प्रयागराज| बुधवार को अमर बलिदानी
भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु के बलिदान दिवस पर दीपदान
एवं भजन संध्या का कार्यक्रम प्रयागराज दक्षिण द्वारा यमुनातट पर बलुआ घाट बारादरी
में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ आनन्द शंकर सिंह (प्राचार्य ईश्वर शरण महाविद्यालय, प्रयागराज) ने कहा कि भारत कभी भी पूरी तरह से
विदेशियों के शासन में नहीं रहा। अनेक विदेशी आक्रमणकारी आये, कुछ भागों को जीता।
विभाग प्रचार प्रमुख वसु के अनुसार मुख्य वक्ता ने आगे कहा
कि भारत हमेशा प्रतिरोध करता रहा और जगह-जगह स्वशासन स्थापित करता रहा। भारत
प्राचीन काल से ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन तक आर्थिक रूप से समृद्ध रहा। विदेशी
अर्थशास्त्रियों का भी आकलन है कि इस दौरान विश्व अर्थव्यवस्था में भारत का योगदान
25% से 40% तक रहा। भारत की
अर्थव्यवस्था को तोड़ने का कार्य 1858 से ब्रिटिश शासन के अधीन योजनाबद्ध तरीके से किया गया। इसी
प्रताड़ित भारत माता के सपूतों को त्राण दिलाने के लिए कांग्रेस की आजादी के
प्रयासों से अलग क्रांतिकारियों ने सशस्त्र संघर्ष प्रारंभ किया। राम प्रसाद
बिस्मिल, चंद्र शेखर आजाद, भगतसिंह ने हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन का गठन किया और
केन्द्रीय असेंबली में बम एवं पर्चा फेंका। काकोरी काण्ड, सॉन्डर्ष
हत्याकांड जैसे कार्यक्रमों के बाद अपने बीच के ही गद्दारों की सूचना पर गिरफ्तार
किए गए। भगतसिंह को साथियों सुखदेव, एवं राजगुरु के साथ मृत्यु दण्ड दिया गया। लाहौर में फांसी
दी गई, लेकिन विद्रोह के डर से नियत तिथि से पहले
चुपचाप दे दी गई। गांधी जी एवं कांग्रेस का आजादी के संघर्ष में बहुत महत्वपूर्ण
योगदान है, पर हम क्रांतिकारियों के योगदान की उपेक्षा नहीं
कर सकते। हमें खण्डित आजादी मिली, इसे अखण्ड भारत
बनाने का संकल्प हमें बनाये रखना है। यह ऐसा स्वप्न है जो एक दिन अवश्य पूरा होगा।
इस अवसर पर 5100 दीप जलाकर भारत माता
के वीर शहीद सपूतों को श्रद्धांजलि दी गयी। लोकगायक श्री रामबाबू और उनके
सहयोगियों द्वारा देशभक्ति लोकगीत प्रस्तुत किए गए।
कार्यक्रम में शिवकुमार जी (विभाग सह संघचालक) ने भी अपना विचार रखा। विभिन्न आकृतियों की रंगोली आकर्षण का केंद्र रही। इस अवसर पर विभाग प्रचारक डॉ.पियूष जी, भाग कार्यवाह वीर कृष्ण जी, नरेंद्र जी, अवधेश जी, दक्षिण भाग प्रचारक सौरभ जी, मोहन जी टंडन, मनोज जी सह भाग कार्यवाह एवं कल्याणी नगर के स्वयंसेवकों और सैकड़ों की संख्या में दर्शक उपस्थित रहे| कार्यक्रम का संचालन दक्षिण भाग के प्रचार प्रमुख आशीष एवं वंदे मातरम विवेक ने किया|
No comments:
Post a Comment