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Saturday, October 4, 2025

संघमय हुई काशी, चहुंओर गुंजा जयतु जय जय भारत

  • स्वयंसेवकों में दिखा शताब्दी वर्ष का हर्षोल्लास
  • काशी की मूल पहली शाखा पर माल्यार्पण कर दी गई डॉ0 हेडगेवार एवं श्रीगुरुजी को किया नमन





काशी। गुरुवार को विजयादशमी का दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों के लिए ऐतिहासिक था। संघ के 100 वर्ष पूरे होने पर काशी में स्वयंसेवकों का उत्साह देखते ही बन रहा ​था। चारों ओर विजयादशमी उत्सव मनाने के साथ पथ संचलन का आयोजन किया गया। काशी की सभी सड़कों पर पथ संचलन करते स्वयंसेवक एकता, अनुशासन और संस्कार का परिचय दे रहे थे। विभिन्न आयोजनों के साथ संघ संस्थापक डॉ0हेडगेवार जी द्वारा काशी में आरम्भ की गयी संघ शाखा की पहली नींव धनधान्येश्वर शाखा पर भी विजयादशमी उत्सव का विशेष आयोजन किया गया। महानगर में निकले पथ संचलनों पर जगह—जगह  पुष्पवर्षा भी किये गये।

समाज में व्याप्त सं​कीर्णताओं के अंत के लिए हुआ संघ का निर्माण — रमेश जी

काशी की प्रथम मूल शाखा धनधानेश्वर शाखा पर भी श्रीविजयादशमी उत्सव का आयोजन कर संघ शताब्दी वर्ष का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम में काशी प्रान्त के प्रान्त प्रचारक रमेश जी ने स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार दुष्टों के संहार के किये भगवान राम ने त्रेता युग में तथा द्वापर युग में भगवान कृष्ण ने अवतार लिया था, उसी प्रकार कलियुग में समाज में व्याप्त सं​कीर्णताओं के अंत के लिए और व्यक्ति निर्माण के लिए संघ का निर्माण हुआ है। संघ के प्रारम्भिक इतिहास को बताते हुए उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में पुराने कार्यकर्ताओं ने जी जान लगा कर संघ कार्य आगे बढाया। आज अनुकूल परिस्थितियों में अपने देश को शक्तिशाली बनाने के लिए बहुत ही धैर्य पूर्वक सावधानी से कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शाखा में व्यक्ति निर्माण के लिए स्वयंसेवको को संस्कार सिखाये जाते हैं। भारतीय संस्कृति के मूल्यों की शिक्षा दी जाती है। शाखा में स्वयंसेवको राष्ट्र भक्ति कूट कूट कर भरी जाती है| शाखा में अपने हिन्दू धर्म के चारित्रिक मूल्यों की शिक्षा दी जाती है। शाखा में स्वयंसेवको के अच्छे स्वास्थ्य के लिए शारीरिक शिक्षा दी जाती है और सभी कार्य ठीक ढंग से करना सिखाया जाता है। पूर्व में मूल संघस्थान धनधानेश्वर मंदिर में आद्य सरसंघचालक प. पू. डा0 केशव बलिराम हेडगेवार एवं दूसरे सरसंघचालक प. पू श्री गुरुजी के चित्रों पर प्रांत प्रचारक रमेश कुमार जी ने पुष्पांजली अर्पित की। तत्पश्चात दत्तात्रय मंदिर धनधानेश्वर संघस्थान में मंच पर उपस्थित अधिकारियों प्रांत प्रचारक रमेश जी एवं भारतेन्दु नगर माननीय संघचालक मोहन लाल जी द्वारा शस्त्र पूजन किया गया| इसके पूर्व उन्होंने यूपी कॉलेज के रा​जर्षि नगर में आयोजित विजयादशमी उत्सव के कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने संघ के 100 वर्ष पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात स्वयंसेवकों ने पथ संचलन निकाला।

राष्ट्र रक्षा का संकल्प लेकर सजग और संगठित होकर लक्ष्य की ओर सतत् बढ़ना है — मुरलीपाल 

