काशी. विश्व संवाद केन्द्र, काशी, लंका कार्यालय पर पत्रकार वार्ता के दौरान भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी जी ने कहा कि लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य की मांग को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में 19 दिसंबर को भारतीय किसान संघ की किसान गर्जना रैली होगी, जिसमें देशभर से दो लाख किसानों के पहुंचने की संभावना है.
बेशक, देश की सरकारों
द्वारा किसानों के लिए आज और कल की स्थिति को M.S.P. में 50
प्रतिशत तक लाभकारी मूल्य देकर आत्मनिर्भर बनाना है तो आज भी उत्तम
खेती करने वाला किसान गरीबी में है? इसका मुख्य विषय है कि
कृषि उत्पादों के मूल्य नीति लाभकारी नहीं है. यानि M.S.P. (मिनिमम
सपोर्ट प्राईज) तर्क संगत नहीं है. एक कुशल श्रेणी प्रबंधक किसान का वेतन, सम्मिलित नहीं है और न ही M.S.P. घोषित फसलों को
खरीदा जाता है, केवल धान, गेहूँ की
फसलों के कुल उत्पादन का 10-11 प्रतिशत खरीदा जाता है. इस
प्रकार की नीतियों से देश का किसान आत्मनिर्भर, समृद्धशाली
कैसे बनेगा? भारतीय किसान संघ का प्रारम्भ से मुख्य मुद्दा
किसान को लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य दिलाना रहा है, किसानों
को आत्मनिर्भर बनाने हेतु भारतीय किसान संघ सरकार के समक्ष निम्न मांगें रखता है –
1. लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य दिया जाए.
2. कृषि आदानों को GST के दायरे से बाहर रखा जाए.
3. किसान सम्मान निधि बढ़ाई जाए व प्रत्येक किसान को
सुनिश्चिति की जाए.
4. केन्द्र सरकार सभी प्रकार के GM, BT व GM सरसों के
अनुमति को तत्काल वापस ले.
5. फसल अवशेष जलाने पर किसान पर हो रही कार्यवाही व आर्थिक
दण्ड समाप्त करें.
भारतीय किसान संघ काशी प्रान्त सभी जनपद में 1 दिसम्बर से 10 दिसम्बर
तक ग्राम जनजागरण का अभियान चलाया जाएगा. इसमें काशी प्रान्त से हजारों की संख्या में कार्यकर्ता भाग लेंगे. साथ ही
19 दिसम्बर को दिल्ली के आन्दोलन में भी शामिल होंगे.
प्रान्त अध्यक्ष इन्द्रासन सिंह ने कहा कि किसान संघ कि प्रमुख मांग है लागत के
आधार पर लाभकारी मूल्य. हमारा संगठन किसान हित में माँग को पूर्ण करने की मांग
करता है.
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