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Monday, October 13, 2025

पंच संकल्प हमारे आचरण में उतरेगा तो एक नए और स्वस्थ भारत का स्वरूप दिखेगा - मुरली पाल

यमुनापार। पंच संकल्प हमारे आचरण में उतरेगा तो एक नए और स्वस्थ भारत का स्वरूप दिखेगा। उक्त विचार मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रांत के प्रांत कार्यवाह मुरली पाल ने व्यक्त किया। प्रयागराज के यमुनापार जिले  के उरुवाखंड के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शुकुलपुर मंडल के कार्यकर्ताओं ने जवनिया स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर परिसर में विजयादशमी के उपलक्ष्य में शस्त्र पूजन कर उत्सव मनाया। पथ संचलन से पूर्व स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता ने कहा कि मानवकृत प्रयास और ईश्वरीय कृपा के मिलन बिंदु पर एक शंखनाद होता है जो विजय का संकेत देता है। संघ कार्य भी एक ईश्वरीय कार्य है। स्वयंसेवकों के तन मन धन और निःस्वार्थ भाव से किए जा रहे प्रयास से संगठन यशस्वी हो रहा है। इसी के बल पर संघ स्थापना के इस शताब्दी वर्ष में हमें जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विजय अवश्य मिलेगी। भारत पुनः परम वैभव के शिखर पर पहुंचेगा और विश्वगुरू के रूप में पूरे विश्व का मार्गदर्शन करेगा।

उन्होंने कहा शताब्दी वर्ष में सात विषयों के लेकर आगामी एक वर्ष की कार्य योजना के साथ हम समाज के लोगों के साथ मिलकर कार्य करने वाले है। विजयादशमी उत्सव से शुरुआत करके उत्साह के साथ विजय अभियान के लिए हम निकल पड़े है। विजयकी पटकथा लिखने का यही आधार है। इसके बाद घर घर संपर्क की व्यापक योजना बनाई गई है तो सुप्त शक्ति के जागरण, सज्जन शक्ति और नारी शक्ति के साथ मिलकर संघ प्रत्येक मंडल और बस्ती में हिंदू सम्मेलन करके जन चेतना की अलख जगाएगा।युवाओं के लिए कार्यक्रम के साथ ही सामाजिक सद्भाव की बैठकों के जरिए एकजुट भेदरहित समाज के वातावरण का संदेश हम विश्व को देगे। इतना ही नहीं प्रमुख नागरिक गोष्ठी कर देश निर्माण में सबकी भूमिका तय करना संघ शताब्दी की सार्थकता है। आगामी विजयादशमी तक सर्वत्र शाखा का माहौल तैयार हो जाय इसके लिए हम कृत संकल्प है। ऐसा परिवर्तन होते ही एक नए भारत का स्वरूप दिखेगा किंतु इसके लिए हमें पंच संकल्प को आचरण में उतारना पड़ेगा।सामाजिक समरसता,कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण,स्व की भावना और नागरिक कर्तव्य जैसे पंच परिवर्तन के विषय से ही हम समाज परिवर्तन में समर्थ होंगे। समाज परिवर्तन होते ही हम देश ही नहीं विश्व में शांति एवं कल्याण स्थापित करने में सफल होंगे और विश्वगुरू बनकर दुनिया का मार्गदर्शन करेंगे। अध्यक्षता उमाशंकर तथा संचालन खंड कार्यवाह डा अभय राय ने किया। मुख्यरूप से जिला कार्यवाह ब्रह्मप्रताप  प्रोफेसर आनंद पाल अखिलेश्वर राहुल अमलेश पवन रोहित शाश्वत विहिप के जिला उपाध्यक्ष रमाकांत दर्जनों लोगों की सक्रिय सहभागिता रही।

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