गाजीपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष 2025 उत्सव के अवसर पर रविवार को नगर के शिवाजी
शाखा क्षेत्र में स्थित सरस्वती शिशु मंदिर रायगंज में विजयदशमी उत्सव
मनाया गया। शस्त्र पूजन कर कार्यक्रय का
शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप मे विभाग संचालक सचिदानन्द जी ने
बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विजयादशमी के दिन सन् 1925 में स्थापित हुई। हम अपने बाल, व तरूण स्वयंसेवकों के बल पर हमने
राष्ट्रोत्थान का कार्य कर आज सौ वर्ष पूर्ण कर शताब्दी समारोह मना रहें हैं। इन
सौ वर्षो में अनेक उपलब्धियो को प्राप्त कर संघ ने समाज को एकरूप व एकतार मे खड़े
करने का जो अदभुत प्रयास किया है वो अविस्मरणीय है, हमारे समाज को अपने पूराने गौरवशाली इतिहास
को स्मरण कराते हुए उससे सीख लेने व निरंतर आगे बढ़ते रहने की सीख ही हमारा कतर्व्य
व दायित्वो का बोध कराता है। इन सौ वर्षो में हमारे समाज की बहुप्रतिक्षित लक्ष्य
राम मंदिर निर्माण कर रामराज की आधारशीला रखने का कार्य किया है। मुगलो व अंग्रेजो
ने जो हमारे सनातनी विरासत को नष्ट कर पाश्चात्य सभ्यता को थोपने का कार्य किया है
उसे हमे धीरे धीरे नियंत्रित करना होगा। हम अपने सांस्कृतिक विरासत के बल पर अपने
भारत के गौरव को पुनः स्थापित करने का कार्य करेंगे। जिससे लिए समाज में समरसता, स्वदेशी का भाव, पर्यावरण सुरक्षा, नागरिक कतर्व्य, कटुम्ब प्रबोधन के माध्यम से राष्ट्रीय भावना
कायम करना होगा। जो अपने वाली नवयुवको की पीढी को हम विरासत मे दे सके। इसके पूर्व
अतिथियों ने संयुक्त रूप से संघ के संस्थापक डा. केशव बलिराम हेडगेवार व माधव
सदाशिवराव गोलवकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर ध्वज प्रणाम किया। इसके पश्चात पथ
संचलन निकाला गया। पथ संचलन सरस्वती शिशु मंदिर रायगज से प्रारम्भ होकर लालदरवाजा, पावरहाउस, हरिशंकरी होते हुए अमरनाथ मंदिर रायगंज
पहुचां और जगह जगह पुष्पवर्षा कर पथ संचलन में सम्मिलित स्वयसेवकों का स्वागत किया
गया।
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