काशी उत्तर भाग स्थित भक्तिनगर बस्ती की आजाद शाखा द्वारा आयोजित विजयादशमी उत्सव में पथ संचलन से पूर्व आयोजित शस्त्र पूजन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता काशी प्रांत के प्रांत कार्यवाह मुरली पाल ने उपस्थित स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि शस्त्र पूजन से केवल आत्मबल ही विकसित नहीं होता है अपितु समाज और राष्ट्र समर्थ एवं सशक्त होता है। उन्होंने समाज को चेताया कि शस्त्र से सुसज्जित राष्ट्र में ही सुरक्षा की गारंटी होती है। अतः हमें अपनी और राष्ट्र रक्षा का संकल्प लेकर सजग और संगठित रहते हुए लक्ष्य की ओर सतत् बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि कुशल संगठन,अनुशासित एवं समर्पित व्यक्तियों के बल पर हमें ऊंच नीच, अमीर गरीब,अस्पृश्यता और रूढ़वादिया को त्यागकर समरस  समाज का निर्माण करना होगा। इसी को ध्यान में रखकर शताब्दी वर्ष में सात बिंदुओं जैसे विजया दशमी उत्सव,घर घर संपर्क, हिन्दू सम्मेलन, युवाओं के लिए कार्यक्रम ,सामाजिक सद्भाव,प्रमुख नागरिक गोष्ठी तथा सर्वत्र शाखा जैसे विविध कार्यक्रम इस दशहरा से लेकर विजया दशमी 2026 तक चलाए जाएंगे। अंत में गणवेश धारी सैकड़ों स्वयंसेवकों ने पथ संचलन में हिस्सा लेकर तीन किमी की दूरी तय किया। कदम मिलाते हुए कतारबद्ध अनुशासित पथ संचलन देख मंत्र मुग्ध नगर वासियों ने जगह जगह पर स्वयंसेवकों के ऊपर पुष्पवर्षा करके उनका उत्साहवर्धन एवं स्वागत किया।

देश पर आयी आपदा—विपदा में स्वयंसेवक सबसे आगे कि पंक्ति मे खड़ा रहा — जयप्रकाश जी


 लोहता बस्ती में आयोजित विजयादशमी उत्सव को सम्बोधित करते हुए पू00प्र0 क्षेत्र के क्षेत्र व्यवस्था प्रमुख जयप्रकाश जी ने संघ के 1925 मे एक बीज से शताब्दी वर्ष 2025 तक वटवृक्ष बनने की गाथा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ को विभिन्न समयों मे प्रतिबंधों व अन्य माध्यमों से दबाने का प्रयास किया गया लेकिन स्वयंसेवको के त्याग व समर्पण के कारण दमन का यह विरोधी कार्य असफल रहा। उन्होेंने कहा कि जब भी देश पर कोई भी संकट आया स्वयंसेवक सबसे आगे कि पंक्ति मे खडा रहा चाहे वो युद्ध का समय हो या भूकंप का हो या किसी भी प्रकार की आपदा विपदा रही हो।

 विवेकानंद नगर की विभिन्न शाखाओं पर विजयादशमी उत्सव उत्साह पूर्वक मनाया गया । शताब्दी वर्ष मे बस्ती सह निकलने वाले पथसंचलन की दृष्टि से इसके अतिरिक्त विवेकानंद नगर के भरथरा बस्ती, भिठारी बस्ती में भी स्वयंसेवकों ने संचलन निकाला।

अपने जीवन में पंच प्रण को स्वीकार करें — शिवमूर्ति जी

महानगर के कमच्छा बस्ती में शंकराचार्य शाखा पर काशी प्रांत के सामाजिक सद्भाव प्रमुख शिवमूर्ति जी ने 1925 से लेकर 2025 तक के 100 वर्षों की पूरी यात्रा की कहानी विस्तार स्वयंसेवकों को बताया। उन्होंने डॉक्टर साहब, श्रीगुरु जी, बालासाहब ‌भाऊराव देवरस जी व अन्य विभूतियों की कहानियों पर परिचय डालते हुए बताया कि कैसे उन्होंने अपने पूरे जीवन को राष्ट्र के लिए समर्पित कर संघ को यहां तक पहुंचाने के लिए प्रयास किया। अंत में उन्होंने पंच परिवर्तन के माध्यम से सभी स्वयंसेवक बंधुओ से आग्रह किया कि सभी लोग अपने और अपने परिवार के जीवन में पंच प्रण लागू करें। इसके साथ ही स्वयंसेवकों द्वारा पथ संचलन भी निकाला गया। कामाख्या नगर के अन्य बस्तीयों एवं शाखाओं पर भी श्रीविजयादशमी एवं पथ संचलन का आयोजन किया गया।

काशी दक्षिण भाग में आयोजित कार्यक्रम

100 वर्षों से सतत मातृभूमि की आराधना में लगा हुआ है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ- अरविंद जी

