कटक. विश्व हिन्दू परिषद के षष्ठिपूर्ति दिवस तक संगठन एक लाख गांवों तक कार्य विस्तार कर लेगा. तब तक विहिप के हितचिंतकों की संख्या भी एक करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य है. विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने यह जानकरी दी. उन्होंने हिन्दू समुदाय से विश्व हिन्दू परिषद के स्थापना दिवस तथा स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में सम्मिलित होने का आह्वान किया.
कटक के विहिप कार्यालय
में प्रेस वार्ता में परांडे ने जनजातीय समुदाय के बीच हिन्दुत्व के प्रचार प्रसार
में जुटे पूज्य स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती को श्रद्धांजलि देते हुए उनके हत्यारों
की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की.
वर्ष 2008 में 23 अगस्त को
लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या कर दी गई थी. किंतु उनके हत्यारों की अभी तक पहचान
नहीं हुई है. इस मामले में जो जांच आयोग बनाए गए, उनकी
रिपोर्ट भी अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है.
उन्होंने ओडिशा सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द रिपोर्ट
सार्वजनिक करे. पूज्य लक्ष्मणानंद सरस्वती का बलिदान व्यर्थ नहीं होगा और विश्व
हिन्दू परिषद उनके संकल्प की सिद्धि में जुटी है. उन्होंने पूज्य पुरी शंकराचार्य
श्री निश्चलानंद सरस्वती जी का पुतला दहन करने तथा उनका अपमान करने वाले
कम्युनिस्ट विचार से प्रेरित हिन्दू द्रोहियों की गिरफ्तारी की मांग भी की.
उन्होंने कहा कि 09 अगस्त को भारत में मूल निवासी दिवस
मनाने का कोई औचित्य नहीं है. भारत का जनजातीय समाज देश, धर्म,
संस्कृति की रक्षा का व्रत लिए सदा शेष हिन्दू समाज के साथ मिलकर
प्रयास करता रहा है. उन्होंने अपील की भारतीयों को 15 नवंबर
का दिन जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाना चाहिए. इस दिन भगवान बिरसा मुंडा की
जयंती होती है.
मिलिंद परांडे ने कहा कि
ओडिशा में बड़े पैमाने पर ईसाई मिशनरी धर्मांतरण के षड्यंत्रों में जुटी है. राज्य
सरकार को तत्काल इस पर रोक लगानी चाहिए. झारखंड के रास्ते पश्चिम बंगाल में होने
वाली गोवंश की तस्करी पर भी तुरंत रोक लगाई जानी चाहिए.
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