प्रयागराज।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर सामूहिक रूप से की जा रही लक्षित हिंसा एवं दमन चक्र से
क्षुब्ध हजारों हिन्दुओं ने सडक पर निकल कर हिंदू रक्षा समिति के तत्वावधान में
आक्रोश रैली निकाली। वक्ताओं ने हिंसा तत्काल रोकने एवं हिंदुओं को पूर्ण सुरक्षा
देने की जोरदार मांग की। सुभाष चौराहे पर आतंकवाद का पुतला फूंका तथा हिंदू रक्षा
के लिए आवाज बुलंद की।
विश्व
हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष कवीद्र प्रताप सिंह ने भारत सरकार से मांग की कि
कूटनीतिक उपाय के अलावा हिंदुओं की रक्षा के लिए जरूरत पड़ने पर सेना का उपयोग
करें। जबकि कुछ संतों ने मांग की कि सीमाएं खोल दी जाए संत एवं हिंदू समाज मिलकर
अपने हिंदू भाइयों की रक्षा करेंगे।
हल्की
बूंदाबांदी के बीच केपी ग्राउंड से गुरुवार को आक्रोश रैली की शुरुआत हुई। रैली
में हजारों हिंदू हाथों में तिरंगा एवं केसरिया ध्वज लिए ’बांग्लादेशी हिंदुओं पर
अत्याचार नहीं सहेगा। हाथों में ‘‘वी वांट जस्टिस, हिंदुओं को भी जीने का अधिकार है’’ आदि नारे लिखी तख्तियों को हाथों में
पकडे हिंदुओं का यह समूह मेडिकल चौराहे से सी. ए. वी. कॉलेज के सामने से हनुमान
मंदिर चौराहे पर पहुंचे। सुभाष चौराहे पर मूर्ति के समक्ष आतंकवाद का पुतला फूंका
गया। आक्रोश रैली में बड़ी संख्या में अधिवक्ता, शिक्षक,
व्यापारी, छात्र तथा महिलाएं शामिल थी।
रैली
में महापौर गणेश केसरवानी, जनप्रतिनिधि, विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी एवं अन्य कार्यकर्ताओं के अलावा सामाजिक
कार्यकर्ता डॉ. राज बिहारी, शिक्षक डॉ. मुरारजी त्रिपाठी
समेत विविध संगठनों के कार्यकर्ता अनेक संत महात्मा व्यापारी शिक्षक तथा
छात्र-छात्राए उपस्थित थे।
सुभाष
चौराहे पर संपन्न हुई विशाल जनसभा में आयोजकों ने संपूर्ण हिंदू समाज का आह्वान
किया कि वे जेहादी तत्वों के विरुद्ध आगे आएं अन्यथा हिंदुस्तान में भी शांति के
साथ हिंदुओं का रहना दूभर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी हिंदुओं के खिलाफ
जिस प्रकार अत्याचार किये जा रहे हैं, उसे हम अब मौन होकर नहीं सहेंगे। उसके खिलाफ हिंदुओं का संघर्ष जारी
रहेगा। सभी हिंदू भाई-भाई है, कोई भी ताकत हमें जाति पंथ मत
में नहीं बांट सकती। मंच से उन्होंने हर जोर जुल्म के टक्कर में संघर्ष हमारा नारा
है का उद्घोष किया। इस पर सभी ने तालियां बजाकर अपना समर्थन जताया। भारत में
बांग्लादेश की घटना को दोहराए जाने की आशंका जताने वाले नेताओं को करारा जवाब देते
हुए उन्होंने कहा कि भारत के लोग शांति के पुजारी हैं लेकिन कोई हमारी शांति
व्यवस्था में खलल डालेगा तो हम इसका भरपूर जवाब देंगे। उन्होंने भारत सरकार से
मांग की कि बांग्लादेशी हिंदुओं एवं अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ किए जा रहे
अत्याचार को रोकने के लिए कूटनीतिक उपाय के साथ जरूरत पड़ने पर सेना का उपयोग करें
तथा संयुक्त राष्ट्र संघ से हस्तक्षेप करने का आग्रह करें। इस अभियान में संपूर्ण
हिंदू समाज सरकार के साथ है।
इसके
पूर्व योगीराज राजकुमार ने मंच से कहा कि हिंदू जागेंगे तभी रक्षा कर पाएंगे। रैली
में परशुराम महाराज ने सरकार से मांग की कि सरकार सीमा खोल दे संतों और हिंदुओं को
लेकर हम लोग बांग्लादेश पहुंचकर हिंदुओं की रक्षा करेंगे। इसी दिन के लिए संतो के 13 अखाड़े स्थापित किए गए हैं। हिंदुओं की जान बचाने में कोई भी संत पीछे-पीछे
नहीं रहेगा। सच्चा आश्रम के चंद्र देव महाराज ने कहा कि हिंदुओं की रक्षा के लिए
नौजवानों को आगे आना होगा। पड़ोस की पीड़ा को हम समझेंगे तभी हिंदुस्तान में भी
हिंदुओं की सुरक्षा हो पाएगी। वंदे मातरम के सामूहिक गायन के साथ जनसभा समाप्त
हुई।