वाराणसी के बभनियांव क्षेत्र में खत्ती
संख्या एक में सात दिन से उत्खनन के दौरान का कार्य चल रहा है। मंगलवार को उत्खनन
के सातवें दिन जमीन से 115 सेमी
नीचे गुप्तकालीन शिव मंन्दिर का गर्भगृह मिला है। इसके मध्य में मुख आकृति वाला
जटाधारी शिवलिंग व सीध में चार-पांच मीटर दूर एक शिवलिंग मिल चुका है। उत्खनन के पांचवें दिन मिला फर्श प्रदक्षिणा पथ का संकेत दे रहा है। अनुमान यह लगाया जा रहा है कि यहां
केवल एक मंदिर ही नहीं बल्कि बड़े क्षेत्र में मंदिरों के संकुल भी रहे होंगे।
उत्खनन दल के सह निदेशक प्रो. अशोक सिंह
के अनुसार क्षेत्र में मिले अब तक के धार्मिक पुरावशेषों के अनुसार यदि यहां इस
महानकाल के मंदिर होने की पुष्टि हो गई, तो यह सिर्फ काशी ही बल्कि प्रदेश के लिए भी ऐतिहासिक
उपलब्ष्धि होगी।
अब तक मिले पुरावशेष
सात दिन से चल रहे इस उत्खनन के दौरान
अब तक चौथी-पांचवी शताब्दी का लोढ़ा, लौह धातु, मिट्टी
के बर्तन, मृद स्तम्भ, खिलौने, मिट्टी के रेशेदार ठोस टुकड़े, पूजा कलश आदि मिल चुके हैं।
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