प्रयागराज| हिंदू समाज स्वयं आगे आकर धर्मांतरण का विरोध करें गौ हत्या
बंद हो इसके लिए पूज्य संतों को आगे आना चाहिए पूरी दुनिया में शांति के लिए इस
राष्ट्र की पहचान है वो हिंदू धर्म के कारण है हमारा धर्म और संस्कृति संरक्षित और
संवर्धित हो हमें इसके लिए प्रयास करना चाहिए| उक्त विचार जगतगुरु रामानुजाचार्य वासुदेवाचार्य जी ने
व्यक्त किया| वे बुधवार को
प्रयागराज में विश्व हिंदू परिषद माघ मेला शिविर के हिंदू समाज के रीति रिवाज
परंपराओं मान्यताओं देवी-देवताओं आस्था से जुड़े विषयों पर मार्गदर्शक मंडल की
बैठक को सम्बोधित कर रहे थे| मार्गदर्शक मंडल की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि
हिंदू समाज के लिए वैश्विक स्तर पर एक समग्र नीति बननी चाहिए जिसका मार्गदर्शन
सामाजिक, राजनीतिक और
धार्मिक स्तर पर हो| हिंदू समाज सशक्त
हो सभी जाति मत-पंथ-संप्रदाय की एकता ही हिंदू समाज की एकता है|
मार्गदर्शक मंडल की बैठक में अपना विचार रखते हुए डॉ.
रामकमल दास वेदांती जी ने कहा समान नागरिक आचार संहिता ही हिंदू समाज के ऊपर हो
रहे हमले को रोकने में एक सशक्त कदम होगा| देश में एक निशान एक विधान हो हमारी सरकार को इसका चिंतन
करना चाहिए, जिससे समाज में
संतुलन बना रहेगा| बैठक में वैदेही
वल्लभा देवाचार्य जी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आदिवासी वनवासी क्षेत्रों
में हम संतो को निकलकर प्रवास करना चाहिए| हिंदू संस्कृति और धर्म की मुख्यधारा से जो हटे हैं, जो समाज से हटा
है, उसे मुख्यधारा
में लाने का कार्य हम संतो को करना है| उन्होंने कहा कि जब-जब हिंदू धर्म और इस राष्ट्र पर किसी
प्रकार का आक्रमण हुआ है तो पूज्य संत ही आगे आए हैं| हिंदू समाज हमको
श्रद्धा और आस्था के भाव से देखता है| इसलिए हमको आगे आना चाहिए और समाज में जागरण का कार्य करना
चाहिए|
बैठक में पूज्य
संतोष दास सतुआ बाबा जी ने कहा कि लगातार हमारे जनजाति समाज के ऊपर हमले हो रहे
हैं| हिंदू समाज को
बांटने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है| हमें जात के नाम पर बांटने का बहुत बड़ा खेल ईसाई मिशनरियों
द्वारा किया जा रहा है| हमारे असहाय
निरीह बंधुओं को लालच देकर धर्मांतरण का खेल चलाया जा रहा है इसलिए हम संत समाज से
यह आग्रह करते हैं कि वह समाज में जाकर इस घिनौने कुचक्र को समझाएं| सामाजिक समरसता
के अनेक कार्यक्रम पूज्य संतों के द्वारा आयोजित किए जाएं अनेक समरसता मूलक
कार्यक्रमों के आयोजन हों |
जिसमें सभी जाति
मत पंथ संप्रदाय संपूर्ण हिंदू समाज की एकता का प्रदर्शन हो| बैठक में बोलते
हुए कृष्ण आचार्य जी ने कहा कि आज हिंदू समाज में बाल संस्कार के लिए विश्व हिंदू
परिषद ने जो योजना बनाई है,
उस पर संत समाज
पूरा सहयोग करेगा और संत समाज भी हिंदू समाज में व्याप्त कुरीतियां बुराइयों को
समाप्त करने के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित करने की पहल करेगा| बैठक में अपने
विचार रखते हुए विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष श्री राम जन्मभूमि तीर्थ
क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री श्री चंपत राय जी ने कहा कि आज हिंदू समाज के ऊपर
अनेक प्रकार से आक्रमण हो रहे हैं जो कहीं अशांति की ओर ले जाने का प्रयास है| हिंदू समाज के
धैर्य की परीक्षा न ली जाए|
उन्होंने आगे कहा
कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण प्रगति पर है| श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन इन्हीं पूज्य
संतों के मार्गदर्शन पर हुआ| पूज्य संतों के मार्गदर्शन से ही हिंदू समाज आज पूरे दुनिया
में हिंदू संस्कृति एवं हिंदू धर्म की प्रतिष्ठा सर्वोच्च है, जो पूज्य संत
लगातार हिंदू समाज को संगठित और संस्कार युक्त बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं| यह वही पुण्यभूमि
है जहां पर लिया गया संकल्प पूर्ण होता है|
बैठक में डॉ.
नरसिंह दास जी ने कहा इस राष्ट्र की संस्कृति इतनी महान है कि हमारे महापुरुष
हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत हैं| हम आगे आने वाली पीढ़ियों में केवल अपने संस्कृति का ज्ञान
और महापुरुषों का इतिहास का ज्ञान करवाते रहें यह कार्य हम संतो को करना है| हिंदू समाज की
रक्षा के लिए हमें अपने इस जीवन को लगा देना चाहिए| विश्व हिंदू परिषद का कार्य ईश्वरीय है इसलिए
इस पुण्य भूमि पर हम लोग एकत्रित होकर जो संकल्प लेते हैं वह अब तक पूरा होता आया
है| बैठक में पूज्य
संतों के समक्ष विचारणीय विषय वैदिक सनातन जीवन मूल्य, ग्रामीण वनवासी
क्षेत्रों में प्रवास, घर वापसी, राष्ट्रीय
जनसंख्या नीति, समान नागरिक संहिता, लव जिहाद और
धर्मांतरण का प्रस्ताव अखिल भारतीय धर्माचार्य संपर्क प्रमुख जिवेशवर मिश्र जी ने
रखा| संचालन अखिल
भारतीय संत संपर्क प्रमुख श्री अशोक तिवारी जी ने किया| प्रमुख रूप से
स्वामी गोपाल जी महाराज सच्चा आश्रम स्वामी रामरतन दास जी महाराज फुलहरि बाबा
स्वामी लाल बाबा जी, विश्व हिंदू
परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री पू. उ. प्रदेश गजेंद्र जी, प्रांत संगठन
मंत्री मुकेश कुमार, सह संगठन मंत्री
प्रांत नितिन, काशी प्रांत
धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अद्या शंकर जी, विश्व हिंदू परिषद काशी प्रांत के अध्यक्ष के. पी. सिंह आदि
उपस्थित रहे|
बहुत उच्च विचार है।
ReplyDelete