Sunday, August 14, 2022

पर्व, त्योहार और परंपराएं ही समाज में समरसता पैदा करते है - रमेश जी

गंगापार (प्रयागराज)| भारत पर्व और त्योहारों का राष्ट्र माना जाता है। ये पर्व, त्योहार और परंपराएं ही समाज में समरसता पैदा करते है। इससे राष्ट्र भी सुदृढ़ होते है। इसलिए त्योहारों और पर्वों को संरक्षण करना और मनाते रहना होगा। उक्त बातें फूलपुर नगर पंचायत के श्रीहरि कृपा मंडपम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित रक्षाबंधन उत्सव में मुख्य वक्ता प्रांत प्रचारक रमेश जी ने कही।

      उन्होने आगे कहा कि रक्षाबंधन निश्चित तौर पर भाई बहन के स्नेह और प्रेम के बंधन का त्योहार है।लेकिन यह इसका संकुचित रूप है। इसका विस्तृत रूप राष्ट्र रक्षा से है। भारतीय संस्कृति में बाली प्रसंग,श्रीकृष्ण द्रौपदी प्रसंग,इन्द्र व इंद्राणी प्रसंग इस त्योहार की महत्ता को बताता है। यह पर्व प्रकृति के संरक्षण के संकल्प का भी है। उन्होने कहा कि जिस प्रकार हम लोगो ने भगवा ध्वज को रक्षा सूत्र बाँधकर उसकी रक्षा का संकल्प लिया उसी प्रकार हमें तिरंगे झंडे की रक्षा का भी संकल्प लेना है। आजादी के अमृत महोत्सव पर बोलते हुए उन्होने कहा कि आज सारा देश आजादी के 75वाँ वर्षगाठ मना रहा है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं विचार परिवार के संगठन भी इस महोत्सव को मना रहे है। हजारो नही लाखो वर्षो से रक्षाबन्धन का पर्व हमारे देश में मनाया जा रहा है हम सबको भी रक्षाबंधन पर राष्ट्र - रक्षा व समाज-रक्षा का संकल्प लेना है|

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