भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर है ”योग“ ः दत्तात्रेय होसबाले
वाराणसी, 21 जून। निवेदिता ”िाक्षा सदन बालिका इण्टर कालेज, तुलसीपुर, महमूरगंज में अंतर्रा’ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित योग कार्यक्रम में रा’ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मा0 मोहन मधुकर भागवत जी की उपस्थिति में स्वयंसेवकों ने सामूहिक रूप् से भाग लिया। इस अवसर पर योग कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर है। योग का तात्पर्य जोड़ना है, योग मात्र आसन, प्राणायाम एवं रोगोपचार तक ही सीमित नही है। योग मन कोे “ारीर से, मनु’य को प्रकृति से, विचार को कर्म से तथा परमपिता परमात्मा से आत्मा के मिलन का साधन है।
उन्होंने कहा कि योग किसी न किसी रूप में पूरे वि”व में प्रचलित है। योग जैसे ही भारत मूल के ध्यान को भी चीन एवं जापान में ”जेन“ के नाम से जाना जाता है। हजारों वर्’ा पहले से ही हमारे ऋ’िा-मुनियों ने योग को पूरे वि”व में फैलाने का प्रयास किया। योग वि”व में कई नामों से जाना जाता है- पातंजलि योग, हठ योग, लय योग, जैन योग, बौद्ध योग आदि। वि”व भी भारत की संस्कृति का गुणगान करता रहा है और इसकी महत्ता को समझ चुका है। यही कारण है कि संयुक्त रा’ट्र संघ ने कुछ वर्’ा पहले ऋग्वेद को वि”व धरोहर के रूप में स्वीकार किया। मा0 दत्तात्रेय जी ने भगवान ”िाव को आदियोग गुरू बताया क्योंकि भगवान ”िाव ने ही सप्त ऋ’िायों को प्रथम बार अ’टांग योग दर्”ान कराया। योग का महत्व हमारे मा0 प्रधानमंत्री जी ने अपने अमेरिकी यात्रा के दौरान वि”व के समक्ष रखा और उनका ध्यान आकर्’िात कराया। बाद में दिसम्बर मे आयोजित संयुक्त रा’ट्र संघ की बैठक में योग को 177 दे”ाों की मान्यता मिली और 21 जून को वि”व योग दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। रा.स्व.संघ ने भी 2015 मार्च में नागपुर में सम्पन्न अपनी अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बैठक में एक प्रस्ताव द्वारा संयुक्त रा’ट्र संघ के निर्णय का अभिनन्दन करते हुए सभी दे”ावासियों से योग दिवस में सहभागी होने के लिए आग्रह किया था। आज के दिन सैकड़ों दे”ा योग दिवस मना रहे हैं यह हम सब भारतवासियों के लिए गौरव का वि’ाय है। इसमें संघ के कई केन्द्रीय अधिकारी प्रमुख रूप से मा0 सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी, मा0 मधुभाई कुलकर्णी जी, मा0 इन्द्रे”ा कुमार जी, मा0 अनिल ओक जी एवं क्षेत्रीय, प्रान्तीय एवं जिलों से आये कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
वाराणसी, 21 जून। निवेदिता ”िाक्षा सदन बालिका इण्टर कालेज, तुलसीपुर, महमूरगंज में अंतर्रा’ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित योग कार्यक्रम में रा’ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मा0 मोहन मधुकर भागवत जी की उपस्थिति में स्वयंसेवकों ने सामूहिक रूप् से भाग लिया। इस अवसर पर योग कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर है। योग का तात्पर्य जोड़ना है, योग मात्र आसन, प्राणायाम एवं रोगोपचार तक ही सीमित नही है। योग मन कोे “ारीर से, मनु’य को प्रकृति से, विचार को कर्म से तथा परमपिता परमात्मा से आत्मा के मिलन का साधन है।
उन्होंने कहा कि योग किसी न किसी रूप में पूरे वि”व में प्रचलित है। योग जैसे ही भारत मूल के ध्यान को भी चीन एवं जापान में ”जेन“ के नाम से जाना जाता है। हजारों वर्’ा पहले से ही हमारे ऋ’िा-मुनियों ने योग को पूरे वि”व में फैलाने का प्रयास किया। योग वि”व में कई नामों से जाना जाता है- पातंजलि योग, हठ योग, लय योग, जैन योग, बौद्ध योग आदि। वि”व भी भारत की संस्कृति का गुणगान करता रहा है और इसकी महत्ता को समझ चुका है। यही कारण है कि संयुक्त रा’ट्र संघ ने कुछ वर्’ा पहले ऋग्वेद को वि”व धरोहर के रूप में स्वीकार किया। मा0 दत्तात्रेय जी ने भगवान ”िाव को आदियोग गुरू बताया क्योंकि भगवान ”िाव ने ही सप्त ऋ’िायों को प्रथम बार अ’टांग योग दर्”ान कराया। योग का महत्व हमारे मा0 प्रधानमंत्री जी ने अपने अमेरिकी यात्रा के दौरान वि”व के समक्ष रखा और उनका ध्यान आकर्’िात कराया। बाद में दिसम्बर मे आयोजित संयुक्त रा’ट्र संघ की बैठक में योग को 177 दे”ाों की मान्यता मिली और 21 जून को वि”व योग दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। रा.स्व.संघ ने भी 2015 मार्च में नागपुर में सम्पन्न अपनी अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बैठक में एक प्रस्ताव द्वारा संयुक्त रा’ट्र संघ के निर्णय का अभिनन्दन करते हुए सभी दे”ावासियों से योग दिवस में सहभागी होने के लिए आग्रह किया था। आज के दिन सैकड़ों दे”ा योग दिवस मना रहे हैं यह हम सब भारतवासियों के लिए गौरव का वि’ाय है। इसमें संघ के कई केन्द्रीय अधिकारी प्रमुख रूप से मा0 सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी, मा0 मधुभाई कुलकर्णी जी, मा0 इन्द्रे”ा कुमार जी, मा0 अनिल ओक जी एवं क्षेत्रीय, प्रान्तीय एवं जिलों से आये कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
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