Tuesday, August 18, 2020

नहीं रहें शास्त्रीय गायन के रसराज, सोमवार को पंडित जसराज का निधन

On Hanumant Jayanti Festival, Pandit Jasraj Presented A Tribute In ...
भारतीय शास्त्रीय गायन के बड़े स्तम्भ सुर सम्राट पं जसराज ने सोमवार को संसार से विदा ले लिया. इस घटना से न सिर्फ शास्त्रीय गायन को अपूरणीय क्षति हुई बल्कि पूरे देश को सदमा पहुंचा. 90 वर्षीय पं जसराज का निधन कार्डियक अटैक के कारण हुआ. 
28 जनवरी 1930 को हरियाणा के हिसार में जन्मे पं जसराज मेवाती घराने से जुड़े थे. उनके पिता पं मोतीराम मेवाती घराने के संगीतज्ञ थे. 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने व्यक्त किया शोक 
सुर सम्राट पंडित जसराज के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि पंडित जसराज जी के निधन से भारतीय शास्त्रीय विधा में एक बड़ी रिक्तता पैदा हो गयी है. न केवल उनका संगीत अप्रतिम था बल्कि उन्होंने कई अन्य शास्त्रीय गायकों के लिए अनोखे मार्गदर्शक के रूप में एक छाप छोड़ी. उनके परिवार एवं समस्त विश्व में उनके प्रशंसकों के प्रति संवेदना. ओम शांति.
बड़े प्रशंसक थे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 
पं जसराज को रस के राजा अर्थात रसराज कहते थे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी. वे जसराज जी के बड़े प्रशंसक हुआ करते थे. ये जानकारी स्वयं पं जसराज जी ने दी थी. 

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