बटुकों ने की ऐतिहासिक राम दरबार की आरती
मुस्लिम महिलाओं ने की श्रीराम की पूजा, उतारी आरती
किशोर वर्ग पर चढ़ा रामरंग
अपने आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन के दौरान देश भर में जो उत्साह देखा गया, बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी भी उसी उल्लास और उत्साह से पूर्ण थीं. रामनगरी अयोध्या की तरह काशी में भी घर घर दीप जलाये गये. नगर के विभिन्न स्थानों पर जय श्रीराम के उद्घोष के साथ डमरुओं की गर्जना होने लगी. अभिजित मुहूर्त आरम्भ होते ही पूरी काशी राममय हो गयी.
बटुकों ने की ऐतिहासिक राम दरबार की आरती
विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व प्रमुख स्व. अशोक सिंघल के निर्देश पर काशी के मणिकर्णिका घाट स्थित नरसिंह मठ में स्थापित राम जानकी दरबार का बटुकों ने विधि-विधान से पूजन किया, आरती उतारी.
मुस्लिम महिलाओं ने की श्रीराम की पूजा, उतारी आरती
काशी में भूमिपूजन के दौरान मुस्लिम महिलाओं ने भी श्रीराम की आरती उतारी और पूजन किया. लमही के इन्द्रेश नगर स्थित सुभाष भवन में विशाल भारत संस्थान एवं मुस्लिम महिला फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित "श्रीराम जन्मभूमि पूजनोत्सव" में श्रीराम जन्मभूमि की पवित्र मिट्टी का महिलाओं ने दर्शन भी किया. फाउंडेशन की सदर नाजनीन अंसारी की उर्दू में लिखी हनुमान चालीसा, श्रीराम प्रार्थना और आरती का गायन भी किया गया.
किशोर वर्ग पर चढ़ा रामरंग
मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन का उत्साह देश के साथ साथ काशी के किशोरों और युवाओं में भी देखने लायक था. काशी के युवा भी भूमिपूजन के दौरान पूरी तरह रामरंग में रंगे रहें. इन युवा और किशोर वर्ग के लोगों ने कहा कि श्रीराम के अलग अलग गुण, उनका सभी के प्रति सम्मान का भाव हर किसी को प्रभावित करता है. श्रीराम में मातृ व पितृभक्ति की पराकाष्ठा दिखती है. मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम से राजधर्म निभाने एवं कठिन परिस्थितियों में धैर्य बनाये रखने की प्रेरणा मिलती है.
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