- रक्षाबंधन उत्सव हमारी एकता व अखंडता का उत्सव
सुलतानपुर/जौनपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सुलतानपुर
द्वारा मंगलवार को आयोजित रक्षाबन्धन उत्सव को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता रामाशीष
जी (संयोजक, प्रज्ञा प्रवाह - पू. उत्तर प्रदेश, बिहार एवं झारखण्ड) ने कहा कि रक्षाबंधन
उत्सव हमारी एकता व अखंडता का उत्सव है| संघ का किसी भी पर्व को मनाने के पीछे एक
उद्देश्य होता है। राखी के धागों में छिपे इतिहास से प्रेरणा लेकर आज इन पावन पर्व
को राष्ट्र-रक्षा से जोड़ने की आवश्यकता है। भारत की रक्षा करना रक्षाबंधन का मूल
संदेश है। इस उद्देश्य को लेकर संघ रक्षाबंधन उत्सव को मनाता है।
उन्होंने कहा कि
परंपरा के पीछे कोई चिंतन, उद्देश्य न हो तो
उसका कोई औचित्य नही होता। यह पर्व व्यक्ति को एक मर्यादा में बांधती हैं।
रक्षाबंधन केवल भाई-बहन का ही पर्व नही है, देश, धर्म और संस्कृति की
रक्षा करना भी है। देश की रक्षा ही रक्षाबंधन का संदेश है।
श्री रामाशीष जी ने आगे
कहा कि रक्षाबंधन उत्सव संघ के छह वार्षिक उत्सवों में से एक है। देश, धर्म व समाज की रक्षा का संदेश देने वाला
रक्षाबंधन उत्सव पारिवारिक संबंधों तक ही सिमट जा रहा हैं। व्यक्ति की एक मर्यादा
बनती है। आत्मिक सम्बन्धो में एक दूसरे को मर्यादा के बंधन में बंधना पड़ता है। इस
बन्धन में स्नेह झलकता है। आज देश में जो परिवर्तन हो रहा है। वह देश के अंदर
जागरण का परिणाम है जिससे परिवर्तन आया। लोग जागृत हो रहे है जिससे विरोधी
शक्तियां धार्मिक, आर्थिक आक्रमण कर
रही हैं। पश्चिम में एक वर्ग विकसित हो रहा जो कहता है कि वह किसी धर्म, संस्कृति को विकसित नही होने देगा। इसी वर्ग से
आज की युवा पीढ़ी में अचानक बदलाव आ रहा हैं जिससे अभिभावक परेशान हैं।
उन्होंने भारत और अमेरिका की संस्कृति में अंतर स्पष्ट करते हुए कहा कि भारत के परिवार के सिद्धांत का विश्व अनुसरण करना चाहता है। भारत और अमेरिका के बच्चों पर अध्ययन किया तो पाया कि भारत के बच्चे विद्यालय से भागते हुए निकलते है और अमेरिका के बच्चे भारी मन से निकलता है। भारत का बच्चा बोलता है कि वह अपनी मां और परिवार से मिलने को बेताब होता है। जबकि अमेरिका में बच्चा घर पहुँचता है तो वह अपनी मां के साथ दूसरे पिता और अपने पिता के साथ दूसरी माँ को पाता है। अध्यक्षता कर रहे सीआरपीएफ के उपमहानिरीक्षक रासविहारी सिंह ने कहाकि रक्षाबंधन उत्सव सभी पर्वो में उत्तम पर्व है। हमारे यहाँ इसे घर-घर मनाने की परंपरा है।
कार्यक्रम में डॉ.
रमाशंकर मिश्र, अमरपाल सिंह, श्री प्रकाश जी, डॉ. ए.के. सिंह, आशीष जी, अजय गुप्ता, नवीन जी, दिलीप बरनवाल, डॉ. पवनेश, अजय सिंह, डॉ. जेपी सिंह, डॉ. विनोद सिंह आदि उपस्थित रहे।
जौनपुर : रक्षाबंधन
उत्सव हमारी एकता व अखंडता का उत्सव
जौनपुर| राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जौनपुर द्वारा आयोजित रक्षाबंधन उत्सव को संबोधित करते हुए रामाशीष जी ने कहा की भारत उत्सवों का देश है| उनमें से रक्षाबंधन उत्सव हमारी एकता व अखंडता का उत्सव है| यह उत्सव प्राचीन काल से भारत में मनाया जा रहा है। यह उत्सव हिंदू समाज में एकात्मता, समानता एवं भाईचारे का प्रतीक है। हमारा धर्म श्रेष्ठ व समावेशी है| यह जाति-पात व भेद-भाव में विश्वास नहीं करता। रक्षाबंधन उत्सव हमे अपने देश के प्रति कर्तव्य, सुरक्षा एवं सेवा की प्रतिबद्धता का प्रतीक है| यह उत्सव हमे प्रकृति की सुरक्षा, समाज में व्याप्त कुरीतियों से लड़ने का, समाज की सुरक्षा, राष्ट्र की सुरक्षा का उत्सव है। मंच पर मा.जिला संघचालक डॉ. सुबास जी, मा.जिला सह संघचालक प्रेमचंद्र जी, मा.नगर संघचालक धरमवीर जी उपस्थित रहें|
इस अवसर पर कार्यक्रम में प्रांत प्रचारक
प्रमुख रामचंद्र जी, विभाग प्रचारक अजीत
जी, जिला प्रचारक रजत जी, जिला
कार्यवाह रजनीश जी, सह जिला कार्यवाह
रवींद्र जी, मंगलेश्वरम जी एवं
बड़ी संख्या में बंधु तथा बहनें उपस्थित रही| अतिथि परिचय डॉ. राजीव त्रिपाठी ने
कराया|
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