Monday, February 6, 2023

संत रविदास का कार्य सदैव मानव जाति के लिए पथ प्रदर्शक रहा है - रमेश जी

मीरजापुर| समाज को सदैव एकजुट रखने का कार्य संतों ने किया है। संत रविदास का कार्य सदैव मानव जाति के लिए पथ प्रदर्शक रहा है। उक्त विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मिर्जापुर नगर के द्वारा राजस्थान इंटर कॉलेज के सभागार में आयोजित संत शिरोमणि रविदास जयंती कार्यक्रम में मुख्य वक्ता काशी प्रांत प्रचारक रमेश जी ने उपस्थित स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किया|

उन्होंने आगे कहा कि संत रविदास ने छुआछूत व अस्पृश्यता के लिए बहुत संघर्ष किया तथा लोगों को इस कुरीति से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। संत रविदास का जन्म वाराणसी के सीर गोवर्धन में हुआ तथा गुरु शारदानंद के सानिध्य में उन्होंने शिक्षा ग्रहण कियाबाल्यकाल से ही संत रविदास ईश्वर में आस्था रखने वाले तथा कर्म को प्रधान बताने वाले रहे हैं। उनका संपूर्ण जीवन समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने में लगा रहासंत रविदास मां गंगा के अनन्य भक्त थे| वे कहते थे "मन चंगा तो कठौती में गंगा"। उनका मानना था कि गंगा में स्नान करने से तन शुद्ध होता है, मन नहीं| इसलिए अपने कर्म को प्रामाणिक ढंग से करना चाहिए| तभी ईश्वर प्रसन्न होते हैं तथा समाज व राष्ट्र सशक्त बनता है। अपने उद्बोधन में रमेश जी ने संत रविदास को हिंदू धर्म का कट्टर अनुयायी बताया| उन्होंने संत रविदास के हिंदू धर्म के प्रति श्रद्धा का वर्णन करते हुए एक प्रसंग की चर्चा की| कहा कि मुगल शासक सिकंदर लोधी ने संत रविदास को इस्लाम धर्म स्वीकार करने के लिए कहा तो संत रविदास ने उसे बताया कि हमारा हिंदू धर्म गंगा के समान पवित्र व निर्मल है, जबकि आपका इस्लाम एक पोखरे के समान है तो मैं गंगा को छोड़कर पोखरे में क्यों जाऊंजिस पर नाराज होकर सिकंदर लोधी ने संत रविदास को बंदी बना लियाइसके पश्चात लोधी को सोते-जागतेउठते - बैठतेनमाज पढ़ते सिर्फ संत रविदास का ही चेहरा सामने दिखाई देने लगा| इससे परेशान होकर सिकंदर लोधी ने उन्हें मुक्त कर दिया तथा उन्हें अपना गुरु स्वीकार कर लिया| इसी प्रकार वह मीरा के भी गुरु रहे तथा कई बार उनकी रक्षा भी किया। संत रविदास के जीवन व कार्य से हमें यही संदेश मिलता है कि भेदभाव रहित समरस समाज होने से हिंदू संगठित व एकजुट होगा| यदि हिंदू संगठित रहा तो राष्ट्र स्वत: ही सशक्त बन जाएगा।

   इस कार्यक्रम में मा.विभाग संघचालक तिलकधारी जीमा.सह विभाग संघचालक धर्मराजविभाग प्रचारक प्रतोष कुमारमा.जिला संघचालक शरद चंद्र जीमा.जिला सह संघचालक अशोक सोनी जीसंजय जयसवाल जीजिला प्रचारक धीरज जी, पवन जी समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

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