Friday, May 27, 2022

वर्गों के माध्यम से शारीरिक, बौद्धिक और व्यवहारिक दृष्टि से परिपक्व कर समाज व देश के प्रति सर्वस्व समर्पण का भाव जगाता है संघ - रमेश जी

 

प्रयागराज| राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रखर राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत युवा पीढ़ी के निर्माण में सतत संलग्न है| संघ वर्गों के माध्यम से शारीरिक, बौद्धिक और व्यवहारिक दृष्टि से परिपक्व कर उनमें समाज व देश के प्रति सर्वस्व समर्पण का भाव जगाता है| वर्ग का ध्येय सामाजिक समरसता, सामूहिक जीवन शैली, नेतृत्व क्षमता का विकास, समाज व राष्ट्र के प्रति समर्पित कार्यकर्ता तैयार करना है। उक्त विचार गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काशी प्रांत प्रचारक रमेश जी ने नैनी स्थित माधव ज्ञान केंद्र इंटर कॉलेज में संघ शिक्षा वर्ग-प्रथम वर्ष (सामान्य) के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए व्यक्त किया|

    उन्होंने कहा कि सूचना व व्यवस्था का अक्षरश: पालन करना ही श्रेष्ठ कार्यकर्ता बनने का मार्ग है। जो कार्यकर्ता वर्ग की दिनचर्या तथा अनुशासन एवं व्यवस्था का पालन करते हुए अपना प्रशिक्षण पूरा करते हैं, वह समाज तथा अपने विविध कार्य क्षेत्रों में भी अग्रणी भूमिका निभाने में अवश्य सफल होते हैं। 21 दिवसीय वर्ग के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए प्रान्त प्रचारक ने आगे कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी स्थापना काल से ही व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण के ध्येय को लेकर आगे बढ़ रहा है। संघ शिक्षा वर्ग के माध्यम से निरंतर संस्कारित, अनुशासनबद्ध एवं प्रखर राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत युवा पीढ़ी का निर्माण हो रहा है, जो समाज के विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचकर अपनी विशेष छाप छोड़ रहे हैं।  प्रशिक्षित कार्यकर्ता ही हिंदू जगे तो देश जगेगाके भाव को और भी पुष्ट बनाने में सक्षम होंगे। कार्यकर्ताओं को अनुशासन के प्रति पूरी तरह से सजग करते हुए उन्होंने आगे कहा कि संघ की व्यवस्था में ढलकर जो निकलेगा वही परिपक्व कार्यकर्ता बनेगा।

    उन्होंने कहा कि व्यक्ति निर्माण का सबसे बड़ा केंद्र हमारी शाखाएं हैं। शाखाओं के माध्यम से संस्कार, अनुशासन, सेवा, नेतृत्व क्षमता समरसता सामूहिक जीवन शैली, समर्पण तथा राष्ट्रभक्ति का भाव जागृत होता है| नर से नारायण का निर्माण वास्तव में हमारी शाखा ही करती हैं। वर्ग में प्रशिक्षित कार्यकर्ता अपने-अपने कार्य क्षेत्र में जाकर शाखा के माध्यम से व्यक्ति निर्माण और समाज परिवर्तन के काम में लगें, यही उनसे अपेक्षा है।

    कार्यक्रम के आरम्भ में रमेश जी के साथ माननीय प्रांत संघचालक डॉ. विश्वनाथ लाल निगम, वर्गाधिकारी रमेश चंद्र त्रिपाठी जी, प्रांत कार्यवाह मुरली पाल जी ने भारत माता की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया| इस दौरान प्रांत कार्यवाह मुरली पाल जी ने प्रशिक्षण प्राप्त करने आए स्वयंसेवकों की सामूहिक बैठक कर वर्ग से संबंधित सभी विषयों की जानकारी प्राप्त की। इस बैठक में गण विभाजन तथा गट विभाजन का कार्य पूरा हुआ। वर्ग की व्यवस्था में अलग-अलग कार्यों में लगभग 100 कार्यकर्ता लगे हुए हैं।

     वर्ग में प्रयागराज के अतिरिक्त प्रतापगढ़, कौशांबी, अमेठी, सुल्तानपुर, समेत पांच जिलों के 320 सवयंसेवक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहें हैं। विभाग प्रचारक डॉ पीयूष जी, संजीव जी, डॉ प्रमोद जी,  हरीश कुमार जी, घनश्याम जी, सह प्रांत प्रचारक मुनीष जी, डॉ राज बिहारी जी, डॉ. मुरारजी एवं गोकुल जी वर्ग के प्रमुख दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं।

No comments:

Post a Comment