गंगापार (प्रयागराज)/ आद्य पत्रकार देवर्षि नारद जयंती पर विश्व संवाद केंद्र काशी द्वारा आयोजित एवं प्रचार विभाग गंगापार (प्रयागराज) द्वारा संयोजित "वैश्विक महामारी काल में सकारात्मक पत्रकारिता की भूमिका" विषय पर वेब संगोष्ठी का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रान्त के सह प्रांत कार्यवाह प्रो. राज बिहारी ने कहा कि नारद जी सदैव जनहित के अनुसार सूचनाओं का आदान प्रदान करते थे. आज भी मानव कल्याण को ध्यान में रखकर सूचनाओं का संचार होना चाहिए. उन्होंने कहा कि पत्रकारिता व्यवसाय नहीं है यह एक मिशन है और इसमें जनकल्याण का ध्यान सर्वोपरि होना चाहिए जिससे राष्ट्र और समाज का उत्थान हो सके. सकारात्मक पत्रकारिता पर प्रकाश डालते हुए विशिष्ट वक्ता के रूप में वरिष्ठ पत्रकार सुनील मिश्र ने कोरोना काल में पत्रकारिता की सकारात्मक भूमिका का वर्णन किया. उन्होंने कहा कि जितनी मौत कोरोना से नहीं हुई उससे ज्यादा मौतें कोरोना के डर की सूचना से हुई. सकारात्मक संचार ने कोरोना के प्रभाव को काफी हद तक कम किया. नारद जी की सूचना व्यवस्था पर प्रकाश डालते हुए श्री मंगला प्रसाद शुक्ला (वरिष्ठ पत्रकार) ने बताया कि नारद जी देवासुर संग्राम से लेकर आज के दौर में पत्रकारिता की आदर्श मानदंड स्थापित किए हैं जिन्हें आज अपनाने की जरूरत है. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कृषि वैज्ञानिक श्री अमरदीप शुक्ल ने बताया कि आज के महामारी के दौर में ज्यादातर मौतें ऑक्सीजन की कमी से हुई. इसलिए सभी को पांच-पांच पौधे लगाने चाहिए अंत में कार्यक्रम संचालन कर रहे विकास पांडे ने कल्याण मंत्र मंत्र वाचन कर संगोष्ठी को संपन्न किया. कार्यक्रम में जिला प्रचारक गंगापार नितिन, सूर्य नारायण, बेचन, चारुमित्र एवं गंगापार जिले के विभिन्न समाचार पत्रों के पत्रकार बंधु आदि लोग जुड़े थे.
Sunday, May 30, 2021
काशी जिला : लोक कल्याण के लिए संवाद करते थे देवर्षि नारद - राजेंद्र सक्सेना
काशी/ देवर्षि नारद जयंती पर विश्व संवाद केंद्र काशी के तत्वाधान में शुक्रवार को प्रचार विभाग, काशी जिला द्वारा वैश्विक महामारी काल में सकारात्मक पत्रकारिता भूमिका विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता राजेंद्र सक्सेना (क्षेत्र मार्ग प्रमुख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) ने पत्रकारिता और देवर्षि नारद के संदर्भ में कहा कि देवर्षि नारद हमारे आदि पत्रकार हैं। नारद जी लोक कल्याण के लिए संवाद करते थे। आदि पत्रकार के नाते भारतीय पत्रकार उन्हें अपना आदर्श मानते हैं तो उनके आदर्शों का परिपालन हमारे भारतीय इलेक्ट्रॉनिक चैनल के संवाददाताओं, संपादकों को भी करना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार सुशील सिंह ने सकारात्मक पत्रकारिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह व्यवसाय नहीं बल्कि मिशन है। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद से ही राष्ट्र तोड़क शक्तियां अनवरत नकारात्मक खबरें फैला रहीं हैं। ऐसे में राष्ट्र के प्रति कर्तव्यनिष्ठ होकर पत्रकार बंधुओं को सकारात्मक पत्रकारिता करना चाहिए। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने वर्चुअल माध्यम से ही नारद भगवान के चित्र पर माल्यार्पण कर अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा कि पत्रकारिता करते समय हमें यह दृष्टिगत रखना चाहिए कि पत्रकारिता का स्वरूप जनकल्याणकारी एवं समाजोपयोगी हो क्योंकि पत्रकार का अंतिम लक्ष्य अपने लेखनी से समाज का अधिकतम कल्याण करना है।
