काशी|
स्वयंसेवक से कार्यकर्ता की ओर अग्रसर होने का नाम है संघ शिक्षा वर्ग। प्रखर
राष्ट्रीयता के भाव का जागरण करने का नाम है संघ शिक्षा वर्ग l राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रांत के संघ
शिक्षा वर्ग प्रथम वर्ष (सामान्य) के उद्घाटन सत्र में काशी प्रान्त प्रचारक रमेश
चन्द्र ने यह बातें कहींl उक्त वर्ग बाबतपुर
के एस एस पब्लिक स्कूल में आयोजित है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रशिक्षण
में व्यक्ति के गुणों का विकास के साथ साथ मन, शरीर और आत्मा का शुद्धिकरण होता है l कार्यकर्ता की सद्वृत्ति को बढ़ाने के लिए
प्रशिक्षण आवश्यक है l संघ में 4 चरणों में प्रशिक्षण कार्यक्रम होता है। पहला
सात दिवसीय प्राथमिक,दूसरा 20 दिवसीय प्रथम वर्ष। पुनः 20 दिवसीय द्वितीय वर्ष और अंत में 25 दिन का तृतीय वर्ष नागपुर में आयोजित किया जाता
है l
रमेश जी ने आगे कहा कि
प्रशिक्षण द्वारा हर स्वयंसेवक निर्दोष होकर निकले यह मूल भावना रहती है, मन के विकार कैसे संस्कारों में परिवर्तित हो
जाएं यह प्रशिक्षण का विषय रहता है l संघ शिक्षा वर्ग में बहुत बड़ी रहस्यमय बातों का प्रशिक्षण
नहीं अपितु छोटे-छोटे संस्कारों का प्रशिक्षण दिया जाता हैl सूचना मिलने पर उसका अक्षरशः पालन करना
स्वयंसेवक का कर्तव्य हैl सामूहिक जीवन, सामूहिक विचार, सामूहिक रहन-सहन संघ की अनूठी शैली है l
कार्यक्रम का प्रारंभ भारत
माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर हुआ। दीप प्रज्वलन मुख्य वक्ता के रमेश जी
के साथ काशी प्रांत के मा.सह प्रांत संघचालक अंगराज जी एवं संघ शिक्षा वर्ग प्रथम
वर्ष के वर्ग अधिकारी पुनीत लाल जी ने किया l सह प्रांत कार्यवाह राकेश जी ने वर्ग व्यवस्था में उपस्थित
अधिकारियों का परिचय कराया l वर्ग में कुल 318 शिक्षार्थी
प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं l वर्ग में काशी
प्रांत के चार विभाग काशी, जौनपुर, सोनभद्र और विंध्याचल विभाग के शिक्षार्थी
उपस्थित हैंl
उद्घाटन सत्र में सच्चिदानंद
को वर्ग कार्यवाह घोषित किया गया l वर्ग का समापन 15 जून को होगा। सह प्रांत प्रचारक मुनीश जी, वर्ग पालक अधिकारी श्री रामचंद्र जी, मुख्य शिक्षक श्रीमान प्रवेश जी, सर्व व्यवस्था प्रमुख श्रीमान गौरी शंकर जी एवं
बौद्धिक पालक अधिकारी कृष्णचंद्र जी सहित काशी प्रांत के कई अधिकारी उपस्थित रहें l
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