प्रयाग| “संगठन सूत्र में मचल - मचल हम , आज पुनः बंधते जाते । मां के शत - शत खंडित मंदिर का शिलान्यास करते जाते”| राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, प्रयाग दक्षिण भाग की शिवाजी शाखा द्वारा माधव नगर में रविवार को आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में विश्व बंधुत्व की कामना के साथ एक- दूसरे को रक्षा सूत्र बांधकर वसुधैव कुटुंबकम की भावना को मूर्तरूप दिया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय
स्वयंसेवक संघ के प्रान्त प्रचारक रमेश जी ने कहा कि भारत पर्वों का देश है, यहां का हर दिन
पावन है, इसको सम्पूर्ण
विश्व बोलता है। संघ के छह प्रमुख उत्सवों में रक्षाबंधन का पर्व हमें कर्तव्य का
बोध कराता है, और सम्पूर्ण समाज
को एकरूपता में पिरोने का कार्य करता है। श्रावणी पूर्णिमा के दिन हम हिंदू अपने
इस त्यौहार को श्रद्धा, आस्था और विश्वास
की भक्ति-भावना से प्रेरित होकर मनाते हैं। यह पर्व हमें अपने कर्तव्यों का स्मरण
कराता है। इस दिन हम संकल्प लेते हैं कि हम संपूर्ण देश समाज की रक्षा करेंगे।
रक्षाबंधन समाज के हित के लिए मनाया जाने वाला सामाजिक समरसता को बल देने वाला
हमारा पौराणिक त्यौहार है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संपूर्ण समाज को एक सूत्र में
पिरोने के उद्देश्य से राष्ट्र रक्षा का संकल्प लेकर यह उत्सव मनाता है।
उन्होंने कहा कि हिन्दू
समाज के परिवारों में बहनों द्वारा भाइयों
को रक्षा सूत्र बांधना, इस पर्व का स्थायी स्वरूप था। संघ के उत्सवों के कारण इसका
अर्थ विस्तार हुआ । सीमित अर्थों में न होकर व्यापक अर्थों में समाज का प्रत्येक
वर्ग, प्रत्येक वर्ग की
रक्षा का संकल्प लेने लगा । समाज का एक भी अंग अपने आपको अलग-थलग या असुरक्षित
अनुभव न करने पाये – यह भाव जाग्रत करना संघ का उद्देश्य है।
कार्यक्रम के
उपरांत प्रान्त प्रचारक रमेश जी तथा विभाग प्रचारक डा. पीयूष जी एवं स्वयंसेवक
अपने समाज की उन बस्तियों में गये जो वंचित एवं उपेक्षित हैं। बस्ती में बाल स्वयंसेवक के निवास पर रक्षा
सूत्र बाध कर सामाजिक समरसता का बोध कराया। वंचितों एवं उपेक्षितों के बीच बैठकर
उनको भी रक्षा सूत्र बांधते और बंधवाते हुए सभी ने संकल्प को दोहराया जिसे भगवान
श्रीकृष्ण कहते हैं- “समानम् सर्व भूतेषु”। इस दिन लाखों स्वयंसेवक इस देश की
हजारों बस्तियों में निवास करने वाले लाखों वंचित परिवारों में बैठकर रक्षा बंधन
के भाव को प्रकट करते हैं।
इस अवसर पर मा.
नगर संघचालक विद्याशंकर जी, मा. सह नगर संघचालक विजय जी, प्रांत व्यवस्था
प्रमुख राकेश सेंगर जी, प्रांत बाल कार्य
प्रमुख श्याम सुंदर जी,भाग कार्यवाह वीर
कृष्ण जी, भाग सह बौद्धिक
प्रमुख कृष्ण मनोहर जी , नगर कार्यवाह
रविन्द्र नाथ आदि उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment