प्रयागराज| प्रयागराज में शुक्रवार को अमृत महोत्सव के उद्घाटन के दौरान लोगों में जबर्दस्त
उत्साह दिखा| विभिन्न स्थानों पर आयोजित इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने अपने विचार
रखें| ज्वाला देवी परिसर सिविल लाइन्स प्रयागराज के विशाल सभागार
में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रयागराज के वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक सर्वश्रेष्ठ
त्रिपाठी ने कहा कि आज हम सब लोग स्वधीनता के 75वीं वर्षगांठ अमतृ महोत्सव के रुप मे मना रहे
है। हम वास्तव मे तभी स्वतंत्र होगे जब हम अपने मन की गुलामी से निकलकर समाजसेवा व
समाजहित के लिए कार्य करेंगे| शिक्षा का उपयोग हमें राष्ट्रहित में करना होगा। कार्यक्रम
के अध्यक्ष न्यायमूर्ति राजेश अग्रवाल ने अपने वक्तव्य में कहा कि कोई उत्सव मनाने
का अर्थ सिर्फ खुशी मनाने का नहीं बल्कि बुराईयों को त्यागने व अच्छाइयों को
आत्मसात करने का संकल्प लेने के लिए होना चाहिए। विशिष्ट अतिथि विशिष्ठ अतिथि शीतला
प्रसाद (प्रदेश महामंत्री अधिवक्तता परिषद) ने कहा कि देश को स्वतंत्र कराने में
बहुत से अमर वीर सपूतों का योगदान रहा लेकिन आज हम सिर्फ कुछ गिने चुने लोगों को
ही जानते है जोकि हमारे लिए एक प्रश्न चिन्ह के रुप में है। अतः हम आज हम इस
कार्यक्रम के माध्यम से सभी बलिदानियों को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे और उनके
आदर्शों को आत्मसात करेगें, तभी अमृत महोत्सव का मुख्य उद्देश्य पूरा होगा।
कार्यक्रम
के प्रारम्भ मे प्रधानाचार्य सुमन्त कुमार पाण्डेय ने आये हुए सभी गणमान्य
अतिथियों का परिचय कराते हुए महापुरुषों की स्मृति चिन्ह भेंट की साथ ही उन्होंने
कार्यक्रम की प्रस्ताविकी भी रखी। समाज सेवी व विद्याभारती कि शिक्षिका श्रीमती
अमृता सिंह जी ने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन परिचय व उनके संघर्षों पर विस्तार से
चर्चा की। धन्यवाद ज्ञापन स्वप्निल तिवारी एवं संचालन आशीष
पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम के समाप्ति वन्देमातम् के गायन के पश्चात किया गया।
फूलपुर नगर के श्रीहरि कृपा मंडपम में आयोजित
कर्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रांत मार्ग प्रमुख भोलेंद्र जी ने कहा कि स्वाधीनता
कुछ परिवारों की देन नही बल्कि यह समग्र समाज के संघर्षो की बदौलत मिली है। पर उन
शहीदो को न पढ़ाया जाता है और न बताया जाता है। उन्होने कहा कि भारत के परतंत्र होने
में गद्दारों की बड़ी भूमिका रही है। चाहे वह मान सिंह, जयचंद हो या फिर मीर जाफर। ऐसे ही गद्दार और चाटुकार अंग्रेजी हुकूमत में उपाधियाँ व
ऊंचे स्थान प्राप्त करते रहे। उन सबकी पहचान होनी चाहिए थी। उन सब पर कार्यवाही
होनी चाहिए थी और जरूरत आज भी है कि गद्दारों की पहचान होती रहे। मिथिलेश यादव ने
कहा कि स्वाधीनता के तुरंत बाद इतिहास लेखन का कार्य गलत हाथों में रहा। इसलिए
जननायको को उचित स्थान नही दिया गया। गणगीत सुभाष ने प्रस्तुत किया। अध्यक्षता नगर
संघचालक शोभनाथ चौरसिया व संचालन नगर सहकार्यवाह उमा चरण ने किया। इस दौरान जिला
कार्यवाह बेचन सिंह, एडवोकेट शशि मौर्या, दिलीप यादव, कमलेश मिश्रा, रोहित केशरी, उत्तम यादव, अनिल मौर्या, सुभाष, जिग्नेश आदि उपस्थित रहें|
दुर्गा पूजा पार्क केशव नगर द्वारा आयोजित अमृत
महोत्सव कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राकेश सेंगर ने भारत की आजादी के विषय में चर्चा की और हमें आजादी कैसे
मिली इस विषय पर प्रकाश डाला| कार्यक्रम की अध्यक्षता मन नारायण गोपाल ने की| इस
अवसर पर नगर के सभी गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।
यमुनापार (भीरपुर) बसही न्याय पंचायत एवं घोड़े
डीह न्याय पंचायत में तिरंगा यात्रा निकलकर शुभारंभ किया। तिरंगा यात्रा में बसही न्याय
पंचायत के गणमान्य व्यक्ति, कुलदीप त्रिपाठी, अजय सिंह, विरेन्द्र तिवारी, विनय जी, आशीष जी तथा क्षेत्र के प्रमुख समाजसेवी ने
सहभागिता की।
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