मीरजापुर| देवर्षि नारद सूचना के सम्प्रेषण सर्वलोक हितकारी सूचनाओं के संवाहक इन्द्रलोक के स्वतंत्र पत्रकार हैं| उक्त विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पू.उ.प्र.क्षेत्र के क्षेत्र मार्ग प्रमुख राजेंद्र सक्सेना ने मीरजापुर के केशवधाम के विशाल कक्ष में देवर्षि नारद जयंती एवं पत्रकार सम्मान समरोह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किया|
उन्होंने कहा कि नारद जी ब्रह्मा जी के मानस पुत्र थे| देव और दानवों के बीच में उनकी मित्रता थी| वे सत्य को उजागर
करते थे| इसी कारण वे आद्य पत्रकार कहलाये| राजेंद्र सक्सेना ने कहा कि जयेष्ट
कृष्ण द्वितीया 30 मई 1826 को कोलकाता से साप्ताहिक हिंदी समाचार पत्र "उद्दंत
मार्तण्ड" का प्रकाशन पं0 युगल किशोर शुक्ल ने प्रारम्भ किया और उन्होंने
अपने सम्पादकीय में लिखा कि यह पहला अंक देवर्षि नारद को समर्पित है| उन्होंने
बताया कि जब से संघ में प्रचार विभाग प्रारम्भ हुआ तब से नारद जयन्ती विश्व
पत्रकारिता दिवस के रूप में मनाते हैं तथा चयनित पत्रकारों का सम्मान करते हैं| आज
की पत्रकारों ने नारद जयंती को छोड़ दिया वो 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस के रूप
में मनाते हैं| इसमें कोई मतभेद नहीं है| विश्व संवाद केन्द्र पूरे देश भर में जयेष्ठ
कृष्ण द्वितीया को नारद जयन्ती मनाता है| जिसे समाज दिन-प्रतिदिन स्वीकार कर रहा
है| कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार अमरेश मिश्र ने किया| कार्यक्रम के
दौरान क्षेत्र की पत्रकरिता में विशिष्ट कार्य के लिए नारद पत्रकारिता सम्मान से
पत्रकारगण संतोष श्रीवास्तव, नीरज पाण्डेय, अन्नपूर्णा श्रीवास्तव एवं अमरेश मिश्र
को सम्मानित किया गया| संचालन सौमित्र वाजपेयी ने किया|
No comments:
Post a Comment