नई
दिल्ली. लिबरल, सेकुलर, ब्रिगेड
का झूठा प्रोपेगंडा एक बार फिर नेस्तनाबूत हो गया. कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक
वीडियो वायरल हुआ, जिसके
आधार पर आरोप लगाया गया कि उ. प्र. के गाजियाबाद में एक मुस्लिम व्यक्ति के साथ
मारपीट की गई और उससे जबरन ‘जय श्री
राम’ बुलवाया गया. व्यक्ति ने 4 अज्ञात
लोगों पर पिटाई और जबरन दाढ़ी काटने का आरोप लगाया. दावा किया कि उसका
अपहरण करके एक घर में ले जाया गया और वहीं ‘जय श्री
राम’ बुलवाया गया.
जिसके बाद हिन्दू-हिन्दुत्व को बदनाम करने को तत्पर ब्रिगेड
सक्रिय हुई. और इस बार भी AIMIM के
असदुद्दीन ओवैसी और फेक्ट चेकर AltNews के जुबैर
ने बदनाम करने का बीड़ा उठाया.
वीडियो शेयर करते हुए ओवैसी ने लिखा कि ये लोग उसी विचारधारा
के हैं. इसी तरह ज़ुबैर ने भी इस खबर को शेयर कर झूठ फैलाया. ओवैसी ने कहा कि
हिंदुत्व में बुजुर्गों और बच्चों पर हमला करना ही वीरता कहलाती है. राष्ट्रीय
मानवाधिकार आयोग को टैग करते हुए उन्होंने प्रतिक्रिया की माँग की. साथ ही कहा कि ‘हिन्दू हमलावर’ हमेशा
भीड़ में होते हैं, अकेले
नहीं.
लेकिन, जब पुलिस
ने कल्लू और आदिल नाम के आरोपियों को गिरफ्तार किया तो ज़ुबैर ने सिर्फ ‘गाजियाबाद पुलिस से ताज़ा अपडेट’ कहकर
चुप्पी साध ली, आरोपियों के नाम नहीं बताए.
अब्दुल समद ताबीज बनाने का काम करता है. आरोपी उसे पहले से ही जानते थे. आरोपियों के अनुसार उसके ताबीज से उनके परिवार पर बुरा असर पड़ा. अब्दुल समद गाँव में कई लोगों को ताबीज दे चुका था. पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. कल्लू और आदिल भी गिरफ्तार कर लिए गए. पुलिस ने अन्य अभियुक्तों की जल्द गिरफ़्तारी का आश्वासन दिया है.
स्रोत- विश्व संवाद केन्द्र, भारत
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