कार्यक्रम
के मुख्य अतिथि ईस्टर्न यूपी चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, प्रयागराज के अध्यक्ष विनय कुमार टंडन ने कहा कि “वर्तमान समय में उद्योग
और व्यापार के क्षेत्र में स्वदेशी का महत्व और भी बढ़ गया है। स्थानीय उत्पादन को
बढ़ावा देने से न केवल रोजगार सृजन होगा, बल्कि भारत विश्व
अर्थव्यवस्था में सशक्त स्थान प्राप्त करेगा। विश्वविद्यालयों को चाहिए कि वे
विद्यार्थियों में नवाचार और उद्यमिता की भावना विकसित करें।”
कार्यक्रम
की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉo अखिलेश कुमार सिंह ने
कहा कि दत्तोपंत ठेंगड़ी जी ने भारतीय चिंतन, श्रम एवं
अर्थव्यवस्था को स्वदेशी दृष्टिकोण से जोड़कर आत्मनिर्भर भारत की वैचारिक नींव
रखी। आज के वैश्विक परिप्रेक्ष्य में उनके विचार न केवल प्रासंगिक हैं, बल्कि भारत के विकास का पथ-प्रदर्शन करने में सहायक हैं।
कार्यक्रम में जनपद प्रयागराज के उपजिलाधिकारी विजय शर्मा जी, हिमांशु मौर्य, जिला प्रचारक मंगल, अंकित पांडे समेत विश्वविद्यालय के अनेक संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, ग्राहक पंचायत, लघु उद्योग भारती, सहकार भारती एवं अन्य संवैचारिक संगठनों के लोग, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की सहभागिता रही। कार्यक्रम का संयोजन स्वदेशी जागरण मंच स्वावलंबी भारत अभियान काशी प्रांत के सह समन्वयक गंगेश नारायण पांडेय ने किया।


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