कार्यक्रम में आनंद दुबे, सुरेंद्र सिंह, कमलेश, हेमंत, जिला प्रचारक बृजेश, राकेश एवं गौरीश सिंह सहित दर्जनों पत्रकार, संघ के पदाधिकारी एवं प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे। संगोष्ठी
का संयोजन एवं संचालन राहुल ने किया।
काशी उत्तर : पत्रकारिता को दूषित करती हैं नकारात्मक खबरें – डॉ ओ पी सिंह
वरिष्ठ पत्रकार पदमपति शर्मा ने कहा- चौथे स्तभ की पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है अपुष्ट समाचार
काशी/ देवर्षि नारद जी सत्य और न्याय कि प्रतिमूर्ति थे, वर्तमान पत्रकारिता के
चरित्र में भी यह अवधारणा व्याप्त होनी चाहिएI उक्त विचार विश्व संवाद केन्द्र,
काशी के तत्वावधान में प्रचार विभाग, काशी उत्तर भाग की ओर से पत्रकारिता के आदर्श चरित्र
देवर्षि नारद जी की जयंती पर आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता प्रो. ओम
प्रकाश सिंह (निदेशक, हिन्दी
पत्रकारिता संस्थान, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ) ने व्यक्त कियाI
“वैश्विक महामारी काल में सकारात्मक पत्रकारिता की भूमिका”
विषयक वर्चुअल (आभासी) संगोष्ठी में उन्होंने इस महामारी के दौरान धैर्य एवं आत्मविश्वास के
साथ पत्रकारिता को महत्वपूर्ण भूमिका माना, किन्तु इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारिता द्वारा निर्मित भय एवं तनाव
के वातावरण की निंदा कीI उन्होंने कहा कि
पत्रकारिता का सकारात्मक पहलू तब आएगा जब पत्रकारिता शोधपरक एवं मूल्यपरक होगीI पत्रकारिता जन कल्याणकारी
होनी चाहिए, नकारात्मक खबरे
पत्रकारिता को दूषित करती हैंI विशिष्ट वक्ता डॉ. अत्रि भारद्वाज (महामंत्री, काशी पत्रकार संघ) का
कहना था कि कोरोना काल में पत्रकारिता को मानव सेवा का सच्चा पोषक होना चाहिए, उसे सामाजिक कुरीतियों को
दूर करके जनजागरण का कार्य करना चाहिएI पत्रकारिता में विश्वसनीयता एवं पारदर्शिता अत्यंत आवश्यक
हैं, पत्रकारों में
नैतिकता, चरित्र एवं सेवा
भाव होना चाहिएI अंत में उन्होंने
कहा कि लेखनी, कलम एवं सोच
सकारात्मक होगी तो पत्रकारिता अवश्य अपने आदर्श चरित्र को प्राप्त करेगीI
संगोष्ठी कि अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार पदमपति शर्मा ने
कहा कि पत्रकारिता को समस्या का तटस्थ अवलोकन करना चाहिए I उसे केवल नकारात्मक खबरों के प्रकाशन पर ध्यान न देकर
सरकार द्वारा किए जा रहे सकारात्मक प्रयासों का भी प्रकाशन करना चाहिएI उन्होंने आगे कहा खबरों की
पुष्टि के बिना उसे प्रकाशित नहीं करना चाहिए I यह लोकतंत्र के चौथे स्तभ की पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह
खड़ा करता हैI अध्यक्षीय
सम्बोधन के पश्चात कोरोना काल में दिवंगत वरिष्ठ पत्रकार बंधुओं को श्रद्धांजलि
अर्पित करते हुये दो मिनट का मौन रखा गया, जिनमें रामेंद्र सिंह, बद्री विशाल, रत्नाकर दीक्षित, शाश्वत विक्रम
गुप्त, शंभूनाथ उपाध्याय, राकेश चतुर्वेदी, विजय सिंह, अजय शंकर तिवारी समेत सभी पत्रकारों को श्रद्धांजलि दी गयीI
इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से विभाग संघचालक प्रो.
