राजस्थान
सरकार एक बार फिर विवादों के घेरे में है. इस बार विवाद का कारण प्रश्न पत्र में
कांग्रेस को लेकर पूछे गए प्रश्न हैं. बारहवीं कक्षा के राजनीति विज्ञान के प्रश्न
पत्र में कांग्रेस से संबंधित कई सारे प्रश्न पूछे गए हैं. ये प्रश्न अब छात्रों
के बीच कम, राजनीतिक गलियारे में अधिक चर्चा का विषय बना हुआ
है.
दुर्भाग्य इस बात का है कि राजस्थान के अंदर उच्च माध्यमिक परीक्षाओं
के अंदर इस प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे. कांग्रेस ने 1967 का
चुनाव किन परिस्थितियों में लड़ा व क्या जनादेश मिला, 1971 का
चुनाव कांग्रेस की पुनर्स्थापना का चुनाव साबित हुआ-व्याख्या कीजिए, 1984 के चुनावों में किस पार्टी को कितनी सीटें मिली, प्रथम
तीन चुनावों के अंदर कौन सी पार्टी का प्रभुत्व रहा और कांग्रेस की सामाजिक व
विचारधारात्मकगठबंधन की विवेचना कीजिए….आदि
राजस्थान भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्य प्रवक्ता विधायक रामलाल
शर्मा ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार ने शिक्षा के केंद्र को भी
राजनीतिकरण करने का काम किया है और दुर्भाग्य इस बात का है की बारहवीं कक्षा के
राजनीति विज्ञान के पेपर में पूछे गए प्रश्नों से लगता है कि एक तरीके से कांग्रेस
के पदाधिकारियों का चयन किया जा रहा है.
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि दुर्भाग्य इस बात का
है कि आपकी सरकार के अंदर कांग्रेस की पृष्ठभूमि के बारे में बच्चों से सवाल करने
का काम किया जा रहा है या आप सिर्फ बच्चों को कांग्रेस का इतिहास पढ़ाने का काम
करोगे. भारतीय जनता पार्टी मांग करती है कि किसी भी संस्था प्रधान या शिक्षक जिसने
भी प्रश्न पत्र बनाने में इस तरीके के प्रश्न तैयार किए हैं, उनको
तत्काल निलंबित किया जाए और भविष्य के अंदर सिर्फ राजनीतिक विषय के ऊपर प्रश्न
पूछे जाएं. इस तरीके से किसी पार्टी की विचारधारा के बारे में आप कौन सी पीढ़ी को तैयार
करने का काम कर रहे हो.
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