प्रतिनिधियों ने जेएनयू में देश विरोधी नारे लगाने और देश के खिलाफ युद्ध की साजिश रचने वालों को संस्थान से निकालने की मांग की तथा सरकार से आग्रह किया कि इन्हें किसी भी सरकारी संस्थान या महत्वपूर्ण कंपनी में नौकरी न दी जाए. ये लोग नौकरी में आते ही संस्थान के दस्तावेज भी पाकिस्तान को सौंप सकते हैं.
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय सेवा प्रमुख डॉ. राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि जेएनयू में भारत की बर्बादी के नारे लगने से हर भारतीय का हृदय छलनी हो गया है. भारत विरोधी नारे हम सहन नहीं करेंगे. जिन लोगों ने पाकिस्तान जिंदाबाद कहा है, उनकी नागरिकता छीनी जाए, ये वही लोग हैं जो हाफिज सईद के एजेंट के रूप में कार्य करते हैं. गद्दार छात्रों का चेहरा सबके सामने आ चुका है, इन्हें जेल में डाला जाये.
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच काशी प्रांत के संरक्षक डॉ. हेमंत गुप्ता ने कहा कि देश के सीने में छुरा घोंपने वाले गद्दारों को माफ नहीं करना चाहिये. गद्दारों की बर्बादी और बेदखली तक यह अभियान चलता रहेगा. गद्दारों को फौरन जेल में डालकर यह संदेश देना चाहिये कि किसी कीमत पर देशद्रोही गतिविधियों को सहन नहीं किया जाएगा. प्रदर्शन के दौरान मो. अजहरुद्दीन, अर्चना भारतवंशी, संजीदा बेगम, नजमा परवीन, अभिनव सिंह, कहकशां अंजुम, श्याम नारायण मिश्रा, प्रीती पांडेय, शबनम बीबी, नजबुन, वारिस अली, शम्स परवीन, मदीना, शाहजहां सहित अन्य उपस्थित थे. (
No comments:
Post a Comment