जे पी लाल, वीरेंद्र गुप्त, डॉ. राकेश, जयंती लाल शाह, प्रदीप कुमार, डॉ राजेन्द्र प्रताप पाण्डेय, डॉ. आशीष, रजत (प्रचारक काशी उत्तर भाग), विष्णु नारायण, डॉ. अमर आदि ने सहभाग कियाI संचालन एवं स्वागत विजय, दीप प्रज्वलन एवं पुष्पांजलि अर्पण राजेश, कल्याण मंत्रोच्चारण जयंती
विक्रम एवं धन्यवाद ज्ञापन अमित ने किया I
Saturday, May 29, 2021
सैदपुर : युग के निर्माण और परिवर्तन की प्रेरणा देती है पत्रकारिता - मुरली पाल
सैदपुर। विश्व संवाद केन्द्र के तत्वावधान में देवर्षि नारद
जी की जयंती के पुण्य अवसर पर प्रचार विभाग सैदपुर द्वारा आयोजित वेब संगोष्ठी
"कोरोना महामारी के समय सकारात्मक पत्रकारिता" विषयक वेबीनार के मुख्य
वक्ता काशी प्रांत के प्रांत कार्यवाह मुरली पाल ने कहा कि पत्रकारिता युग निर्माण
व युग परिवर्तन की प्रेरणा देती है। उन्होंने देवर्षि नारद की पत्रकारिता को आदर्श
रूप में अपनाने पर जोर दिया।
उन्होंने आगे कहा
कि पत्रकारिता सामाजिक दायित्व वहन करने वाली होनी चाहिए। लोक कल्याण को ध्यान में
रखते हुए देवर्षि नारद मंगल संवाद को यथार्थ रूप में आदान प्रदान करते थे किंतु
यदि समाचार अमंगल हो तो नीति और अनीति का बोध करके उसमें परिस्थिति के अनुसार कुछ
जोड़ कर सूचनाओं का संप्रेषण जन जागृति व जनकल्याण के अनुरूप ही करते थे. आद्य पत्रकार देवर्षि नारद 64 विद्याओं के ज्ञाता थे. वे सभी तीनों लोक में
भ्रमण करते हुए संवाद व सूचनाओं का आदान प्रदान किया करते थे। प्रान्त कार्यवाह
मुरली पाल ने कहा कि 'पत्रकारिता ज्ञान को
तथ्यपरक, यथार्थ तथा
समदृष्टि से जनमानस तक प्रेषित करने का अद्वितीय साधन है, जो सदा सकारात्मक होती है। इसलिए सत्ता के
उद्देश्य से या सुविधा के भोग के उद्देश्य से या सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के
उद्देश्य से यदि हम पत्रकारिता करते हैं तो हम स्वस्थ पत्रकारिता नहीं कर सकते. पत्रकारिता
सकारात्मक विचारधारा से होनी चाहिए ताकि समाज का सकारात्मक परिवर्तन हो सके।
संगोष्ठी के विशिष्ट वक्ता अरुण सिंह (वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि इस महामारी के काल में किस प्रकार हम समाज में नकारात्मक विचारों का प्रवाह रोक सकते हैं, हमारा मुख्य ध्येय होना चाहिए। सकारात्मक पत्रकारिता के मानदंड देश की भलाई तथा जनमानस के कल्याण के लिए क्या और कैसे तय हो यह पत्रकार बंधु स्वयं तय करें ना कि कोई सरकारी या गैर सरकारी संस्था ताकि स्वस्थ पत्रकारिता के द्वारा समाज व राष्ट्र का उन्नयन किया जा सके।
संगोष्ठी की
अध्यक्षता करते हुए भुड़कुड़ा पीजी कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. संतोष कुमार मिश्रा ने
कहा कि पत्रकारिता जगत में पत्रकारिता का एक विशेष पक्ष सांस्कृतिक पत्रकारिता अब
हाशिए पर चला गया है।
उन्होंने कहा कि आज
के इस संकट काल में जो भी पत्रकार यथार्थ को जनमानस के सामने स्पष्ट रूप में
तथ्यपरक सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ रख रहे हैं सच में ऐसे परिवेश में उनकी
पत्रकारिता प्रणम्य है।
संगोष्ठी का
शुभारंभ देवर्षि नारद के चित्र पर पुष्प अर्चन तथा दीप प्रज्वलन से प्रारंभ हुआ. संगोष्ठी
में जौनपुर विभाग के श्रम विभाग कार्यवाह आनंद जी, भानु प्रताप सिंह, अभिषेक मौर्य, सैदपुर जिला कार्यकारिणी, जिला प्रचार टोली,
सभी खंडों की खंड कार्यकारिणी समेत पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सहभाग किया। संगोष्ठी का संचालन सैदपुर जिला
प्रचार प्रमुख अभिषेक कुमार राय ने किया।
Friday, May 28, 2021
राष्ट्रीय आपदा के समय सकारात्मक पत्रकारिता आवश्यक - रमेश जी
