अयोध्या में खेली गयी भाईचारे और सौहार्द की होली
मो. इकबाल के आवास पर होली की मिठाई लेकर पहुंचे महंत परमहंसदास
हम सदैव रामलला के आदर करने वालों में रहे हैं- मो. इकबाल
अयोध्या प्रकरण में मस्जिद के पक्षकार रहे मो. इकबाल अंसारी 27 मार्च को वैकल्पिक गर्भगृह में विराजमान रामलला के दर्शन करेंगे. अयोध्या में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद हिन्दू मुस्लिम सौहार्द को लेकर अक्सर एक नया उदाहरण देखने को मिल रहा है. रामनगरी में एक ओर मस्जिद के पक्षकार रहे मो. इकबाल अंसारी अनेक मंदिरों में पहुँच भाईचारे और सौहार्द की होली खेले तो तपस्वी छावनी के महंत परमहंसदास उनके आवास पर होली की मिठाई लेकर पहुंचे.
हम सदैव रामलला के आदर करने वालों में रहे हैं
मो. इकबाल के आवास पर ही यह तय हुआ कि 25 मार्च को रामलला के वैकल्पिक गर्भगृह में विराजमान होने के बाद 27 मार्च को मो. इकबाल रामलला के दर्शन करेंगे. इस अवसर पर महंत परमहंसदास ने कहा कि यह साधारण मिठाई नही है, बल्कि इसमें भाईचारा और आत्मिक एकता की मिठास घुली है. मो. इकबाल ने स्वागत करते हुए कहा कि रामचंद्रदास परमहंस और अब्बू (हाशिम अंसारी) भले ही एक दूसरे के खिलाफ मुकदमा लड़ रहे थे पर वे आपस में एक अच्छे मित्र भी थे और हमें इस विरासत पर गर्व है. उन्होंने कहा कि हम सदैव रामलला के आदर करने वालों में रहे हैं.
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