संघ विचार परिवार की बैठक में कार्यक्रमों की की गई घोषणा
व्यापक गृह संपर्क एवं
जन सम्पर्क अभियान
काशी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार
परिवार की महत्वपूर्ण बैठक रविवार को संत अतुलानंद कान्वेंट स्कूल कोयराजपुर में संपन्न
हुई। इस बैठक में 22 जनवरी को अयोध्या
में संपन्न होने वाले ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह के संबंध में विस्तृत कार्य
योजना की घोषणा की गई। चार अलग-अलग सत्रो
में पूरे दिन भर चली बैठक में विचार परिवार के 35 संगठनों के प्रमुख पदाधिकारियों की उपस्थिति में कार्यक्रम
को सफल बनाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने का आह्वान किया गया।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के
महामंत्री एवं विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री चंपत राय जी ने
पूरे 45 दिन तक चलने वाले महाअभियान की चरण बद्ध ढंग से
विस्तृत जानकारी दी।
निर्धारित योजना के अनुसार 4 नवंबर 2023 को 200 कार्यकर्ता अयोध्या
पहुंचेंगे। पांच को वहां से अक्षत भरे पीतल के कलश लेकर सभी विभाग तक उसे
पहुंचाएंगे। यह अक्षत न्यास की ओर से आमंत्रण का प्रतीक होगा।
5 नवंबर से दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक कार्यकर्ता देशभर के सभी
मंदिरों में अक्षत पहुंचायेंगे| 1 से 15 जनवरी 2024 तक पूजित अक्षत लेकर कार्यकर्ता हर गांव-मोहल्ले एवं
बस्तियों में संपर्क कर सभी को अयोध्या पहुंचने का औपचारिक निमंत्रण देंगे।
प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन 22 जनवरी को कार्यकर्ता अपने-अपने गांव मोहल्ले के
मंदिरों में इकट्ठे होंगे। वहां भजन कीर्तन के कार्यक्रम चलेंगे तथा सायं काल अपने
दरवाजे पर दीप जलाएंगे। 5 करोड़ घरों में इस
दिन दीपक जलाए जाएंगे।
22 जनवरी को अयोध्या में केवल देश भर के कश्मीर से
कन्याकुमारी तक के 140 संप्रदायों के साधु
संत, मा0 प्रधानमंत्री, पूज्य सरसंघचालक तथा इस
आंदोलन में प्राण गवाने वालों के परिजन और विभिन्न क्षेत्रों में विशेष उपलब्धियां
अर्जित करने वाले समाज के विशिष्ट नागरिक उपस्थित होंगे।
8000 लोगों की सीमित क्षमता होने के कारण कार्यकर्ताओं से 22 जनवरी को अयोध्या न आकर अपने-अपने क्षेत्र में
कार्यक्रमों में जुटने का निर्देश दिया गया है। कार्यकर्ताओं को अलग-अलग तिथियों
में उनके प्रांत के अनुसार अयोध्या पहुंचने का श्री चंपत राय जी ने निमंत्रण दिया।
अयोध्या पहुंचने वाले कार्यकर्ताओं के रुकने तथा भोजन आदि की समुचित व्यवस्था का
भी उन्होंने भरोसा दिलाया। 25000 कार्यकर्ताओ के
प्रतिदिन अयोध्या में रूकने एवं खाने की व्यवस्था की जा रही है।
काशी प्रांत के कार्यकर्ता 30 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगे। इसी तरह अलग-अलग
प्रांतो के लिए अलग-अलग तिथियां होंगी। 45 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में 50 लाख लोगों के आवास एवं भोजन की व्यवस्था अयोध्या में
उपलब्ध कराई जाएगी।
काशी प्रांत के प्रांत प्रचारक श्रीमान रमेश
जी ने द्वितीय सत्र में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने आग्रह किया कि
संगठन की रीति नीति के अनुसार और सभी कार्यकर्ता अपने-अपने स्थान पर सौंपे गये दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वाह करते हुए
कार्यक्रम को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र के
मंदिरों की सूची बनाएं| प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन मंदिरों में संपूर्ण हिंदू शक्ति
को एकत्रित कर भजन कीर्तन के कार्यक्रम संचालित करें। माइक लगाकर प्रभु श्री राम
का गुणानुवाद कराये| इसके लिए कथावाचकों विद्वानों की भी सहायता ली जा सकती है।
1 से 15 जनवरी तक
के महासंपर्क अभियान में न छूटे एक भी हिन्दू घर
1 से 15 जनवरी तक अब तक का सबसे बड़ा महासंपर्क अभियान चलेगा।
इसमें कार्यकर्ता पूरी भागीदारी निभायें। एक भी हिंदू घर छूटने न पाए इसका ध्यान
रखें। 15 दिसंबर से पहले खंडो की समन्वय बैठकें हो जाए।
टोलियों का गठन कर लें। गठित टोलिया ही परिवारों से संपर्क करेंगी।
उन्होंने विचार परिवार की बैठक जिलास्तर पर
करने के लिए अभी से तिथि तय करने का निर्देश दिया। कार्यकर्ताओं को 15 दिसंबर से पूर्व अयोध्या से लाई गई सारी
सामग्री मिल जाएगी। दूसरी ओर “मातृशक्ति-संगम” को भी विभाग स्तर पर सफल बनाने लिए कार्यकर्ताओं
से सक्रिय रहने का निर्देश दिया। इसके लिए अलग-अलग विभागों की तिथियां भी घोषित कर
दी गई।
ऐतिहासिक
महानाट्य जाणता राजा देखने के लिए सभी जिलों के तिथियों की भी दी गई जानकारी
छत्रपति शिवाजी
महाराज के जीवन पर आधारित ऐतिहासिक महानाट्य जाणता राजा देखने के लिए सभी जिलों की
तिथियां की भी जानकारी दी गई। 21 नवंबर को चंदौली-सोनभद्र, 22 को मिर्जापुर-भदोही, 23 को प्रयागराज, 24 को प्रतापगढ़-कौशांबी 25 को सुल्तानपुर-अमेठी तथा 26 को जौनपुर-गाजीपुर के कार्यकर्ता जाणता राजा
महानाट्य देखेंगे। वाराणसी जिले के लोग स्थानीय होने के कारण सभी दिनों में
प्रतिभाग कर सकते हैं।
मंच पर मा0 प्रांत
संघचालक डॉ. विश्वनाथ लाल निगम, प्रांत कार्यवाह मुरलीपाल जी की उपस्थिति
उल्लेखनीय रही। संचालन सह प्रांत कार्यवाह डॉ. राकेश जी ने किया। इस समन्वय बैठक
में भारत विकास परिषद, विहिप, सक्षम, आरोग्य भारती, सेवा भारती, अ.भा.विद्यार्थी
परिषद, शैक्षिक महासंघ, इतिहास संकलन समिति, गंगा समग्र, भाजपा, भारतीय मजदूर संघ
समेत कुल 36 संगठनों के 545 पदाधिकारी उपस्थित
थे।
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