काशी। देवर्षि नारद जयंती के अवसर पर विश्व संवाद केंद्र काशी द्वारा आयोजित वेब संगोष्ठी "वैश्विक महामारी में सकारात्मक पत्रकारिता की भूमिका" विषयक वेबिनार के मुख्य वक्ता एवं प्रान्त प्रचारक रमेश जी ने कहा कि जब सम्पूर्ण राष्ट्र की संस्कृति खतरे में हो तो उस समय सकारात्मक पत्रकारिता की आवश्यकता रहती है। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रान्त के प्रांत प्रचारक श्रीमान रमेश जी ने कहा कि नारद जी की पत्रकारिता सत्य पर आधारित थी तथा वह दीनहीन एवं गरीबों के हित के लिए थी। वर्तमान समय में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौर में कुछ वामपंथी एवं राष्ट्रविरोधी ताकतें आधारहीन ख़बरों और अफवाहों के बल पर भारत की छवि को विश्व पटल पर गिराने में लगी है। ऐसे दौर में प्रिंट मीडिया ने सही और सकारत्मक सूचना देकर अपना दायित्व निभाया है तथा सकारात्मक पत्रकारिता का उदाहरण प्रस्तुत किया है। इसके विपरीत सोशल मीडिया एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया की भूमिका नकारात्मक रही। उन्होंने जौनपुर के 6 अनाथ बच्चों के समाचार तथा रामजन्मभूमि समर्पण निधि में अंशदान करने वाली वनवासी महिलाओं जैसे समाचारों को व्यापक रूप से प्रकाशित किये जाने को सकारात्मक पत्रकारिता का आदर्श उदाहरण बताया। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि गंगा के किनारे दफनाई लाशों की झूठी खबर नकारात्मक पत्रकारिता का उदाहरन है। इससे पत्रकारिता को बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समय महामारी में भारत की संस्कृति, विरासत परंपरा संकट में है इसे बचाने के लिए सकारात्मक पत्रकारिता आवश्यक है।
संगोष्ठी के विशिष्ठ वक्ता एवं दैनिक जागरण
के समाचार संपादक भारतीय बसन्त कुमार ने कहा कि पत्रकारिता की मर्यादा समुद्र की
मर्यादा की तरह है। समाज के सत्यम शिवम सुन्दरम का ध्यान रखना ही सकारात्मक
पत्रकारिता है। समाचारों का असर सकारात्मक रूप में ज्यादा होता है। कोरोना काल में
जौनपुर के एक परिवार के छह बच्चे अनाथ हुए। सकारात्मक पत्रकारिता के कारण मुम्बई
के एक संस्था ने ढ़ाई लाख रुपये एफडी और बच्चों के आजीवन शिक्षा की व्यवस्था की।
इसी क्रम में विशिष्ट वक्ता एवं काशी पत्रकार
संघ के महामंत्री डॉ अत्रि भरद्वाज ने कहा कि कोरोना आपदा पत्रकारिता के लिए
चुनौती बनकर आया। सकारात्मक पत्रकारिता में लोक मंगल और लोक कल्याण की भावना रहती
है। पत्रकारों का दायित्व है कि वे पाठकों के हित में सरकार से सवाल करे, जिस प्रकार देवर्षि नारद
जग कल्याण के लिए निष्पक्ष भावना से कार्य करते हैं। पत्रकार भी उसी प्रकार से
कार्य करें।
वेबिनार के अध्यक्ष एवं उद्योगपति श्री आर के
चौधरी ने कहा कि नारद जी का जन्म ब्रम्हा जी के कण्ठ से हुआ। कठोर तप के बाद वह
देवर्षि बने तीनों लोको में विचरण करने का गुण नारद जी में है। नारद जी द्वारा
सकारत्मक संदेशों से सृष्टि को लाभ पहंुचाया गया। लोकतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ भी
समाज के विकास में सक्रिय योगदान देता रहे, यही सकारात्मक
पत्रकारिता है। पत्रकारिता के नाते राष्ट्र की प्रतिष्ठा पुनः प्रतिष्ठित हुई है।
वेबिनार का शुभारम्भ देवर्षि नारद के चित्र
पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से प्रारम्भ हुआ. वेबिनार का संचालन एव स्वागत
विश्व संवाद केंद्र के सचिव प्रदीप कुमार ने किया. वेबिनार में धन्यवाद ज्ञापन
दक्षिण भाग प्रचार प्रमुख रविकान्त ने किया। वेबिनार के अन्त में महामारी में काशी
के रामेन्द्र सिंह जी (दैनिक हिन्दुस्तान), बद्री विशाल जी
(अवकाश प्राप्त, अमर उजाला), रत्नाकर दीक्षित
जी (दैनिक जागरण), शाश्वत विक्रम गुप्त जी
(निदेशक, आज हिंदी दैनिक), शम्भू नाथ
उपाध्याय जी (दशोदिशा) समेत देश के सभी दिवंगत पत्रकारों को श्रद्धांजली दी गयी.
