पालघर में पूज्य संतों व उनके चालक
की नृशंस सामूहिक हत्या से क्षुब्ध राष्ट्र ने आज उन्हें एक दीप जलाकर अपनी
श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दोषियों को शीघ्र कठोरतम सजा की मांग दोहराई. दक्षिणी
दिल्ली स्थित विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) मुख्यालय में दीप जलाकर अपने श्रद्धासुमन
अर्पित करते हुए विहिप के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि यह बेहद
दुर्भाग्य पूर्ण है कि संतों व आध्यात्मिक परम्परा के इस देश में पूज्य संतों के
अनेक हत्यारे घटना के 13वें दिन भी खुले में घूम रहे हैं.
सम्पूर्ण भारत ने एक दीया संतों के नाम जलाकर हिन्दू समाज की विराट एकजुटता का
संदेश दिया है. घटना के मूल षड्यंत्रकारियों की अविलम्ब गिरफ्तारी तथा कठोरतम दण्ड
ही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी. साथ ही ध्यान रहे कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को
दण्ड ना मिले, इस हेतु भी हिन्दू समाज सदैव खड़ा है.
उन्होंने कहा कि साम्यवादी राजनैतिक
व गैर राजनैतिक संगठनों के साथ ईसाई मिशनरियों की हिन्दू द्रोही विद्वेषपूर्ण
गतिविधियाँ पालघर जिले सहित देश के अनेक स्थानों पर भोले-भाले वनवासी समाज को देश
भर में हिंसा के लिए प्रेरित कर रही हैं. त्रिपुरा में पूज्य श्री शांतिकाली जी
महाराज व उड़ीसा में पूज्य स्वामी लक्ष्मणानंद जी महाराज की जघन्य हत्याएं इन्हीं
हिंसक प्रवृतियों का ही दुष्परिणाम था.
विश्व हिन्दू परिषद्, हिन्दू धर्म आचार्य सभा व अखिल
भारतीय संत समिति के आह्वान पर पूज्य साधू-संतों के अनेक अखाड़ों, मठ-मंदिरों, आश्रमों, गुरुद्वारों व जैन स्थानकों, घरों व व्यावसायिक स्थलों इत्यादि
असंख्य जगहों पर सम्पूर्ण भारत में दीया जलाकर, पूज्य
संतों की अमर हुतात्माओं को, लॉकडाउन
के नियमों का पूरी तरह पालन करते हुए, श्रद्धांजलि
दी गई. साथ ही, अनेक राज्यों की राजधानियों में
राज्यपालों व जिला मुख्यालयों पर जिलाधीशों को राष्ट्रपति को सम्बोधित करते हुए
ज्ञापन भी दिए गए. ज्ञापन में वीभत्स घटना की उच्चस्तरीय जाँच कर हत्यारों एवं
षड्यंत्रकारियों को अविलम्ब गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा की माँग की गई.
श्रोत - विश्व
संवाद केन्द्र, भारत
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