सुलतानपुर| हम वैधानिक रूप से
स्वतंत्र हो गए हैं, पर हमारी भारतीय परंपरा और संस्कृति जिसे दुनिया में प्रशंसा
मिलती है, जिस देश का चिंतन सर्वे भवन्तु सुखिनः का रहा हो, वह आज भी स्वतंत्र नही है। हमें उस परंपरा और
संस्कृति को पुनः जागृत और स्थापित करना है। हमें अपने स्वभाषा, स्वभूषा और स्वदेशी का स्वजागरण करना है। उक्त
विचार सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, विवेकानंद नगर सुलतानपुर में स्वतंत्रता दिवस पर
मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काशी प्रान्त प्रचारक श्रीमान रमेश
जी ने व्यक्त किया|
उन्होंने आगे कहा कि यह उत्सव आज हम
उत्साहपूर्वक उन ज्ञात-अज्ञात बलिदानियों के कारण मना रहे हैं जिन्होंने अपने सर्वस्व
को त्यागकर मातृभूमि को प्राथमिकता पर रखा और देश के लिए बलिदान हुए। हमें उन्हें निरन्तर
याद रखना चाहिए। वे हमारे लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्रान्त
प्रचारक ने कहा कि प्रयागराज व अयोध्याधाम से भारतीय संस्कृति और परंपरा को बोध
होता है। फैजाबाद बोलने से वह भाव नही जागृत होता था जो अब अयोध्याधाम से हो रहा
है।
कार्यक्रम के आरम्भ में प्रान्त प्रचारक श्रीमान रमेश जी ने ध्वजारोहण किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य बलवंत सिंह ने अतिथियों का परिचय कराया। छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम अंतर्गत राष्ट्रगान व भाषण प्रस्तुत कर मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम में शारीरिक शिक्षण के छात्रों ने योग प्रदर्शन किया। संचालन वरिष्ठ आचार्य राज नारायण शर्मा ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के अतिरिक्त स्थानीय संभ्रांत नागरिक एवं अध्यापकगण उपस्थित रहे|
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