स्वामी विवेकानंद की जयंती पर विश्व पुस्तक मेले में ई-जर्नलिज़म पर परिचर्चा
नई दिल्ली (इंविसंकें). दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे विश्व पुस्तक मेले में प्रबुद्ध चर्चाओं का दौर जारी है. स्वामी विवेकानंद की जयंती पर विश्व पुस्तक मेले के साहित्य मंच पर युवा की ई-मैगज़ीन “कैम्पस क्रौनिकल” और राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के संयुक्त प्रयास से भारत में पाठन व्यवहार के बदलते स्वरूप और ई-जर्नलिज़म के विकास पर चर्चा का आयोजन किया गया. चर्चा में नवभारत टाइम्स के डिप्टी ऑनलाईन एडिटर प्रभाश झा जी, प्रभात प्रकाशन के निदेशक प्रभात कुमार जी, ट्रैवल ब्लॉगर कायनात काज़ी, ए.बी.वी.पी. के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक साकेत बहुगुणा, कैम्पस क्रौनिकल के संपादक आकाश सिंह, ब्लॉगर अनुज अग्रवाल ने भाग लिया. कैम्पस क्रौनिकल के संपादकीय मंडल के सदस्य यशदीप चहल ने चर्चा में मध्यस्थ की भूमिका निभाई.
कार्यक्रम की शुरुआत स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर पुष्पार्पण कर हुई. चर्चा में प्रभाश जी ने बताया कि कैसे युवा वर्ग अखबारों से ऑनलाईन माध्यमों की ओर बढ़ रहा है और ऐसे में किन-किन चुनौतियों का अखबारों और ऑनलाईन पोर्टल दोनों को सामना करना पड़ रहा है. प्रभात कुमार जी ने कहा कि तकनीक के विकास के कारण लोग शारीरिक पुस्तकों से दूर जाते जा रहे है. कायनात काज़ी और अनुज अग्रवाल ने अपने ब्लॉगिंग के अनुभवों से श्रोताओं को न्यू मीडिया की शक्ति और सकारात्मक बिंदुओं से अवगत कराया. विद्यार्थी परिषद के मीडिया संयोजक साकेत बहुगुणा ने न्यू मीडिया के विषय पर सरकारी नियम व प्रक्रियाओं का विवरण दिया. साथ ही कैम्पस क्रौनिकल के संपादक आकाश सिंह ने भारत और पश्चिम में न्यू मीडिया और कैम्पस मैगज़ीन की स्थिति और भविष्य में संभावनाओं की जानकारी साझा की.
कार्यक्रम के अंत में आकाश जी ने कैम्पस क्रौनिकल का स्वामी विवेकानंद और नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर केंद्रित जनवरी मास के विशेषांक का अनावरण किया. आकाश ने धन्यवाद किया.
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