काशी। 100 वर्षों से सतत राष्ट्र की आराधना में लगा हुआ संगठन जिसका नाम है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, एक तरफ जहां दुनिया के कई सारे संगठन 100 वर्षों की यात्रा या तो पूरी नहीं कर पाए अथवा उनमें विघटन आ गया ऐसे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लगातार  राष्ट्र की आराधना कर रहा है l

उक्त वक्तव्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कर्दमेश्वर नगर काशी दक्षिण के कंदवा बस्ती में आयोजित विजयादशमी उत्सव एवं पथ संचलन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में काशी प्रान्त गौ सेवा संयोजक ने कही l वक्ता ने संघ के 100 वर्षों के इतिहास को बताते हुए कहा कि संघ समाज के प्रत्येक क्षेत्र में समाज की आवश्यकता के हिसाब से अलग-अलग संगठनों के माध्यम से लगातार सेवा कार्य कर रहा है l उदाहरण देते हुए वक्ता ने कहा कि मजदूर संघ असंगठित श्रमिकों के मध्य में काम करने वाला विश्व का सबसे बड़ा संगठन बन गया है इसी प्रकार विद्यार्थियों के बीच में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा विद्यार्थी संगठन बना हुआ है शिक्षा के क्षेत्र में विद्या भारती विश्व का सबसे बड़ा विद्यालय समूह बना हुआ है l संघ सेवा के लिए समाज में पहचान रखता है सेवा भारती के 2 लाख से ज्यादा के उपक्रम पूरे भारत में अलग-अलग क्षेत्र में सेवाएं दे रहे हैं, विगत दिवसों में बाढ़ और वर्षा से उत्पन्न त्रासदी का उल्लेख करते हुए वक्ता ने कहा कि उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश ,पंजाब और ऐसी सभी जगह पर जहां बाढ़ की विभीषिका आई हुई थी वहां लोगों ने संघ के सेवा भाव को समझा l संघ के संस्थापक डॉक्टर केशव राम बलिराम हेडगेवार के जीवन पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि संघ के सरसंचालक रहते हुए भी डॉक्टर साहब जंगल सत्याग्रह में 1 वर्ष के लिए जेल गए थे l

संघ में सरसंघचालकों की एक  वृहद परंपरा रही है जिनके नेतृत्व में संघ ने सतत राष्ट्र की वंदना और आराधना की है l अरविंद जी ने संघ द्वारा शताब्दी वर्ष में आयोजित पंच प्रण के संदर्भ में विस्तार से विषय रखा l सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन ,स्व का भाव ,नागरिक कर्तव्य एवं पर्यावरण का विशेष उल्लेख वक्त ने किया l वक्ता ने आगामी शताब्दी वर्ष में आयोजित संघ के सभी साथ कार्यक्रमों का विस्तार से वर्णन किया l

ज्ञात हो कि संघ शताब्दी वर्ष के उपलक्ष में काशी महानगर में कई सारे स्थान पर विजयादशमी उत्साह एवं पद संचलन का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है उसी क्रम में रामनगर में अयोध्या मैदान स्थित शाखा पर आयोजित कार्यक्रम में दक्षिण भाग के प्रचार प्रमुख रवि ने बौद्धिक दिया l मानस नगर स्थित दीनदयाल उद्यान कबीर नगर में मुख्य वक्ता डॉक्टर कमलेश तिवारी रहे l यहां कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने की l अमरा अखरी स्थित शुल्टनकेश्वर नगर की शाखा पर माध्यमिक शिक्षा परिषद के सदस्य डॉक्टर हरेंद्र राय ने अपने विचार व्यक्त किया l तारानगर कॉलोनी छित्तूपुर स्थित ज्ञान गंगा अकैडमी में आयोजित संत रविदास नगर के कार्यक्रम में विभाग महाविद्यालय प्रमुख ,काशी विभाग आशुतोष जी ने बौद्धिक दिया l रोहनिया स्थित पंचवटी लॉन में  शिवधाम नगर के आयोजन में भाग प्रचारक आदर्श जी ने

स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया l इसी क्रम में माधव नगर, केशव नगर सहित काशी दक्षिण भाग के सभी 12 नगरों में कार्यक्रमों का आयोजन हुआ जिसके बाद सभी स्थानों पर पथ संचलन भी हुआ , जिसमें संघ के गणेश धारी स्वयंसेवक घोष की धुन पर दंड लेकर ध्वज के पीछे पीछे पंक्तिबद्ध होकर चल रहे थे l पथ संचलन के ऊपर विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा पुष्प वर्षा भी की गई l सभी कार्यक्रमों में गणमान्य नागरिक एवं माता बहनें बड़ी संख्या में उपस्थित रहे l





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