काशी, प्रयागराज, श्रृंगेरपुर, चित्रकूट और अयोध्या के मध्य होगा धार्मिक सर्किट,संत समाज प्रयागराज एवं अयोध्या में कीर्ति स्तम्भ स्थापित करने के लिए सरकार को भेजेगी प्रस्ताव
मन्दिर का भूमिपूजन पूर्ण होते ही पर्यटन विभाग ने अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने की तैयारी शुरू कर दी. अयोध्या को धार्मिक पर्यटन वाले शहरों के साथ गूगल मैप पर लाने के लिए काशी, प्रयागराज, श्रृंगेरपुर, चित्रकूट और अयोध्या के बीच आने वाले सभी राजमार्गों को जोड़कर एक लिंक मार्ग के माध्यम से धार्मिक सर्किट बनाने का रोडमैप तैयार किया जाने लगा है.
इसके लिए पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई औए पर्यटन विभाग के अधिकारी अगले सप्ताह तक बैठक करेंगे और इन सभी धार्मिक शहरों को एक दुसरे से जोड़कर श्रद्धालुओं के आवागमन को सरल बनाने की रणनीति बनायेंगे. दोनों शहरों में धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं है. इसलिए धार्मिक पर्यटन से लोगों का आर्थिक जीवन सुधारने के लिए प्रयासरत सरकार नयी परियोजनाएं ला रही है.
प्रयागराज व अयोध्या में स्थापित होगा कीर्ति स्तम्भ
500 वर्ष के संघर्ष के पश्चात् निर्माण की ओर अग्रसर रामजन्मभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वालों को सम्मान दिलाने की तोजना संत समाज ने बनाई है. इन लोगों की स्मृति में प्रयागराज और अयोध्या में कीर्ति स्तम्भा बनाया जाएगा. अखाड़ा परिषद् परिषद् के महामंत्री महंत हरि गिरी ने बताया कि इसके लिए साधू-संतों से प्रस्ताव तैयार कराकर राज्य सरकार के माध्यम से केन्द्र सरकार को भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि वर्षों से चल रहे इस आन्दोलन में अनेकों लोगों ने अपने प्राण न्यौछावर किए. विहिप के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे अशोक सिंघल ने अपना घर तक आन्दोलन के नाम कर दिया. आज उन लोगों के बलिदान के फलस्वरूप अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया का शुभारम्भ हो चुका है तो आन्दोलन में प्राण गंवाने वालों की स्मृति में कीर्ति स्तम्भ स्थापित होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अयोध्या के साथ प्रयागराज में भी कीर्ति स्तम्भ स्थापित होगा, क्योंकि प्रयागराज आन्दोलन का केन्द्र रहा है.
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