एक करोड़ मुआवजा, त्वरित न्याय एवं लव-जिहाद व धर्मांतरण रोकने हेतु बने कानून
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष आलोक
कुमार, एडवोकेट आज प्रात:
हरियाणा के बल्लभगढ़ में निकिता के परिवार से मिले और उन्हें सांत्वना दी. एक
प्रतिभावान और आसमान छूने की उमंग रखने वाली लड़की इस्लामिक जिहादियों के हाथों मार
दी गई. इस पर धैर्य करना कठिन ही है.
घर से बाहर निकल कर पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने
कहा कि इस्लामो-फासिस्ट जिहादियों की कार्यवाहियों से विश्वभर में सभ्य समाज की
अभिव्यक्ति की आजादी, मानव की गरिमा और जीवन संकट में आ रहे हैं. सबको मिलकर इसका
मुकाबला करना होगा.
क्षेत्र में बढ़ती लव-जिहाद धर्मांतरण तथा हिन्दू उत्पीड़न की
घटनाएं बेहद चिंतनीय हैं. आखिर कितनी बेटियां इन हिन्दू द्रोही जिहादी मानसिकता की
शिकार होती रहेंगी? उन्होंने मांग की कि बेटी के परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा
सरकार तुरंत दे तथा लव-जिहाद व जबरन या छलपूर्वक धर्मांतरण पर पूर्ण प्रतिबंध हेतु
सरकार एक कठोर कानून बनाए.
न्याय के अवरोधों को दूर करने हेतु विहिप कार्याध्यक्ष ने
कहा कि हमारी मांगों को मानते हुए राज्य सरकार ने फास्ट-ट्रेक कोर्ट का गठन, 30 दिन में सभी
दोषियों के विरुद्ध चालान तथा प्रतिदिन सुनवाई की बातें स्वीकार लीं हैं. विश्व
हिन्दू परिषद् भी इन सबकी निगरानी करेगा कि न्याय में कोई विलंब या अवरोध ना आने
पाए.
आलोक कुमार ने कहा कि हरियाणा, खासकर मेवात और
उससे जुड़े क्षेत्र में लगातार हो रही हिन्दू विरोधी व राष्ट्र विरोधी घटनाओं तथा
इस प्रकार के हमलों की पुनरावृत्ति रोकने हेतु भी सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे.
ऐसे कई मामले ध्यान में आए हैं, जिनमें हिन्दू बेटियों का वर्षों से कोई अता-पता नहीं है और
माता-पिता तथा परिजन न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. मुख्यमंत्री द्वारा
मेवात के संदर्भ, कुछ माह पूर्व नूह में की गईं घोषणाओं पर शीघ्र अमल करने का
भी अब समय आ गया है.
हिन्दू समाज इस लड़ाई को यहां तक लाया है. अब विश्व हिन्दू
परिषद इसे अंतिम पड़ाव तक पहुंचाए बिना विराम नहीं लेगी. हम हर बेटी को न्याय
दिलवाकर रहेंगे.
श्रोत- विश्व संवाद केन्द्र, भारत
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