आपने कई अस्पतालों को अपना प्रचार करने के
मध्यम से मुफ्त स्वास्थ्य शिविर आयोजित करते हुए तो देखा होगा। परंतु सिर्फ
देशभक्ति की भवाना लेकर, केवल लोगों को
स्वस्थ रखने हेतु स्वयं तत्पर होना शायद ही सुना हो। ऐसा या तो कभी किसी मोहल्ले
में हो जाता या फिर ज्यादा से ज्यादा किसी एक गांव में लेकिन आपको शायद ही सूचना
होगी की प्रति वर्ष नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन (NMO) भारत भूषण पंडित मदन मोहन मालवीय स्वस्थ सेवा यात्रा का
आयोजन करता है।
एन.एम.ओ. के
राष्ट्रीय महासचिव डॉ. विश्वम्भर जी ने बताया कि यह स्वस्थ सेवा यात्रा 2015 में प्रारंभ की गई
थी, और मुख्यतः बनारस में ही आयोजित हुई थी। प्रत्येक
वर्ष IMS BHU एवं समीप के क्षेत्रों
में स्थित मेडिकल कॉलेज जैसे प्रयागराज, मिर्जापुर आदि के छात्र-छात्राएं एवं चिकित्सक
इस यात्रा में बढ़चढ़कर भाग लेते हैं एवं देशप्रेम और देशभक्ति की भावना लिए स्वयं
को ग्रामीण क्षेत्रों को सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। इस वर्ष इस यात्रा का सातवां
प्रकरण था, जो 7-8 अक्टूबर, 2023 को संपन्न हुआ। इस
वर्ष यह यात्रा सैदपुर, चंदौली, सोनभद्र, सारनाथ, आशापुर आदि
क्षेत्रों में आयोजित हुई। कुल 18 शिविरों का आयोजन
हुआ जिसमें IMS BHU के 90 मेडिकल छात्रों एवं 40 चिकित्सकों ने अपना योगदान दिया और कुल 22 हज़ार मरीजों का उपचार किया। इस बार की यात्रा
का उद्देश्य था "स्वस्थ भारत-श्रेष्ठ भारत"। मेडिकल छात्रों एवं
चिकित्सकों ने उपचार के अलावा विभिन्न प्रांतीय महामारियों से बचाव के उपाय भी
बताए। डॉक्टर एस. के. तिवारी जी (सर्जरी, सर सुंदरलाल) ने कहा "इस यात्रा का उद्देश्य केवल
मुफ्त इलाज या फिर मुफ्त दवाएं बाटना नहीं है, परंतु सभी ग्रामीण जनता को अनेक रोगों के बारे में जाग्रत
करवाना भी है और साथ साथ यह भी विश्वास दिलवाना है कि सम्पूर्ण चिकित्सक समुदाय आप
सभी को सेवा के लिए तत्पर हैं। स्वस्थ ग्रामीण जनता ही स्वस्थ देश का निर्माण करते
हैं एवं देश के विकास में अपना अहम योगदान प्रदान करते हैं|"
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