काशी| गनीमिकावा (गोरिला युद्ध) से शिवाजी हिन्दवी
स्वराज्य की स्थापना की ओर अग्रसर होते हैं| शिवाजी तोरणगढ़ किले पर कब्जा कर हिंदवी
साम्राज्य की स्थापना आरम्भ करते हैं। उधर आदिलशाह के फरमान पर शिवाजी को ठिकाने
लगाने के लिए अफजल खान और शाहिस्ता खान जैसे मुगल सेना नायक आते हैं पर मावला की
घाटियों में शिवाजी के सामने सभी को मुंह की खानी पड़ती है। शिवाजी को औरंगजेब से
मिलने के लिए आगरा के किले में जाना होता है जहां धोखे से शिवाजी को औरंगजेब कैद
करवा देता है। कैद में रहने के कुछ दिनों बाद वीर शिवाजी अपने मुट्ठी भर सैनिकों
के दम पर औरंगजेब की सवा लाख की सेना को पराजित कर फरार हो जाते हैं। इसके बाद
शिवाजी हिंदवी स्वराज्य के विस्तार हेतु 84 बंदरगाहों और 42 जल दुर्गों पर अपनी
पताका फहराते हैं।
हिंदू
हैं तो हिंदू जैसा आचरण रखें, विधर्मियों से सतर्क
रहकर अपना कर्म करें : महंत शंकर गिरी जी महाराज
जाणता
राजा महानाट्य मंचन के चौथे दिन विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित मां अन्नपूर्णा
मंदिर महंत पूज्य शंकर गिरी जी महाराज ने कहा कि मां अन्नपूर्णा के आशीर्वाद की
तरह प्रत्येक मां का आशीर्वाद मिलना चाहिए, तभी हर बालक में वीर शिवाजी जैसा साहसी व्यक्तित्व जन्म लेगा। वर्तमान समय
में हिंदू समाज को विधर्मियों से सतर्क रहकर अपना कर्म करना होगा और हिंदू है तो
हिंदू का आचरण अपनाना होगा। माथे पर टिका, हाथों में कलेवा
आदि पूर्व के संस्कार अपने होंगे। अपने साथ परिवार एवं समाज में भी हिंदू संस्कार
पर विशेष ध्यान देना होगा। महंत शंकर गिरी जी महाराज ने उपस्थित हजारों लोगों से
अपील किया कि एक रोटी कम खाएं लेकिन संस्कारवान बनें।
पांचवे
दिन उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल ने देखा मंचन
जाणता
राजा महानाट्य मंचन के पांचवें दिन उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल श्रीमती
आनंदीबेन पटेल ने मंचन देखा। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राज्यपाल श्रीमती
आनन्दी बेन पटेल नाटक के दृश्यों को देखकर द्रवित और भाव विभोर हो गयी। उन्होंने पत्रकारों
से संवाद के क्रम में कहा कि यह नाटक अद्वितीय एवं रोमांचकारी है तथा भारतीय
मूल्यों को अपने में समेटे हुए जीवंत कर रखा है। दी।उन्होंने प्रान्त प्रचारक श्री
रमेश जी का भी हृदय से आभार जताया इसके साथ ही सेवाभारती के प्रांत अध्यक्ष राहुल
सिंह एवं आयोजन सचिव एवं अध्यक्ष अभय सिंह को अयोजन की सफलता के लिए बधाई
शिवाजी
महाराज के द्वारा स्थापित आदर्श शासन, अनुशासन व न्याय प्रियता युवा समाज के लिए
प्रेरणा
मंचन
के दौरान यह भी दर्शाया गया है कि जाति, समुदाय, धर्म और पंथ से ऊपर उठकर एक आदर्श शासन को
अपनी प्रजा के लिए कैसा होना चाहिए। महिला के साथ बच्चों की करने पर अपने राज्य के
पाटिल को सजा देना और मोहिते मामा को
गिरफ्तार करना। अधिकार का दुरुपयोग करने पर अपने प्रधानमंत्री को बर्खास्त कर
देना। शिवाजी महाराज के द्वारा स्थापित आदर्श शासन के तौर पर अनुशासन व न्याय
प्रियता युवा समाज के लिए प्रेरणा का काम करेगी।
हिन्दवी
स्वराज विशेषांक की हुई सराहना
काशी।
जाणता राजा महानाट्य मंचन के दौरान विश्व संवाद केंद्र काशी द्वारा प्रकाशित चेतना
प्रवाह के हिन्दवी स्वराज विशेषांक संत समाज को काशी प्रांत प्रचारक रमेश जी एवं
पत्रिका के प्रबंध संपादक नागेंद्र द्विवेदी भेंट किया गया।
पूज्य
सद्गुरु रितेश्वर जी महाराज ने कहा कि यह विशेषांक शिवाजी महाराज के सम्पूर्ण जीवन
पर एवं उनसे जुड़े सभी महापुरुषों, सहयोगियों और योद्धाओं को समेटे हुए है। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर
यतिंद्रानंद जी महाराज ने कहा कि हिंदवी स्वराज विशेषांक से वर्तमान पीढ़ी शिवाजी
की कुशल रणनीतियों से परिचित होगी। उक्त विशेषांक जाने माने अंतरिक्ष वैज्ञानिक
एवं विद्वान प्रो.ओम प्रकाश पांडेय के अतिरिक्त अन्य अतिथियों को भी भेंट किया
गया।
विशेषांक
लेने के लिए लोगो में उत्साह
हिंदवी
स्वराज विशेषांक के वितरण काउंटर पर विशेषांक लेने के लिए लोगों में उत्साह दिखा।
मंचन देखने आए दर्शकों ने कहा कि नाट्य देखने के बाद विशेषांक के माध्यम से शिवाजी
के जीवन चरित को अपने जीवन में उतारने का यह अच्छा अवसर है|
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