Tuesday, November 11, 2025

देश में बनी वस्तुओं के साथ भाषा-भूषा, भजन, भवन, भ्रमण और भोजन का भी स्वदेशी होना आवश्यक — मनोज जी

प्रयागराज। स्वदेशी का तात्पर्य केवल देश में बनी वस्तुओं का उपयोग नहीं, बल्कि स्वदेशी भाषा-भूषा, भजन, भवन, भ्रमण और भोजन को आत्मसात करना ही स्वदेशी आंदोलन का मूल उद्देश्य है। उक्त विचार भारतीय मजदूर संघ जैसे अनेक राष्ट्रवादी संगठनों के शिल्पकार एवं राष्ट्रऋषि दत्तोपंत ठेंगड़ी जी के 105वें जयन्ती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र संपर्क प्रमुख मनोज कुमार जी ने व्यक्त किया। सोमवार को प्रो० राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय, प्रयागराज में आयोजित कार्यक्रम को सम्बो​धित करते हुए उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने जीवन में स्वदेशी भाव का संचार करें, जब भारत अपनी जड़ों से जुड़ेगा, तभी सशक्त और आत्मनिर्भर बनेगा।” आगे कहा कि दत्तोपंत ठेंगड़ी जी ने मजदूर, किसान और व्यापारी तीनों वर्गों के बीच एक समन्वित दृष्टि प्रस्तुत की।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ईस्टर्न यूपी चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, प्रयागराज के अध्यक्ष विनय कुमार टंडन ने कहा कि “वर्तमान समय में उद्योग और व्यापार के क्षेत्र में स्वदेशी का महत्व और भी बढ़ गया है। स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देने से न केवल रोजगार सृजन होगा, बल्कि भारत विश्व अर्थव्यवस्था में सशक्त स्थान प्राप्त करेगा। विश्वविद्यालयों को चाहिए कि वे विद्यार्थियों में नवाचार और उद्यमिता की भावना विकसित करें।”

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉo अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि दत्तोपंत ठेंगड़ी जी ने भारतीय चिंतन, श्रम एवं अर्थव्यवस्था को स्वदेशी दृष्टिकोण से जोड़कर आत्मनिर्भर भारत की वैचारिक नींव रखी। आज के वैश्विक परिप्रेक्ष्य में उनके विचार न केवल प्रासंगिक हैं, बल्कि भारत के विकास का पथ-प्रदर्शन करने में सहायक हैं।

कार्यक्रम में जनपद प्रयागराज के उपजिलाधिकारी विजय शर्मा जी, हिमांशु मौर्य, जिला प्रचारक मंगल, अंकित पांडे समेत विश्वविद्यालय के अनेक संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, ग्राहक पंचायत, लघु उद्योग भारती, सहकार भारती एवं अन्य संवैचारिक संगठनों के लोग, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की सहभागिता रही। कार्यक्रम का संयोजन स्वदेशी जागरण मंच स्वावलंबी भारत अभियान काशी प्रांत के सह समन्वयक गंगेश नारायण पांडेय ने किया।

No comments:

Post a Comment