सुलतानपुर। श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन में बलिदानी कारसेवक स्वर्गीय रामबहादुर वर्मा के परिजन को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने आमंत्रित किया। श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण पत्र लेकर पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रान्त प्रचारक रमेश जी ने स्व0वर्मा के परिजनों को सौंपते हुए कहा कि कारसेवकों के लम्बे संघर्षों और बलिदान से ही श्रीराम मंदिर का निर्माण अपनी पूर्ण अवस्था को प्राप्त कर रहा है। 6 दिसम्बर 1992 को जब हिन्दू जनमानस का आक्रोश फूटा उसी समय यह प्रण लिया गया कि मंदिर बनकर रहेगा। उसके बाद अनेकानेक तथ्यों के आधार पर देश के सर्वोच्च न्यायालय ने श्रीराममंदिर के पक्ष में एतिहासिक निर्णय सुनाया।
सुलतानुपर मा.विभाग संघचालक श्री अरुण कुमार सिंह के साथ बलिदानी कारसेवक स्व. रामबहादुर वर्मा के घर पहुंचे प्रान्त प्रचारक रमेश जी ने उनके पुत्र काली सहाय वर्मा को निमंत्रण पत्र दिया।
परिवार से उनके दोनों भाई, पत्नी, बच्चों ने निमंत्रण मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज हमारे परिवार के सभी सदस्यों का जीवन धन्य हो गया। बताते चले कि राम मंदिर आंदोलन के दौरान 30 अक्टूबर 1990 को रामजन्मभूमि की छत पर गोली लगने से कारसेवक राम बहादुर वर्मा गोली लगने से शहीद हो गए थे।
श्रीराम भारत की आत्मा हैं
उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम भारत की आत्मा हैं, वे आस्था-विश्वास के प्रतीक हैं। वे सत्य सनातन के प्रतीक हैं। श्रीराम सबके हैं-सबमें हैं। इसलिए श्रीराम के भव्य मंदिर को लेकर सम्पूर्ण देश में हर्षोल्लास का वातावरण है।
“राष्ट्र-राममय और राम-राष्ट्रमय है”
22 जनवरी को पूरा देश दिवाली मनाएगा। उन्होंने आह्वान किया कि पूरा समाज अपने घरों को सजायें। दीपमालिका से श्रीरामलला का अभिनंदन करें। श्रीराम 500 वर्षों बाद अपने मूल स्थान पर विराजित होंगे। 22 जनवरी को अपने अपने गाँव मुहल्ले के मंदिर में दिन के 11 बजे से 1 के बीच विशेष अनुष्ठान करें और श्री राम जयराम जय-जयराम का जाप करें।
इस अवसर पर प्रान्त प्रचारक प्रमुख रामचंद्र जी, विभाग प्रचारक श्रीप्रकाश जी, जिला प्रचारक आशीष जी, कृपाशंकर द्विवेदी, महिमाशंकर द्विवेदी आदि सैकड़ों की संख्या में रामभक्त, विश्व हिंदू परिषद, किसान संघ सहित संघ परिवार के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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सियाराम मय सब जग जानी, करहु प्रणाम जोरी जुग पानी।
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