Thursday, May 26, 2022

वर्ग की दिनचर्या-अनुशासन का पालन करने वाले कार्यकर्ता समाज में अग्रणी भूमिका निभाने में होते हैं सफल – रमेश जी


चुनार। निष्ठावान कार्यकर्ता तैयार करना ही वर्ग का ध्येय होता है। सूचना का अक्षरश: पालन करना ही श्रेष्ठ कार्यकर्ता बनने का मार्ग है। जो कार्यकर्ता वर्ग की दिनचर्या तथा अनुशासन एवं व्यवस्था का पालन करते हुए अपना प्रशिक्षण पूरा करते हैं, वह समाज तथा अपने विविध कार्य क्षेत्रों में भी अग्रणी भूमिका निभाने में अवश्य सफल होते हैं। संघ प्रखर राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत ऐसी युवा पीढ़ी के निर्माण करने में ही सतत संलग्न है| उक्त विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काशी प्रांत प्रचारक श्रीमान रमेश जी ने  व्यक्त किया। वे स्थानीय रामबाग में संघ शिक्षा वर्ग (सामान्य) के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे|

            उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी स्थापना काल से ही व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण के ध्येय को लेकर आगे बढ़ रहा है। संघ शिक्षा वर्ग के माध्यम से निरंतर संस्कारित, अनुशासनबद्ध एवं प्रखर राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत युवा पीढ़ी का निर्माण हो रहा है जो समाज के विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचकर अपनी विशेष छाप छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा प्रशिक्षित कार्यकर्ता ही हिंदू जगे तो देश जगेगाके भाव को और भी  पुष्ट बनाने में सक्षम होंगे। कार्यकर्ताओं को अनुशासन के प्रति पूरी तरह से सजग  करते हुए उन्होंने आगे कहा कि संघ की व्यवस्था में ढलकर जो निकलेगा वही परिपक्व कार्यकर्ता बनेगा। अपने उद्बोधन के दौरान श्रीमान रमेश जी ने बल देते हुए कहा कि व्यक्ति निर्माण का सबसे बड़ा केंद्र हमारी शाखाएं हैं। शाखाओं के माध्यम से संस्कार, अनुशासन सेवा, समर्पण तथा राष्ट्रभक्ति का भाव जागृत होता है| नर से नारायण का निर्माण वास्तव में हमारी शाखा ही करती हैं। वर्ग में प्रशिक्षित कार्यकर्ता अपने-अपने कार्य क्षेत्र में जाकर शाखा के माध्यम से व्यक्ति निर्माण और समाज परिवर्तन के काम में लगें, यही उनसे अपेक्षा है।

            उन्होंने चुनारगढ़ की ऐतिहासिकता की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि यह ऋषियों मुनियो तथा साधकों की पवित्र भूमि है। सुरम्य वातावरण वाला यह स्थान मां दुर्गा की शक्ति का केंद्र है। विक्रमादित्य तथा राजा भरथरी की यह तपस्थली तथा साधना स्थली भी है। यहां से साधना करके निकलने वाले कार्यकर्ता इस तपस्थली का मान अवश्य बढ़ाएंगे ऐसा विश्वास है।

            उद्घाटन सत्र का आरम्भ भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया| इस वर्ग में सोनभद्र विंध्याचल जौनपुर तथा काशी विभागों के 350 प्रशिक्षणार्थी तथा व्यवस्था के लिए लगभग 100 कार्यकर्ता पूरा समय दे कर प्रतिभाग कर रहे हैं। उद्घाटन सत्र के पश्चात यह वर्ग विधिवत प्रारंभ हो गया 13 जून को वर्ग का विधिवत समापन होगा। इस दौरान प्रांत कार्यवाह मुरली पाल जी, वर्ग अधिकारी सच्चिदानंद जी मंच पर विशेष रूप से उपस्थित थे।

            वर्ग में वर्गाधिकारी सच्चिदानंद जी, वर्गकार्यवाह डॉ कुलदीप जी,  सह वर्ग कार्यवाह सुरेंद्र जी, वर्ग पालक काशी प्रांत प्रचारक प्रमुख रामचंद्र जी, सह प्रांत कार्यवाह, डॉ राकेश जी, मुख्य शिक्षक ओम प्रकाश जी, सर्व व्यवस्था प्रमुख गौतम जी, सह सर्व व्यवस्था प्रमुख चंद्रशेखर जी, पर्यवेक्षक रजनीश जी तथा बौद्धिक प्रमुख कृष्णचंद्र जी अपने दायित्व का निर्वहन रहे हैं। 20 दिवसीय इस वर्ग में कार्यकर्ताओं की दिनचर्या प्रातः काल 5:00 से प्रारंभ होकर रात्रि 10:00 बजे  तक चलेगी, जिसमे  वे शारीरिक, बौद्धिक चर्चा आदि विषयों में पूरी दक्षता प्राप्त करेंगे। वर्ग की सबसे बड़ी विशेषता यह भी है कि  सभी प्रशिक्षणार्थी तथा व्यवस्था में लगे कार्यकर्ता अपना निर्धारित शुल्क देकर इसमें प्रतिभाग कर रहे हैं।

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