इस वेबिनार में डॉ. हरेन्द्र राय, डॉ हेमन्त गुप्त, डॉ राकेश तिवारी, राजेन्द्र सक्सेना, भाग प्रचारक प्रवेश कुमार, प्रो. जे पी लाल, डॉ अशोक सोनकर, प्रभात कुमार, वेद प्रकाश सिंह, श्रीमती कविता सिंह, श्रीमती प्रियंका गुप्ता आदि ने सहभाग किया।
देवर्षि नारद जयंती की पूर्व संध्या के अवसर
पर विश्व संवाद केंद्र काशी द्वारा आयोजित वेब संगोष्ठी "वैश्विक महामारी में
सकारात्मक पत्रकारिता की भूमिका" का आयोजन काशी प्रान्त के सभी जिलों में
किया जा रहा है। जिसमें से दस जिलों यथा सोनभद्र, रेणुकूट, यमुनापार गंगापार (प्रयागराज), प्रतापगढ़, अमेठी एवं
गाजीपुर में 27 मई को पूर्व जयन्ती पर संपन्न हो गया। शेष जिलों में नारद
जयन्ती पर 28 मई को संपन्न होगा।
Sunday, May 23, 2021
सोनभद्र में लगातार दस दिनों से सेवा भारती कर रहा भोजन वितरण
सोनभद्र
(काशी प्रान्त)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के
सेवा भारती सोनभद्र द्वारा लगातार दस दिन से भोजन वितरण किया जा रहा है। इस सेवा कार्य में अधिवक्ता परिषद्
सोनभद्र का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक
नितिन जी की देखरेख में वैश्विक महामारी कोरोना में संक्रमित मरीजों के तीमारदारों
को भोजन वितरण करने की योजना बनायी गयी थी। कार्यकर्ताओं ने बताया कि जिला संघचालक
हर्ष अग्रवाल व सह जिला कार्यवाह पंकज पांडेय के साथ अधिवक्ता परिषद् सोनभद्र इकाई
के अध्यक्ष शशांक शेखर कात्यायन एड., महामंत्री नीरज सिंह एड. ने स्वयंसेवकों व अधिवक्ताओं के साथ बहुत ही उत्साह व सेवा भाव
से जिला चिकित्सालय के आकस्मिक चिकित्सा कक्ष, कोविड वार्ड एल-टू व गैर सरकारी कोविड हॉस्पिटल मे जरूरतमंद व संक्रमित
मरीजों के तीमारदारों व चिकित्सा मे लगे सुरक्षाकर्मियों को भोजन पैकेट वितरित
किया गया। भोजन वितरण में प्रत्येक दिन कार्यकर्ता तन-मन-धन से नर सेवा-नारायण सेवा के भाव से लगे रहे। भोजन वितरण में जिला संपर्क प्रमुख महेश
त्रिपाठी, जे.बी. सिंह एड., शनि पाठक एड., अंकित, नीतीश आदि उपस्थित रहे।
दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर परिवार ने कोरोना को मात दी
आज जब भारत ही नहीं, पूरा
विश्व कोरोना महामारी के ख़िलाफ़ युद्ध लड़ रहा है. ऐसी विकट स्थिति में सकारात्मक
समाचार और विचार इस बात का संकेत हैं कि इस संकट से हम जल्द ही बाहर आ जाएंगे.
आवश्यकता है तो सकारात्मकता के साथ मज़बूत आत्मबल की.
