फूलपुर (गंगापार)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ फूलपुर नगर के तत्वावधान में मंगलवार को बौड़ई स्थित जिला कार्यालय पर आयोजित रक्षाबंधन उत्सव को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता काशी प्रांत प्रचारक रमेश जी ने कहा कि रक्षाबंधन समरसता, समानता के भाव के साथ व्यवहार करने का सन्देश देता है। भारत पर्वों का देश माना जाता है यहाँ का हर दिन पावन होता है। भारत को भारत बनाने व बचाने में ऋषियों मुनियों की जितनी भूमिका रही ही है उससे कमतर भूमिका यहाँ के पर्व और त्योहारों की नही है।ये पर्व और उत्सव न होते तो यह देश 1300 वर्षों की गुलामी के कारण छिन्न भिन्न हो जाता।
उन्होने कहा कि सबसे प्राचीन हमारा राष्ट्र, जो सनातन परंपरा का ध्वजवाहक और सामर्थ्यवान राष्ट्र था। यह पराधीन हो गया लेकिन इसकी उत्सवधर्मिता के कारण पराधीनता में भी हमने अपनी परंपराओं को नही छोड़ा। पर्व संस्कारों को जोड़े रखने का कार्य करते है और इतिहास के अनछुए प्रश्नों की ओर ले जाते हैं। उन्होने कहा कि रक्षाबंधन का पर्व सिर्फ भाई बहनों के संदर्भ में ही नही है बल्कि पौराणिक घटनाओं से जुड़ा हुआ है। आसुरी शक्तियों से रक्षा के लिये इंद्राणी ने इन्द्र को, द्रौपदी ने योगेश्वर श्रीकृष्ण को जो रक्षा सूत्र बांधे थे, ये वही रक्षाबंधन है। संघ इस पर्व को राष्ट्र रक्षा के निमित्त मनाता है। जो संदेश देता है एक दूसरे की रक्षा करना, देश, समाज, धर्म, संस्कृति, राष्ट्र, परिवार की रक्षा करना।
अध्यक्षता करते हुए एके श्रीवास्तव ने कहा कि संघ की कारण ही आज देश में व्यापकरूप से सकारात्मक परिवर्तन हुए है। जिनकी कल्पना भी नही की गई थी वे सब बातें साकार हो रही है।
कार्यक्रम में स्वयंसेवको ने भगवा ध्वज व एक दूसरे को रक्षा सूत्र बांधा। इस अवसर पर बेचन सिंह, प्रेम सागर, यशवंत, शोभनाथ चौरसिया, मदन, रवि पाण्डेय, सुभाष, गजानन पाण्डेय, अमरनाथ यादव, विपेन्द्र सिंह पटेल, सुरेश विश्वकर्मा, गौरीशंकर, डा.आत्माराम, विद्या रत्न आदि उपस्थित रहे। संचालन उमा चरण ने किया।
No comments:
Post a Comment