंभीरता से लिया जाता है. उन्होंने जेकेपीएफ की कारगिल विजय दिवस की 23वीं वर्षगांठ मनाने के लिए भी सराहना की.

उन्होंने कहा कि कई युद्धों में मात खाने के बाद भी गिद्ध दृष्टि रखने वाले पाकिस्तान को हमारी ताकत का अंदाजा है. पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना के पायलेट अभिनंदन को रिहा कर उसका प्रमाण दिया था. पाकिस्तान के विदेश मंत्री का बयान था कि अगर पाकिस्तान ने रात 9 बजे से पहले अभिनंदन को नहीं छोड़ा तो भारत पाकिस्तान पर हमला कर देगा.

उन्होंने पाकिस्तान को इशारों में कहा कि पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू कश्मीर भारत का अटूट अंग है. पीओजेके भारत का हिस्सा था और रहेगा. यह कैसे हो सकता है कि श्री अमरनाथ हमारे पास हों और मां शारदा पीओजेके में हो. देश के लिए बलिदान देने वाले सभी वीरों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बलिदानियों के परिजनों को पूरा सम्मान देना जनता की राष्ट्रीय जिम्मेदारी है. उन्होंने मेजर मोहम्मद उसमान, मेजर सोमनाथ, मेजर शैतान सिंह और मेजर बिक्रम बत्रा की वीर गाथाओं का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के मौजूदा स्वरुप को बनाए रखने में सेना के जवानों का अहम योगदान रहा है.

चीन व पाकिस्तान से लड़े गए युद्धों का हवाला देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अब विश्व का एक ताकतवर देश है. कोई भी दुश्मन हमारी ओर अब आंख उठाकर नहीं देख सकता है. चीन ने कई ऐसी गतिविधियां की हैं, जिससे साबित हुआ है कि उसकी नीयत ठीक नहीं है. भारतीय सेना पहले भी कई ऑपरेशन कर चुकी है और भविष्य में जरूरत पड़ी तो सैन्य अभियान चलाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि 1962 की गलतियों का खामियाजा आज तक देश भुगत रहा है.

अब भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. रक्षा बजट में से 68 प्रतिशत रक्षा उपकरणों की खरीद भारत में निर्मित उत्पादों की ही होगी. भारत पहले रक्षा क्षेत्र में उपकरणों का आयात करने वाला विश्व में नंबर एक का देश था, लेकिन अब भारत उन प्रथम 25 देशों की सूची में आ गया है जो रक्षा उपकरणों का निर्यात कर रहे हैं.


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