इमरान
खान के नया पाकिस्तान में हिन्दुओं के उत्पीड़न व अत्याचारों का क्रम निरंतर जारी
है. नया मामला जबरन धर्म परिवर्तन के लिए कुख्यात सिंध प्रांत से सामने आया है.
ताजा मामले में सिंध के खिप्रो में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मना रहे हिन्दुओं पर
कट्टरपंथियों ने अचानक हमला कर दिया और मारपीट कर उन्हें वहां से भगा दिया. इतना
ही नहीं, कट्टरपंथियों ने भगवान की मूर्तियों को भी क्षतिग्रस्त कर
दिया. घटना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के पश्चात मामला सामने आया है.
पाकिस्तानी एक्टिविस्ट और वकील राहत ऑस्टिन ने ट्वीट कर बताया
कि सिंध के खिप्रो में एक हिन्दू मंदिर में तोड़फोड़ की गई है. हिन्दू भगवान का
अपमान किया गया है, क्योंकि
वे भगवान कृष्ण का जन्मदिन (जन्माष्टमी) मना रहे थे. पाकिस्तान में इस्लाम के
खिलाफ ईशनिंदा के झूठे आरोप में भी मॉब लिंचिंग या मौत की सजा दी जाती है, लेकिन गैर-मुस्लिम देवताओं के खिलाफ अपराध में कोई सजा नहीं
होती है.
जुलाई
में गणेश मंदिर पर हुआ था हमला
एनजीओ न्यूज ऑर्गनाइजेशन द राइज न्यूज की एडिटर और पत्रकार
वींगास ने ट्वीट कर लिखा कि खिप्रो में जन्माष्टमी पर कुछ लोगों ने तोड़-फोड़ की – क्या दोषियों को सजा मिलेगी? पाकिस्तान
में आए दिन हिन्दुओं के मंदिरों पर हमला होता रहता है. इससे पहले जुलाई के अंतिम
हफ्ते में पंजाब सूबे के रहीमयार खान के पास स्थित भोंग में गणेशजी के मंदिर में
धार्मिक अतिवादियों ने तोड़फोड़ की थी.
पाकिस्तान का सिंध सूबा मंदिरों पर हमले और जबरन धर्म
परिवर्तन के लिए बदनाम है. राज्य में लगातार मंदिरों पर हमले होते रहे हैं, जबकि हिन्दू लड़कियों को अगवा कर उनका धर्म परिवर्तन भी
करवाया जाता है. अक्तूबर 2020 में सिंध
प्रांत के थारपारकर जिले में स्थित नागारपारकर में धार्मिक अतिवादियों ने दुर्गा
माता की मूर्ति को खंडित कर दिया था. इसके अलावा सितंबर 2020 में सिंध प्रांत के बादिन जिले में एक मंदिर में तोड़फोड़ की
गई थी.
स्रोत-विश्व संवाद केन्द्र, भारत
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