प्रयागराज| बुधवार को प्रयागराज के जिला गंगा पारका प्राथमिक शिक्षा वर्ग प्रारंभ हो गया| प्रथम दिवस पर 4 गण के साथ प्रशिक्षण का कार्य प्रारंभ हुआ| प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन सत्र में काशी प्रांत के सहप्रांत प्रचारक मुनीस जी ने भारत माता एवं डॉक्टर साहब और गुरु जी के चित्र के सामने माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित करके प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया| इस अवसर पर सह प्रांत प्रचारक जी ने आए हुए शिक्षार्थियों संबोधित करतें हुए कहा कि संघ के स्वयंसेवक अपने कार्यों से समाज में एक अलग पहचान बनाते हैं| उन्होंने शिक्षार्थियों से कहा कि जो कुछ भी यहां बताया एवं सिखाया जाए उसे गंभीरता पूर्वक आत्मसात करें| प्रशिक्षण शिविर से वापस जाने के बाद कोई सबसे अच्छा गीत कहे, कोई स्वयंसेवक सुभाषित अच्छा बोले और कोई प्रार्थना का कहने में महारत हासिल करे| उन्होंने राजा सीवी बाज कबूतर के प्रसंग चर्चा करते हुए कहा कि स्वयंसेवक को वचन का पालन करना चाहिए एवं आए हुए शरणागत की रक्षा करनी चाहिए| ऋषि दधीचि के प्रसंग को बतलाते हुए उन्होंने कहा कि समाज की रक्षा के लिए ऋषिवर ने अपने शरीर को त्याग दिया और अपनी अस्थियों वज्र निर्माण हेतु दान दे दिया| उन्होंने बालक वीर हकीकत राय का भी प्रसंग बतलाया कि उस छोटे बालक में अपने धर्म के सम्मान के लिए विरोधियों के सामने नहीं झुका बल्कि अपना बलिदान देना उचित समझा|
कोई पद चिन्हों पर चलता है, कोई पद चिन्ह बनाता है
सह प्रांत प्रचारक जी ने इन पंक्तियों की व्याख्या करते हुए दशरथ मांझी का उदाहरण प्रस्तुत किया कि कैसे उन्होंने अपनी पत्नी की अस्पताल ना पहुंच पाने पर मृत्यु के बाद अपने गांव के लिए 20 वर्षो के अथक परिश्रम के बाद पहाड़ को काटकर अपने गांव के लिए लंबा और दुर्गम रास्ते को 10 किलोमीटर में बदल दिया| उद्घाटन सत्र के इस इस अवसर पर गंगा पार जिले के जिला संघचालक सूर्यनारायण सिंह, जिला प्रचारक आदरणीय श्रीमान नितिन जी, सोराव खंड संघचालक इंद्र बहादुर एवं मऊआइमा खंड संघचालक गुलाब केसरवानी, सह जिला कार्यवाह अमित, जिला प्रचार प्रमुख विकास एवं सोराव खंड कार्यवाह सर्वेश, मऊआइमा खंड कार्यवाह दिनेश, श्रृंगवेरपुर खंड कार्यवाह अवधेश आदि उपस्थित रहे|
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