विश्व
हिन्दू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि हिन्दू मंदिरों का
संचालन पूरे तरीके से हिन्दू समाज को करना चाहिए, सरकारी
कब्जे से मंदिरों को मुक्ति मिलनी चाहिए. शुक्रवार को भोपाल में पत्रकार वार्ता के
दौरान परांडे ने कहा कि मंदिरों के साथ मंदिरों की संपत्ति का वहां आए हुए दान का
उपयोग हिन्दुओं के लिए ही हो. मंदिर के रखरखाव के लिए तथा धार्मिक प्रचार के लिए
इस दान का उपयोग किया जाए. विश्व हिन्दू परिषद इसके लिए समाज जागरण और कानूनी तौर
पर न्यायालय में भी प्रयास करेगा.
उन्होंने कहा कि ईसाई मिशनरीज द्वारा प्रलोभन देकर, झूठ बोलकर देशभर में हिन्दुओं का मतांतरण किया जा रहा है. अब
यह एक राष्ट्रीय स्तर की समस्या बन चुकी है, इसके लिए
भी हम सरकारों से केंद्रीय कानून बनाने की मांग कर रहे हैं. लव जिहाद की समस्या भी
इस कानून के अंतर्गत आनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि बीते दिनों अकाल तख्त तथा शिरोमणि गुरुद्वारा
प्रबंधक कमेटी द्वारा भी पंजाब में मिशनरियों के षड्यंत्र पर वक्तव्य दिया था, इस बात से यह समझ आता है कि मिशनरीज द्वारा किया जा रहा
षड्यंत्र कितना खतरनाक है.
बांग्लादेश में भी लगातार हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों के
विरुद्ध विहिप ने देशभर में व्यापक प्रदर्शन किए. देश के अधिकांश जिलों में परिषद
द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की यह भयानक समस्या CAA कानून की सार्थकता व आवश्यकता को दिखाती है.
उन्होंने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर की नींव निर्माण
का कार्य लगभग संपन्न हो गया है, दिसंबर 2023 तक भगवान श्रीराम लला गर्भ गृह में विराजमान हो जाएंगे, यह विश्वास विहिप को है.
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