काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के प्राचीन मंदिरों का इतिहास संजोये जाने का निर्णय लिया गया है. श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में मकानों के ध्वस्तीकरण के दौरान निकले मंदिरों की जानकारी जुटाई जाएगी. इन प्राचीन मंदिरों का इतिहास जुटाने में कला इतिहास विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) और भारत सरकार का नेशनल म्यूजियम अपना सहयोग देगा जिससे मंदिरों के इतिहास के साथ उसकी प्राचीनता और निर्माण की पूरी जानकारी लोगों को आसानी से मिल जाएगी. मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में मंगलवार को कमिश्नरी सभागार में हुए बैठक में इस पर विशेष चर्चा हुई.
इस दौरान मंडलायुक्त ने बताया कि मंदिरों की कलाकारी किस काल की है, मंदिर कितने पुराने हैं, इनके निर्माण में किस वास्तुकला का प्रयोग किया गया है, नामकरण और मंदिरों का निर्माण किन सह्स्कों के निर्माण में हुआ है ये सब जानकारी एकत्र करने की आवश्यकता है. जिससे देश-विदेश से आकर अध्ययन करने वाले लोग, श्रद्धालु और पर्यटक मंदिर की जानकारी प्राप्त कर सकें. उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए वर्चुअल म्यूजियम भी तैयार किया जाये, जिससे एक क्लिक पर सभी तरह की जानकारी, इतिहास और प्राचीनता प्राप्त किया जा सके.
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