Wednesday, June 7, 2023

संगमनेर में हिन्दू समाज का भगवा मार्च

संगमनेर. लव जिहाद सहित क्षेत्र में हिन्दुओं के खिलाफ अन्य घटनाओं को लेकर संगमनेर (जिला अहमदनगर) में हिन्दू समाज ने एकता का प्रदर्शन किया. मंगलवार सुबह संगमनेर में अभूतपूर्व भव्य भगवा मार्च निकाला, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. साथ ही संगमनेर शहर और तहसील में पूर्ण बंद रखा गया. आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य व्यवसाय और विभिन्न प्रतिष्ठान बंद रहे.

यह भव्य भगवा मार्च मंगलवार सुबह नगर परिषद के सामने से शुरू हुआ. उपस्थित जनता ने छत्रपति शिवाजी महाराज की जय के नारे लगाए. सभी क्षेत्रों और समाज के सभी वर्गों ने मार्च में भाग लिया.

पिछले सप्ताह संगमनेर तहसील के जोर्वे गांव में आठ हिन्दू युवकों पर मुस्लिम दबंगों ने धारदार हथियार हमला किया था, जिसके बाद से समाज में रोष बढ़ रहा था. इस कारण मंगलवार को संगमनेर में मार्च आयोजित किया गया. मार्च में संगमनेर के ही नहीं, बल्कि आसपास के गांवों के लोग भी शामिल हुए. साथ ही नागरिकों के स्वतःस्फूर्त बंद को भी आवश्यक सेवाओं को छोड़कर 100% प्रतिसाद मिला.

नए अहमदनगर रोड पर प्रांताधिकारी कार्यालय पर मार्च के पहुंचा, यहां सभा में वक्ताओं ने संबोधित किया. वक्ता सुरेश चव्हाण ने कहा कि संगमनेर, श्रीरामपुर और बीड लव जिहाद के प्रमुख केंद्र बन रहे हैं. लव जिहाद की घटनों को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने के आवश्यकता है. आप चाहे किसी भी पार्टी में हों, किसी भी वर्ग से हों, लेकिन हिन्दू के रूप में एकजुट रहें. संगमनेर में लव जिहाद के साथ-साथ धर्मांतरण की घटनाएं भी सामने आ रही हैं. उन्होंने कहा कि अनाधिकृत बूचड़खानों को बंद करना चाहिए, गोहत्या को गैर इरादतन हत्या का अपराध बनाने के लिए एक कानून लाना चाहिए. कानून व्यवस्था के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. इसमें एसआरपी, दंगा नियंत्रण दस्ता आदि सहित विभिन्न थानों के पुलिस अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे. इसके अलावा कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी नजर रखे हुए थे.

मार्च के बाद समनापुर में पथरावदो घायलवाहन क्षतिग्रस्त

शहर में शांतिपूर्वक भगवा मार्च निकाले जाने के बाद संगमनेर के समीप समनापुर गांव में पथराव की घटना हुई. जिसमें चार पहिया और दो पहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. प्राथमिक जानकारी के अनुसार, घटना में दो लोग घायल हुए हैं. अहमदनगर के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में किया. मार्च समाप्त होने के बाद कुछ लोग नारे लगाते हुए संगमनेर से अपने गांव लौट रहे थे. इसी दौरान उन पर स्थानीय अराजक तत्वों ने पथराव किया. पथराव में दो लोग घायल हुए, जिन्हें उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस अधीक्षक राकेश ओला ने पत्रकारों को बताया कि घटनास्थल पर शांति है और संबंधित लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा.





No comments:

Post a Comment