प्रयागराज. राष्ट्रीय
स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मण्डल की चार दिवसीय बैठक रविवार से
प्रयागराज में प्रारम्भ हो रही है. बैठक में संघ रचना के सभी 45 प्रांतों के प्रांत संघचालक, कार्यवाह
तथा प्रचारक एवं उनके सह भागीदारी करेंगे.
अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील
आंबेकर ने बैठक स्थल पर शनिवार को पत्रकारों को बताया कि बैठक में राष्ट्रीय
स्वयंसेवक संघ के पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत, माननीय सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी तथा सभी सह
सरकार्यवाह एवं अन्य अखिल भारतीय अधिकारियों सहित कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित
रहेंगे.
सुनील आंबेकर ने बताया कि अखिल
भारतीय कार्यकारी मण्डल की इस चार दिवसीय बैठक में बीते मार्च माह में आयोजित अखिल
भारतीय प्रतिनिधि सभा में बनी वार्षिक योजना की समीक्षा होगी तथा संघ कार्य के
विस्तार का वृत्त भी लिया जाएगा. देश में वर्तमान समय में चल रहे समसामयिक विषयों
पर भी चर्चा होगी. इसके अलावा बैठक में संघ के विजयादशमी उत्सव पर पूजनीय
सरसंघचालक जी के उद्बोधन में महत्वपूर्ण विषयों के अनुवर्तन पर भी चर्चा होगी.
उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय
कार्यकारी मण्डल की बैठक में इसके अलावा नागपुर में 14 नवम्बर से आठ दिसम्बर तक होने वाले संघ शिक्षा वर्ग
(तृतीय वर्ष) जो इस वर्ष मई के अलावा आयोजित हो रहा है, उसकी
योजना पर भी चर्चा होगी. बैठक में संघ के शताब्दी वर्ष में कार्य विस्तार की
रूपरेखा को लेकर भी चर्चा की जाएगी. 2025 में राष्ट्रीय
स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए कार्य विस्तार की योजना बनी है. वर्तमान में संघ
की देश भर में 55 हजार स्थानों में शाखाएं हैं, जिन्हें मार्च 2024 तक एक लाख स्थानों तक पहुंचाने
की योजना है.
पत्रकारों द्वारा पूछे गये प्रश्नों
के उत्तर में सुनील आंबेकर ने कहा कि विजयादशमी उत्सव पर सरसंघचालक जी के उद्बोधन
में उठाये गये मुद्दों पर बैठक में विशेष चर्चा होगी, जिनमें मातृभाषा में शिक्षा, जनसंख्या
असंतुलन, महिला सहभाग, सामाजिक समरसता
और समाज के सभी वर्गों के साथ संवाद प्रमुख हैं.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल
भारतीय कार्यकारी मण्डल की यह बैठक जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर यमुनापार में गौहनिया स्थित वात्सल्य
विद्यालय परिसर में आयोजित हो रही है, बैठक का समापन 19
अक्तूबर को होगा.
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