धूमा नगर
के जैन परिवार से सकारात्मक खबर आई है. परिवार में एक महिला और एक दुधमुंहे बच्चे
को छोड़कर घर के शेष सभी 6 सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित होने
के बाद महामारी को मात देकर स्वस्थ होकर घऱ लौट आए हैं.
सिवनी
जिले के धूमा ग्राम के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक राजेंद्र जैन के
परिवार में उनकी पुत्री, पुत्र, भाई और उनकी वयोवृद्ध 81 वर्षीय
माँ कोरोना संक्रमित होने के बाद मेडिकल कॉलेज जबलपुर में 15 दिन तक
एडमिट रहे, जबकि उनकी पत्नी ने घर पर ही आइसोलेट रहकर कोरोना को पराजित
किया.
कोरोना
संक्रमण के प्रारंभ में तेज बुखार, हाथ-पैर व सर दर्द तथा सर्दी
खांसी को वायरल फीवर समझ कर प्रारंभिक इलाज लखनादौन के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में
कराया, जहां ब्लड टेस्ट होने पर मलेरिया व टाइफाइड का इलाज तीन-चार
दिन तक चला.
लेकिन, स्वास्थ्य
में सुधार न होने के कारण पांचवें दिन जबलपुर में डॉक्टर से चर्चा करने का विचार
किया और सभी जबलपुर गए. जहां जांच में पहले तीन लोग कोरोना पॉजिटिव आए और फिर बाद
में मां और भाई का भी टेस्ट पॉजिटिव आया और इस तरह ऑक्सीजन की कमी, सांस
लेने में तकलीफ़ हल्की होने के कारण वह सब उसी दिन मेडिकल कॉलेज जबलपुर के कोविड
वार्ड में भर्ती हो गए.
जहां सभी
ने न केवल स्वस्थ होने का दृढ़ संकल्प लिया, बल्कि मनोभाव भी ऐसा बनाया कि
हमें शीघ्र स्वस्थ होकर वापस घर जाना है. राजेन्द्र जी की 81 वर्षीय
माँ विमला देवी, जिन्हें संक्रमण थोड़ा ज़्यादा था वो अधिक उम्र के कारण उन पर
खतरा भी अधिक था. वे प्रतिदिन डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टाफ से कहतीं थीं कि आप अच्छा
इलाज कर रहे हैं, अब तो बस हम ठीक ही हो जाएंगे.
एक दिन
विमला देवी का ऑक्सीजन लेवल अचानक कम होने लगा और 11 लीटर के
ऑक्सीजन फ्लो के बाद भी उनका ऑक्सीजन लेवल, 85 के आसपास ही था. तब भी उन्होंने
अपने बेटे राजेंद्र से कहा कि बेटा घबराना नहीं, मैं बिल्कुल ठीक हो जाऊंगी और
हुआ भी यही. शाम तक उनका ऑक्सीजन लेवल 95 के पार पहुंच गया और यह सब
दवाओं के अतिरिक्त मज़बूत आत्मबल, दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण हुआ.
81 वर्षीय विमला देवी जैन ने कहा कि अपनी इच्छा और मन की शक्ति
को बढ़ाइये, किसी भी कार्य को करने के लिए दृढ़तापूर्वक निश्चय कीजिए, यदि आपने
यह सब कर लिया तो आपको जीत हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता.
वर्तमान
समय संकट का समय है, समाज में चहुं ओर निराशा व्याप्त है.
किंतु यदि प्रत्येक व्यक्ति आशावान हो जाए और इस महामारी को हराने के लिए दृढ़
संकल्प कर ले तो फिर कोरोना तो क्या किसी भी बड़े से बड़े संकट का सामना आसानी से
किया जा सकता है.
स्रोत- विश्व संवाद केन्द्र, भारत
Sunday, May 16, 2021
काशी : विश्व के सबसे बड़े अनुष्ठान श्री हनुमान चालीसा के सवा पांच लाख पाठ के लिए धर्मावलंबियों और उद्यमियों ने किया आह्वान
काशी, 16 मई। वैश्विक महामारी कोरोना
जिसमें अनेक व्यक्तियों ने प्रियजनों को खो दिया है। जिसने मानवता पर सैकड़ों
वर्षों बाद सबसे अधिक कहर ढाया हुआ है। ऐसी विपत्ति काल में मनुष्य अपने आराध्य को
स्मरण करता है। उसी क्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कुटुम्ब प्रबोधन गतिविधि, काशी
प्रान्त द्वारा विश्व के सबसे बड़े सामूहिक अनुष्ठान श्री हनुमान चालीसा के सवा
पांच लाख पाठ का संकल्प लिया गया है। 18 मई मंगलवार को सुबह 8:30 बजे से आरम्भ होने वाले इस अनुष्ठान हेतु देश भर के सन्त-महात्माओं, उद्यमी, सामाजिक
कार्यकर्ताओं ने लोगों से आह्वान किया है कि इस महामारी से मानव समाज की रक्षा के
लिए हम सभी को यह पाठ कर संकट मोचक श्री हनुमान जी महाराज जी से प्रार्थना करना
चाहिए।
काशी प्रान्त, कुटुम्ब प्रबोधन के प्रान्त संयोजक डॉ. शुकदेव
त्रिपाठी ने बताया कि इस पुनीत कार्य हेतु सभी धर्मावलंबियों, अनेक
पीठाधीश्वरों,
मनीषियों, आचार्यों, समाजसेवी संस्थाओं तथा
गणमान्य लोगों ने समर्थन एवं आशीर्वाद प्रदान किया है। जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी
वासुदेवानंद सरस्वती जी, पूज्य सन्त जितेन्द्रानन्द जी, पूज्य
श्री कैवल्य दास जी, पूज्य सन्त ब्रज चैतन्य जी महाराज जी, निरंजनी
अखाड़ा तेलंगाना, गायत्री परम संत सिद्धेश्ररानंद महराज, जगतगुरु
स्वामी रामकमल दास वेदांती जी, स्वामी शंकरानन्द महराज
गुंटूर, सुविख्यात समाजसेवी उद्योगपति श्री दयाशंकर मिश्र जी, आई आई ए
के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री आर के चौधरी, मोहिनी झंवर, सुविख्यात
समाज सेविका,
महानगर उद्योग व्यापार समिति अध्यक्ष श्री प्रेम मिश्रा, जगतगुरु दांडी स्वामी अनंतानंद सरस्वती जी महाराज, कथावाचक आदरणीय शान्तनु जी महाराज, डॉ श्रीकांत मिश्र, अर्चक
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर, श्री जग्जीतन जी महाराज, महामंत्री
अखिल भारतीय धर्म संघ, श्री केशव जालान, चेयरमैन जालान्स ग्रुप, रामनगर
गुरु द्वारा प्रबन्धक कमेटी अध्यक्ष श्री रविन्द्र सिंह जैसे अनेक गणमान्य लोगों
ने अपने आह्वान किया है। सभी गणमान्य लोगों ने कहा कि श्री हनुमान जी इस सृष्टि के
प्रत्यक्ष देवता हैं, सभी प्रकार के दुख, विपत्ति व महामारीयो के
मोचक हैं,
इसीलिए उन्हें संकट मोचन भी कहा जाता है। उनके सामूहिक आराधना से
निश्चित ही इस भीषण आपदा से मुक्ति मिलेगी, ये जनमानस में विश्वास है।
इस प्रकार किया जाएगा अनुष्ठान
विश्व के सबसे बड़े इस अनुष्ठान सम्मिलित होने वाले
लोगों को पांच बार “श्रीराम जय राम जय जय राम” महामंत्र का जाप कर 11 बार श्री
हनुमान चालीसा का पाठ करना है इसके पश्चात् पुनः पांच बार “श्रीराम जय राम जय जय
राम” का जप कर यह अनुष्ठान पूर्ण करना है।
आह्वान लिंक :
1. श्रीमद् जगद्गुरु स्वामी डॉ रामकमल दास वेदान्ती https://youtu.be/jVym99hgias
2. पूज्य सन्त जितेन्द्रानन्द जी महाराज https://youtu.be/_POkW4XeAZo
3. जगद्गुरु शंकराचार्य पूज्यपाद स्वामिश्री वासुदेवानंद सरस्वती जी
महाराज https://youtu.be/Ck6wtt_zJJQ
4. पूज्य सन्त ब्रज चैतन्य जी महाराज जी https://fb.watch/5qtaV1_UTv/
5. श्रीमती मोहिनी झंवर, सुविख्यात समाज सेविका https://youtu.be/-89FVsWLxjc
6. श्री केशव जालान, चेयरमैन जालान्स ग्रुप https://youtu.be/bCyQs_lu4EU